इंटरनेट वाइस कॉलिंग में व्हाट्सएप ने स्काइप और वाइबर को पीछे छोड़ दिया है. तीनों ही एप्लिकेशन मुफ्त कहकर प्रचारित की गई हैं. लेकिन अब जबकि वाट्सएप जैसा दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग एप मुफ्त कॉलिंग की सुविधा दे तो लोग इसे हाथोंहाथ क्यों न लें. लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह वाकई मुफ्त है? या डाटा के इस्तेमाल को जोड़ लिया जाए तो क्या यह परंपरागत मोबाइल कॉलिंग से सस्ता है?
जवाब एक ही है- 'नहीं'. इसे ऐसे समझिए-
1. वाट्सएप कॉल करने के लिए आपको वाई-फाई या मोबाइल डाटा कनेक्शन की जरूरत होती है. ताकि दुनियाभर में 'मुफ्त' कॉल की जा सके. एंड्रायडपिट ने वाट्सएप कॉलिंग के दौरान डाटा के खर्च की तुलना परंपरागत मोबाइल कॉलिंग पर होने वाले खर्च से की है.
2. छह मिनट तक बात करने पर हर मिनट 4जी के 1.3 एमबी से लेकर 3जी के 600 केबी तक डाटा खर्च हुआ. यानी आपने 500 एमबी का कोई डाटा पैक लिया हुआ है, तो वह छह घंटे की बातचीत में खत्म हो जाएगा. जो किसी भी स्तर पर 50 पैसे प्रति मिनट वाली परंपरागत मोबाइल कॉल से सस्ता नहीं है.
3. यदि 1 जीबी प्लान को लें, और उससे सिर्फ वॉट्सएप वाइस कॉलिंग ही करें तो वह महीने में 1250 मिनट ही चलेगा. यदि रोज की बात करें तो इससे आप 40 मिनट बात कर सकते हैं. जाहिर है, यह भी परंपरागत मोबाइल कॉल से महंगा हुआ.
टेस्ट ने 800 केबी से 1.3 एमबी के डाटा खर्च को रिकॉड किया. जो औसत 960 केबी प्रति मिनट डाटा खर्च पर चलता रहा. एंड्रायड सिस्टम के मुताबिक 600 केबी प्रति मिनट पर भी बात हुई. लेकिन यदि इन औसत के मान से भी तुलना हो तो परंपरागत मोबाइल कॉल ही सस्ती हैं. वॉट्सएप कॉलिंग नहीं.
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