अक्षय-आमिर-अमिताभ भी YRF की कोई पीरियड ड्रामा हिट नहीं करा पाए, रणबीर की शमशेरा का क्या होगा?
शमशेरा से पहले यशराज फिल्म्स ने डिटेक्टिव ब्योमकेश, ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और सम्राट पृथ्वीराज के रूप में तीन फिल्मों का निर्माण किया है. दर्शकों ने तीनों फिल्मों को बुरी तरह से खारिज कर दिया था. सवाल है कि YRF की पीरियड ड्रामा शमशेरा का क्या होगा.
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यशराज फिल्म्स (YRF) बॉलीवुड के सबसे बड़े बैनर्स में शुमार है. अब तक बैनर ने करीब 80 जसे ज्यादा फिल्मों का निर्माण भी किया है. सभी फ़िल्में रोमांटिक, एक्शन या हल्की फुल्की कॉमेडी ड्रामा हैं. YRF की रोमांटिक, एक्शन और कॉमेडी फिल्मों ने दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ जमकर कमाई भी की है. ये दूसरी बात है कि बैनर ने जब भी परंपरागत फ़ॉर्मूले से हटकर फ़िल्में बनाने का जोखिम उठाया, बड़ा कारोबारी नुकसान झेलना पड़ा. पीरियड ड्रामा के मामले में YRF के अनुभव बॉक्स ऑफिस पर खट्टे साबित हुए हैं. यहां तक कि बॉलीवुड की सबसे बड़ी स्टारकास्ट और बेहतरीन कहानियां भी सिनेमाघरों में दर्शकों को आकर्षित करने में फेल हो गईं.
यशराज फिल्म्स की एक और पीरियड ड्रामा 'शमशेरा' शुक्रवार को रिलीज के लिए तैयार है. ब्रिटिश इंडिया में आदिवासी स्वतंत्रता और सम्मान की कहानी को दिखाने वाली शमशेरा में रणबीर कपूर दोहरी भूमिका निभा रहे हैं. उनके अपोजिट वाणी कपूर हैं. फिल्म में संजय दत्त भी रणबीर के सामने मुख्य विलेन की भूमिका में नजर आएंगे. यशराज फिल्म्स का इतिहास देखा जाए तो शमशेरा- बैनर की चौथी पीरियड ड्रामा है. करण मल्होत्रा के निर्देशन में बनी शमशेरा से पहले बैनर ने डिटेक्टिव ब्योमकेश, ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और सम्राट पृथ्वीराज के रूप में दो भव्य पीरियड ड्रामा का निर्माण किया था.
शमशेरा YRF की चौथी पीरियड ड्रामा है.
विजय कृष्ण आचार्य के निर्देशन में बनी ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान को शिद्दत से बनाया गया था. फिल्म की कहानी के बैकड्राप में अंग्रेजों के उत्पीड़न के खिलाफ भारतीयों के संघर्ष को दिखाया गया है. फिल्म की कहानी काल्पनिक थी. अमिताभ बच्चन, आमिर खान, कटरीना कैफ और फातिमा सना शेख जैसे दिग्गज कलाकारों के होने के बावजूद फिल्म रिलीज होने के बाद दर्शकों ने इसे खारिज कर दिया था. ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान YRF के इतिहास में सबसे बड़ी डिजास्टर साबित हुई थी. कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया था कि फिल्म को 300 करोड़ के भारी भरकम बजट में बनाया गया था.
ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और सम्राट पृथ्वीराज बहुत बड़ी फ़िल्में थीं, लेकिन बुरी तरह डूब गईं
स्टारकास्ट से लेकर कॉस्टयूम और सेट हर जगह भव्यता का ख्याल रखा गया था. फिल्म 2018 में रिलीज हुई थी. अमिताभ-आमिर जैसे सितारों का फिल्म में होने की वजह से खूब हाइप थी. फिल्म ने रिलीज के बाद पहले दिन 52.25 करोड़ के रूप में रिकॉर्ड कलेक्शन भी निकाला. लेकिन कंटेंट दर्शकों को पसंद नहीं आया और आगे जाकर एक हफ्ते में ही फिल्म बैठ गई. बॉलीवुड हंगामा के मुताबिक़ देसी बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म मुश्किल से 151.19 करोड़ की कमाई कर पाई थी. पिछले डेढ़ दशक में आई आमिर की फिल्मों में यह इकलौती असफल के रूप में दर्ज हुई. यशराज फिल्म्स को फ्लॉप से तगड़ा नुकसान पहुंचा था.
