बिग बॉस 10 में आखिर मेरे समाज की जीत हुई...
बिग बॉस 10 में पहली बार आम लोगों को शामिल किया गया. एक सेलिब्रिटी को हराकर आम आदमी का बिग बॉस 10 का खिताब जीतना सुकून देता है.
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इंडियन टीवी इंडस्ट्री में बिग बॉस सबसे पॉपुलर शो है. हर तबके के लोग इस शो के फैन हैं. पिछले 9 सीजन में, 3 महीने के लिए 15 सेलेब्स को घर में बंद कर दिया जाता था और चारों तरफ कैमरे इनपर नजर रखते थे. इस बार बिग बॉस 10 में पहली बार आम लोगों को भी शामिल किया गया. इसे एक प्रयोग की तरह बताया जा रहा था. कहा गया कि लोगों को इसमें कुछ अलग तरीके का मसाला भी देखने को मिलेगा. हुआ भी वही... इस सीजन में लोगों ने एक खलनायक देखा, एक ढोंगी भी और एक लड़ाकू भी यानी हमारी सोसाइटी का एक परफेक्ट कॉम्बिनेशन. लोगों ने उसी को जिताया जिसमें उन्हें एक आम आदमी लगा. आइए आपको बताते हैं बिग बॉस 10 में कौन बना खलनायक और कौन रहा सबसे लड़ाकू...
खलनायक और ढोंगी- स्वामी ओम
बिग बॉस सीजन 10 में स्वामी ओम जब आए तो लगा ऑडियन्स इनसे बहुत कुछ सीखेंगे, लेकिन हुआ बिलकुल उल्टा. स्वामी ओम ने सारी हदें पार करते हुए लोगों पर पेशाब फेकी, खुद को शाकाहारी बताकर नॉन वेज खाया, गालियां दीं और ऐसी-ऐसी चीजें की जो टीवी पर नहीं दिखाई गईं. बिग बॉस और सलमान की कई चेतावनियों के बाद भी स्वामी ओम नहीं माने. पेशाब कांड के बाद उन्हें बाहर निकाल दिया गया और सलमान ने यह तक कह दिया कि अगर जहां स्वामी ओम को बुलाया जाएगा वहां भाईजान नहीं जाएंगे.
लड़ाकू और मुंहफट- प्रियंका जग्गा
स्वामी ओम को पिता बताने वाली प्रियंका जग्गा ने भी बिग बॉस 10 में बाबा को ही अपना रोल मॉडल माना. किसी को गालियां दी तो कहीं टास्क पूरा करने के चक्कर में पेशाब तक की. ऑडियंस ने उनके इस अड़ियल रवैये को बिलकुल पसंद नहीं किया और पहले हफ्ते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन वाइल्ड कार्ड एंट्री कर प्रियंका ने फिर वही हरकतें की, जिसके चलते उन्हें बिग बॉस ने घर से बाहर निकालल दिया.
स्मार्ट- मन्नू पंजाबी
सीजन की शुरुआत में लोगों ने मनवीर से ज्यादा मन्नू को सपोर्ट किया, लेकिन आधा सीजन बीत जाने के बाद लोग समझ गए की मन्नू पंजाबी दिमाग से खेल खेल रहे हैं. कैमरे पर दिखा कि मन्नू पीठ पीछे सबकी बुराइयां कर रहे थे. ऐसे में लोगों ने फिर उनकी सबसे जिगरी दोस्त मनवीर का साथ दिया.
चालाक- बानी जे
बानी का भी लोगों ने खूब साथ दिया. बानी जब घर में आई थीं तो काफी शांत और लोगों को नए तरह की लगीं. लेकिन वक्त बदलते-बदलते बानी का वही रूप दिखाई दिया जो ऑडियंस को पसंद था. बानी ने फिर पॉलिटिक्स करना शुरू किया और तो और दोस्ती में दरार तक डाली. ऑडियंस को बानी की चलाकी काफी पसंद आई और उन्हें फाइनल तक पहुंचाया, लेकिन लोगों ने उनमें विनर मटेरियल नहीं दिखा.
आम आदमी- मनवीर गुर्जर
नोएडा के रहने वाले मनवीर को लोगों ने खूब पसंद किया. उनका हरियाणवी बोलचाल और अंदाज लोगों के सिर चढ़कर बोला और काफी सपोर्ट किया. लोगों को उनमें एक आम आदमी नजर आया. जो सेलेब्स की चकाचौंध से दूर अपने में मस्त नजर आए. दोस्ती में भी उन्होंने सच्चाई का साथ दिया. जिससे वो ऑडियंस का फेवरेट हो गए. पिछले कुछ दिनों से मनवीर के विजेता बनने के आसार उस दिन बहुत बढ़ गए थे जब कैप्टेंसी टास्क में मनवीर और गौरव आमने-सामने थे और चोट लगने के बावजूद भी मनवीर ने टास्क की संचालक लोपा को सटीक निर्णय लेने के लिए कहा था.
एक बात तो साफ है... कोई कितनी भी कॉन्ट्रोवर्सी कर ले, लेकिन ऑडियंस को वही पसंद आया जो दिल का साफ था और जिसमें आम आदमी की झलक नजर आई.
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