Adipurush के नए पोस्टर पर लोगों की प्रतिक्रिया ओम राउत को निराश कर सकती है
राम नवमी के मौके पर 'बाहुबली' फेम सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' का नया पोस्टर रिलीज किया गया है. इसके लिए लंबे समय से तैयारी चल रही थी. इसे तमाम तरह की एडिटिंग के बाद रिलीज किया गया है. लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों की जिस तरह से प्रतिक्रिया आ रही है, वो ओम राउत को एक बार फिर निराश करने वाली है.
-
Total Shares
श्री रामनवमी का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि इस दिन मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था. इस खास मौके पर बहुप्रतीक्षित फिल्म 'आदिपुरुष' के मेकर्स ने नया पोस्टर रिलीज किया है. इसमें श्री राम (राघव) के किरदार में प्रभास, सीता (जानकी) के किरदार में कृति सैनन, लक्ष्मण (शेष) के किरदार में सनी सिंह और हनुमान (बजरंग) के किरदार में देवदत्त नागे को देखा जा सकता है. फिल्म के मेकर्स का दावा है कि यह फिल्म प्रभु श्री राम के गुणों को दर्शाती है और धर्म, साहस और बलिदान पर जोर देती है, जो इस पोस्टर में बखूबी दिखाया गया है. 'आदिपुरुष' 16 जून को आईमैक्स और 3डी में देश भर के सिनेमाघरों में पैन इंडिया रिलीज की जाएगी.
टी-सीरीज के बैनर तले बनी फिल्म 'आदिपुरुष' का निर्देशन ओम राउत ने किया है. ओम को 'लोकमान्य: एक युगपुरुष' और 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' जैसी ऐतिहासिक महत्व की फिल्मों के निर्माण के लिए जाना जाता है, लेकिन फिल्म 'आदिपुरुष' लोगों के उम्मीदों पर खरी उतरती नहीं नजर आ रही है. इस फिल्म के नए पोस्टर की रिलीज के साथ ही मेकर्स को आशा थी कि एडिटिंग के बाद फिल्म दर्शकों को पसंद आएगी. लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि नए पोस्टर पर लोगों की नकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. लोग इसे कार्टून बता रहे हैं. इतना ही नहीं लोग फिल्म के लीड एक्टर प्रभास से ये कह रहे हैं कि वो अभी भी इस फिल्म को छोड़ दें, क्योंकि ये उनके स्तर की नहीं बन पाई है.
सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' का नया पोस्टर रिलीज किया गया है.
प्रभास के एक फैन ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ''प्रभास के बाहुबली लुक को लंबे बाल के साथ भगवान राम के लुक की कल्पना करो. यह कमाल का होता. इस ओम राउत ने प्रभास की सारी क्षमताओं को ही ग्रहण लगा दिया है. इस शख्स की वजह से पहली बार प्रभास सर ट्रोल हो रहे हैं.'' एक दूसरे यूजर लक्ष्मण के किरदार के बारे में लिखा है, ''यदि लक्ष्मण की दाढ़ी हो सकती है तो राम दाढ़ी क्यों नहीं रख सकते. ओम राउत प्रभास दाढ़ी के साथ उस लुक में कमाल लगते. तुमने पूरा रायता फैला दिया है.'' कुछ लोग इस पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप भी लगा रहे हैं. एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा है, ''मजाक चल रहा है कि क्या जो मन में आ रहा है वो बना के रख दिया है. आदिपुरुष पैसे की बर्बादी है.''
इंस्टाग्राम पर श्री सत्यम ने लिखा है, ''हमारी आस्ता के साथ ये लोग खिलवाड़ कर रहे हैं. ये फिल्म बैन होनी चाहिए. बजरंगबली क्या ऐसे थे, जरा बताओ. बच्चे डर जाएं, उनका ऐसा लुक दिया है. भगवान राम का मुस्कुराता चेहरा होता है, जिसे देखकर हमारे चेहेर पर मुस्कान आ जाती है. लेकिन इस तस्वीर को देखने के बाद गुस्सा आ रहा है.'' दूसरे यूजर ने लिखा है, ''पूरा पोस्टर एडिटेड नजर आ रहा है. ऐसा लग रहा है कि बॉडी के ऊपर बाद में चेहरा क्रॉप करके जोड़ दिया गया है. यहां तक कि कृति मैडम के चेहेर पर से शैडो हटाना भी भूल गए हैं. हद हाल है.'' योगेश शर्मा पूछते हैं, ''पुराने और इस पोस्टर में क्या बदलाव है, जरा बताओ. माता सीता की मांग में सिंदूर नहीं है. श्रीराम को किसी कवच की जरूरत नहीं है. हमारे हनुमान बिना मूंछ के हैं.''
देखा जाए तो पिछले साल अक्टूबर में फिल्म के टीजर की रिलीज के बाद जो निगेटिव माहौल बना है, वो अभी तक कायम है. इस फिल्म से लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें थीं. ओम राउत और प्रभास का इतिहास देखकर लोगों को लगा कि ये एक बेहतरीन पौराणिक फिल्म बनेगी. लेकिन टीजर आने के बाद लोग नाराज हो गए. फिल्म में रावण, सीता और हनुमान के लुक को लेकर काफी बवाल हुआ था. इतना ही नहीं फिल्म को बैन करने की मांग भी उठी थी. धार्मिक से लेकर राजनीतिक संगठनों तक ने इस फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किए थे. हिंदू धर्म के अनुयाइयों का मानना था कि जानबूझकर उनके धर्म का माखौल उड़ाया जा रहा है. क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर फिल्मकारों के पास किसी भी धर्म का मजाक उड़ाने की छूट नहीं होनी चाहिए. यहां तक कि फिल्म को बैन करने के लिए दिल्ली की एक अदालत में याचिका भी दायर कर की गई थी. सर्व ब्राह्मण महासभा ने निर्देशक ओम राउत को लीगल नोटिस तक भेज दिया था.
फिल्म 'आदिपुरुष' का विरोध करने वाला का कहना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में रामायण जैसे महाकाव्य के मूल स्वरूप में हेरफेर नहीं किया जा सकता है. रामायण भारत की संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिकता का अहम हिस्सा है. भगवान राम की पारंपरिक छवि शांत प्रिय रही है, जबकि फिल्म के टीजर में उनको एक अत्याचारी, प्रतिशोधी और गुस्सैल व्यक्ति के रूप में दिखाया गया है. इतना ही नहीं हनुमान जी को भी क्रूर और वीभत्स रूप में दिखाया गया है. रावण के किरदार में सैफ अली खान किसी मुगल अक्रांता की तरह लग रहे हैं. ऐसी फिल्म जो किसी धर्म विशेष के लोगों की भावनाएं आहत कर रही हो, उसे रिलीज नहीं होने दिया जाना चाहिए. लोगों के व्यापक विरोध को देखते हुए फिल्म के मेकर्स को झुकना पड़ा. यही वजह है कि इसकी रिलीज डेट 13 जनवरी से आगे बढ़ाकर 16 जून कर दी गई. इस दौरान मेकर्स ने जरूरी सुधार करने की बात कही, लेकिन नए पोस्टर ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
आपकी राय