लगातार 3 फ्लॉप के बाद अक्षय कुमार बैकफुट पर, सिनेमाघर नहीं अब OTT पर आएगी 'कटपुतली'
बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड फिल्मों की तबाही से हिंदी सिनेमा उद्योग परेशान है. तीन फ्लॉप के बाद अक्षय कुमार की नई फिल्म कटपुतली को सीधे ओटीटी पर रिलीज किया जा रहा है. क्या अब बॉलीवुड निर्माता सिनेमाघरों से डरने लगे हैं?
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अक्षय कुमार स्टारर एक और फिल्म 'कटपुतली' रिलीज के लिए तैयार है. हालांकि मेकर्स ने इसे सिनेमाघरों की बजाए सीधे ओटीटी पर ही रिलीज करने की योजना बनाई है. कटपुतली से अक्षय कुमार का पहला लुक भी जन्माष्टमी के मौके पर सामने आ चुका है. जबकि एक दिन बाद ट्रेलर फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया जाएगा. इस साल अब तक अक्षय कुमार की तीन बड़ी फ़िल्में- बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज और रक्षा बंधन रिलीज हो चुकी हैं. 'कटपुतली' साल में अक्षय की रिलीज हो जा रही चौथी फिल्म है. हालांकि अक्षय की पिछली तीनों फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरी तरह फ्लॉप हुईं. सम्राट पृथ्वीराज तो बहुत बड़े स्केल की फिल्म थी.
अक्षय के करियर में पिछले एक दशक से कभी ऐसा नहीं दिखा जब उनकी फ़िल्में टिकट खिड़की पर लाइन लगाकर फ्लॉप हुईं हों. तो क्या यह मान लेना चाहिए कि एक्टर बॉक्स ऑफिस पर नाकामी से बचने के लिए अपनी फिल्म को सीधे ओटीटी पर लाने का फैसला लिया है? अभी स्पष्ट तो नहीं कहा जा सकता मगर संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. बेशक फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर तमाम चीजें अक्षय के पक्ष में नहीं दिख रही हैं. उदाहरण के लिए समीक्षकों की तारीफ़ पाने के बावजूद 'द कश्मीर फाइल्स' के तूफ़ान में बच्चन पांडे की तरफ किसी का ध्यान ही नहीं गया. जबकि पृथ्वीराज की भूमिका के लिए सम्राट पृथ्वीराज जबरदस्त आलोचनाओं के केंद्र में रही और लोगों ने खिलाड़ी कुमार की फिल्म को प्रभावहीन करार दिया.
कटपुतली में अक्षय कुमार.
पृथ्वीराज के रूप में अक्षय को पचा नहीं पाए थे लोग
लोगों को पसंद नहीं आया कि पृथ्वीराज के युवा किरदार के लिए अक्षय को कैसे कास्ट कर लिया गया. उनका अभिनय भी लोगों को घिसा पिटा नजर आया. रक्षा बंधन के लिए अक्षय को निगेटिव सोशल कैम्पेनिंग का सामना भी करना पड़ा था. कुछ त्योहारों पर उनके पुराने बयानों को लेकर लाल सिंह चड्ढा जैसा विरोध दिखा है. पिछले हफ्ते फिल्म मुश्किल से 38.30 करोड़ रुपये की कमाई करने में कामयाब हुई थी. अब अक्षय की पिछली तीन फिल्मों की नाकामी और उनके खिलाफ बने माहौल के मद्देनजर कहा जा सकता है कि कटपुतली को ओटीटी पर दिखाने का फैसला सोची समझी रणनीति का हिस्सा है.
सोशल मीडिया पर एक धड़े का कहना है कि हाल में आई बॉलीवुड फिल्मों का कंटेंट उतना बुरा नहीं है जितना कि प्रचारित किया गया. यह भी कहा गया कि ऐसे निगेटिव माहौल में बॉलीवुड के लिए अच्छा होगा कि वह फिल्मों को सीधे ओटीटी पर ले जाए ताकि वह दर्शकों की पहुंच में हों. वैसे भी हिंदी पट्टी में इस वक्त सिनेमाघरों की बजाए ओटीटी पर फिल्मों को देखने का हेल्दी ट्रेंड नजर आ रहा है. अगर पिछले कुछ महीनों में सिनेमाघरों में रिलीज फ़िल्में और सीधे ओटीटी पर रिलीज फिल्मों की तुलना देखें तो समझ में आता है कि ओटीटी कंटेंट को दर्शकों ने खूब पसंद किया है.
डार्लिंग्स से बॉलीवुड दिख रही है राह
हाल ही में आई डार्लिंग्स का सटीक उदाहरण से इसे साबित भी किया जा सकता है. डार्लिंग्स मुस्लिम कपल की कहानी है. नेपोटिज्म की वजह से आलिया भट्ट निगेटिव कैम्पेन के निशाने पर रहती हैं. बावजूद फिल्म को ना सिर्फ सराहा गया बल्कि उसे खूब देखा भी गया है. नेटफ्लिक्स के मुताबिक़ डार्लिंग्स दुनियाभर में उसके प्लेटफॉर्म पर देखी गई सर्वाधिक 'नॉन इंग्लिश' फिल्म है. डार्लिंग्स से पहले भी जो फ़िल्में ओटीटी पर इस साल आईं उन्होंने ठीकठाक दर्शक जुटाए. अक्षय की फिल्म का ओटीटी पर आना निश्चित ही एक रणनीतिक योजना है.
जहां तक बात कटपुतली की है उसे डिजनी प्लस हॉटस्टार पर अगले महीने 2 सितंबर को रिलीज किया जाएगा. कटपुतली, मिशन सिंड्रेला की आधिकारिक रीमेक है. यह असल में क्राइम थ्रिलर ड्रामा है. फिल्म का निर्देशन रंजीत तिवारी ने किया है.
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