Adipurush Trailer Review: आदिपुरुष के ट्रेलर ने मेकर्स के सारे 'पाप' धो दिए
Adipurush Movie Trailer Review in Hindi: ओम राउत के निर्देशन में बनी 'बाहुबली' फेम प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' 16 जून को पैन इंडिया रिलीज के लिए तैयार है. हिंदू महाकाव्य रामायण की कथा पर आधारित इस फिल्म का बेहतरीन ट्रेलर रिलीज किया गया है. इसमें भव्य सिनेमा की शानदार झलक देखने को मिल रही है.
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''मंगल भवन, अमंगल हारी, द्रबहु सु दसरथ, अजिर बिहारी; राम सिया राम, सिया राम जय जय राम''...रामायण की इस चौपाई के साथ अपने मंगल की कामना करते हुए फिल्म 'आदिपुरुष' के मेकर्स ने इसका बेहतरीन ट्रेलर रिलीज कर दिया है. फिल्म के टीजर और फर्स्ट लुक पोस्टर्स में जो गलतियां की गई थीं, उन सभी को सुधारते हुए भव्य सिनेमा की एक शानदार झलक दिखाई गई है. इसके साथ ही पहले कभी नहीं देखे गए वीएफएक्स और स्पेशल विजुअल इफेक्ट्स के जरिए भारतीय सभ्यता के इतिहास की सबसे महान गाथा रामायण को सिनेमाई सादर श्रद्धांजलि दी गई है. हर किरदार को नए सिरे से बहुत बारीकी से गढ़ा गया है, जो कि धार्मिक भावनाओं के अनुकूल लगता है.
प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' 16 जून को पैन इंडिया रिलीज के लिए तैयार है.
फिल्म 'आदिपुरुष' के 3 मिनट 19 सेकेंड का ट्रेलर भगवान हनुमान की आवाज के साथ शुरू होता है. इस किरदार को मराठी अभिनेता देवदत्त नाग ने किया है. हनुमान जी एक गुफा में बैठकर ध्यान करते हुए हमें भगवान राम से परिचित कराते हैं. एक इंसान से भगवान बनने की कहानी कहते हैं. वो 'बाहुबली' फेम प्रभास के किरदार से परिचित कराते हुए कहते हैं, ''ये कहानी है मेरे प्रभु श्रीराम की, उनकी जो मानव से भगवान बन गए, जिनका जीवन था मर्यादा का उत्सव, नाम था राघव. जिनके धर्म ने तोड़ दिया अधर्म का अहंकार. गाथा उस रघुनंदन की. युग युगांतर से जीवीत और जागृत, ये कहानी है रामायण की.'' इस दौरान श्रीराम, सीताजी, लक्ष्मण के किरदारों की झलक दिखाई जाती है.
फिल्म में अभिनेत्री कृति सेनन ने सीता जी और अभिनेता सनी सिंह निज्जर ने लक्ष्मण का किरदार किया है. इसके बाद रावण का किरदार कर रहे अभिनेता सैफ अली खान की आवाज गूंजती है. वो कहते हैं, ''भिक्षां देहि, भिक्षां देही''. ये रामायण का सबसे अहम सीन है, जब रावण सीता हरण (किडनैप) करता है. इसके लिए मायावी हिरण का सहारा लेता है. यही घटना रामायण में राम और रावण के बीच युद्ध का आधार है. यहां रावण बने सैफ अली खान की झलक दिखाई जाती है. उनके किरदार में बहुत सुधार किया गया है. वरना टीजर में हॉलीवुड के किसी विलेन की तरह उनको दिखाया गया था. लंबे बाल और दाढ़ी के साथ माथे पर लाल लंबा टीका लगाए साधु के वेश में वो सम्मोहित करते हैं.
Adipurush Movie का ट्रेलर देखिए...
इसके बाद सीता हरण और रावण-जटायु युद्ध की एक छोटी सी झलक दिखाई जाती है. अशोक वाटिका में निराश बैठी सीताजी की झलक भावुक करने वाली है. ट्रेलर के अगले फ्रेम में श्रीराम और सीता के बीच के अद्भुत प्रेम को दिखाया जाता है. अभी तक रामायण पर जितने भी सीरियल या फिल्में बनी हैं, उनमें प्रेम पक्ष पर कभी इतने विस्तार से प्रकाश नहीं डाला गया है. ओम राउत ने इस पक्ष को शामिल करके साहस का काम किया है. क्योंकि श्रीराम को तो लोग मर्यादपुरुषोत्तम मनाते हैं. सीता हरण के बाद श्रीराम परेशान हैं. उनको पता चल चुका है कि रावण ने ही ये दुस्साहस किया है. उनके साथ अपनी सेना भेजने और युद्ध करने के लिए कई राज्यों के राजा ऑफर करते हैं, लेकिन वो इसे मर्यादा के विरुद्ध मानते हैं.