इसके बाद इसी साल आई सम्राट पृथ्वीराज के रूप में यशराज ने एक बार फिर पीरियड ड्रामा को लेकर जोखिम उठाने की कोशिश की. सम्राट पृथ्वीराज की कहानी ऐतिहासिक थी. फिल्म में अक्षय कुमार, संजय दत्त, सोनू सूद और आशुतोष राणा जैसे दिग्गज कलाकार अहम भूमिकाओं में थे. सम्राट पृथ्वीराज को लेकर भारतीय जनमानस में जिस तरह की भावनाएं थीं और टिकट खिड़की पर अक्षय कुमार के ट्रैक रिकॉर्ड को देखने हुए ट्रेड सर्किल को उम्मीद थी कि यह एक बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित होगी. तमाम राज्य सरकारों ने रिलीज के साथ ही फिल्म को टैक्स फ्री भी करार दे दिया बावजूद करीब 200 करोड़ से ज्यादा बजट में बनी फिल्म को दर्शकों ने खारिज कर दिया.
सम्राट पृथ्वीराज बुरी तरह फ्लॉप हुई थी.
सम्राट पृथ्वीराज ने पहले दिन मात्र 10.70 करोड़ की ओपनिंग हासिल की थी. डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी फिल्म ने देसी बॉक्स ऑफिस पर महज 68.05 करोड़ का लाइफटाइम कलेक्शन निकाला था. इस लिस्ट में सुशांत सिंह राजपूत की मुख्य भूमिका से सजी डिटेक्टिव ब्योमकेश को भी रखा जा सकता है. साल 2015 में आई और करीब 35 करोड़ के बजट में बनी फिल्म भी फ्लॉप ही साबित हुई थी. जहां YRF की ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान की कहानी दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाई वहीं सम्राट पृथ्वीराज में कई स्तरों की गलतियां देखने को मिलीं. उदाहरण के लिए कास्टिंग और ऐतिहासिक विवरणों पर खूब सवाल उठे. लोगों ने माना कि एक युवा सम्राट के रूप में अक्षय कुमार की कास्टिंग हर लिहाज से खराब थी. सम्राट पृथ्वीराज की कहानी दिखाने के लिए जिस तैयारी और धैर्य की जरूरत थी वह फिल्म में कहीं नजर नहीं आई. वैसे भी पीरियड ड्रामा में भव्यता के साथ साथ कास्टिंग से लेकर तमाम चीजों का ख्याल रखना पड़ता है.
पीरियड ड्रामा के मामले में अनुभवहीन बैनर है YRF
अगर संजय लीला भंसाली की फिल्मों को देखें तो वे इन चीजों पर बहुत काम करते हैं और यही वजह है कि उनकी लगभग सभी पीरियड ड्रामा ने टिकट खिड़की पर जबरदस्त बिजनेस किया है. बॉलीवुड के खाते में अब तक जितनी भी ब्लॉकबस्टर पीरियड ड्रामा हैं उनमें से अधिकांश को भंसाली ने ही बनाया है. YRF की पिछली पीरियड ड्रामा का इतिहास शमशेरा के लिए आशंकाएं उत्पन करने के लिए पर्याप्त है. पिछली फिल्मों का जो हाल हुआ उससे यह बात पता चलती है कि रोमांटिक और एक्शन फिल्मों के जरिए बॉलीवुड में नई धारा की शुरुआत करने वाला बैनर पीरियड ड्रामा को लेकर अनुभवहीन नजर आता है. बैनर अब तक पीरियड ड्रामा फिल्मों के दर्शकों की जरूरत पूरी करने में नाकाम ही रहा है.
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