लक्ष्मण कहते हैं कि क्या उनको मर्यादा उनकी भाभी मां के प्राणों से ज्यादा प्रिय है. इस पर श्रीराम कहते हैं, ''जानकी में मेरे प्राण बसते हैं और मर्यादा मुझे अपने प्राणों से भी ज्यादा प्रिय है.'' इसके बाद भगवान श्रीराम के नाम का जयघोष होता है, ''तेरे ही भरोसे हैं हम, तेरे ही सहारे, दुविधा की घड़ी में ये मन तुझके ही पुकारे, तेरे ही बल से है बल हमारा, तू ही करेगा मंगल हमारा, मंत्रों से बढ़कर तेरा नाम, जय श्रीराम, जय श्रीराम राजाराम, जय श्रीराम राजाराम''. शबरी और राम के मिलन के अद्भुत क्षण को भी ट्रेलर में शामिल किया है. रामायण में इस मिलन के जरिए सामाजिक समानता का संदेश दिया गया था. फिल्म में भी श्रीराम शबरी से कहते हैं, ''हम जन्म से नहीं कर्म से छोटे या बड़े होते हैं.''
फिल्म के ट्रेलर के अगले फ्रेम में युद्ध की तैयारियों के सीन दिखाए जाते हैं. पहले सीन में हनुमान जी की शक्ति से परिचय कराया जाता है. उनको संजीवनी के लिए पर्वत उठाए उड़ते हुए दिखाया जाता है. इसके बाद जंगल के जानवरों से बनी सेना दिखाई जाती है. इसमें बंदर और भालू शामिल हैं. अंगद को श्रीराम के दूत के रूप में श्रीलंका जाते दिखाया जाता है. वो माता सीता से मिलते हैं, जहां वो कहती हैं, ''राघव ने मुझे पाने के लिए शिव धनुष तोड़ा था, अब उन्हें रावण का घमंड तोड़ना होगा.'' अंगद को लंका दहन करते हुए भी दिखाया जाता है. ''गाड़ दो अहंकार की छाती में विजयी भगवा ध्वज''...श्रीराम के इस उद्घोष के साथ युद्ध का बिगुल बज जाता है. राम की सेना लंका पर चढ़ाई कर देती है.
बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए हुई इस लड़ाई को श्रीराम और उनकी सेना ने लड़ा था. उसका जो भी संदेश था, उसे फिल्म में पूरी तरह दिखाने की कोशिश की गई है. इसके लिए वीएफएक्स और स्पेशल विजुअल इफेक्ट्स का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया है. ओम राउत और उनकी टीम ने इस मामले में एक नई लकीर खींची है, ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा. भगवान राम की विभिन्न भावनाओं को चित्रित करने के लिए प्रयुक्त भाषा और शब्दों का चयन सावधानी से किया गया है. जब वह क्रोधित होते हैं, विनम्र होते हैं, प्यार करते हैं, तो हर संवाद उनके व्यक्तित्व का एक अलग पक्ष दिखाता है. इसमें क्षमा से लेकर प्रतिशोध तक की असंख्य भावनाएं छिपी होती हैं. इसमें कई विस्मयकारी दृश्य और क्षण हैं.
फिल्म में प्रभास, शरद केलकर और मनोज मुंतशिर की तिकड़ी का कमाल साफ नजर आ रहा है. मनोज के लिखे शब्द, शरद की आवाज और प्रभास का ओहरा, इसे भव्य बना रहा है. बाहुबली के बाद दूसरी बार शरद पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास के लिए अपनी आवाज दे रहे हैं. निश्चित तौर पर इसका फायदा मिलने वाला है. सबसे बड़ी बात इस फिल्म के मेकर्स उनक सभी गलतियों का सुधारा है, जिसकी वजह से लोग नाराज थे. जितना संभव हो पाया है, उन्होंने इसे वास्तविक दिखाने की कोशिश की है. यही वजह है कि कहा जा रहा है कि ट्रेलर अपनी गलतियां सुधार के मेकर्स ने अपने सारे पाप धो लिए हैं. इसकी भव्यता बड़े पर्दे अधिक दिखती है. खासकर 3डी में इसका इफेक्ट्स अलग ही नजर आने वाला है.
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