लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी 'सूर्यवंशी' और '83' जैसी बड़ी फिल्में रिलीज में डर क्यों?
यदि लॉकडाउन नहीं हुआ होता तो अक्षय कुमार की 'सूर्यवंशी' और रणवीर सिंह की '83' पिछले साल रिलीज हो गई होतीं. लॉकडाउन के बाद अब केंद्र सरकार ने सिनेमाघरों को पूरी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी, लेकिन फिर भी मेकर्स अभी फिल्म रिलीज करने से बच रहे हैं.
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कोरोना की मार से कराह रही हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री का दर्द अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वैसे लॉकडाउन तो कभी का खत्म हो चुका है. सरकार ने भी अब सिनेमाघरों को 50 फीसदी से अधिक क्षमता के साथ खोलने का आदेश जारी कर दिया है. इसके बावजूद मेकर्स बड़ी फिल्मों को रिलीज करने से डर रहे हैं. इसमें दो बड़ी बजट फिल्मों का नाम प्रमुख है, रणवीर सिंह (Ranveer Singh) की फिल्म '83' और अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की फिल्म 'सूर्यवंशी' (Suryavanshi). दोनों फिल्में पिछले साल ही रिलीज होने वाली थीं, लेकिन अब तक नहीं हो पाईं. इस वजह से इन फिल्मों की लागत पर ब्याज की रकम निर्माण मूल्य में लगातार इजाफा कर रही है. इस वक्त ब्याज की रकम 25 करोड़ से अधिक हो गई है.
सूर्यवंशी और 83 फिल्म के रिलीज डेट का इंतजार.
यदि कोरोना की वजह से लॉकडाउन नहीं हुआ होता तो अक्षय कुमार की 'सूर्यवंशी' और रणवीर सिंह की '83' पिछले साल मार्च और अप्रैल में रिलीज हो गई होतीं. केंद्र सरकार ने सिनेमाघरों को जब पूरी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी, तो ऐसा लगा कि फिल्ममेकर्स भी अब अपनी फिल्मों की रिलीज डेट की घोषणा कर देंगे. लेकिन अभी तक किसी भी बड़ी फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा नहीं की गई है. आखिर ऐसा क्यों? अब किसी बात से फिल्ममेकर्स को डर लग रहा है? इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाह रहा है. दरअसल, सिनेमाघरों को लेकर केंद्र सरकार के नए आदेश भले ही जारी हो चुके हैं, लेकिन राज्य सरकारों ने अभी भी केंद्र सरकार द्वारा दी गई क्षमता की पुष्टि नहीं की है, जिस पर कि वहां के सिनेमाघर काम कर सकते हैं.
राज्य सरकारें जब तक अपने यहां केंद्र की गाइड लाइन जारी नहीं करती हैं, तब तक 50 फीसदी तक की वर्तमान क्षमता ही जारी रहेगी. ऐसे में इस ऊहापोह की स्थिति में कोई फिल्म मेकर्स अपनी फिल्में क्यों रिलीज करना चाहेगा. दूसरी बड़ी वजह है ओवरसीज में फिल्मों की रिलीज. भारतीय फिल्मों के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और चीन तीन सबसे बड़े ओवरसीज मार्केट हैं. चूंकि चीन के साथ फिलहाल व्यापारिक रिश्ते तनावपूर्ण हैं और अमेरिका, ब्रिटेन में कोरोना की वजह से अभी भी सिनेमाघर बंद हैं, इसलिए यहां फिल्में रिलीज कर पाना अभी संभव नहीं है. फिल्मों के ओवरसीज राइट्स के लिए डिस्ट्रीब्यूटिंग कंपनी का मिलना भी मुश्किल है. ऐसे में कोरोना की वजह से पहले नुकसान झेल रहे फिल्म मेकर्स अपने प्रॉफिट शेयर में घाटा झेलना नहीं चाहेंगे.
कोरोना काल खंड में अन्य इंडस्ट्री की तरह फिल्म इंडस्ट्री ने भी बहुत कष्ट भुगते हैं. लॉकडाउन के दौरान फिल्म इंडस्ट्री को करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बॉक्स ऑफिस से फिल्म इंडस्ट्री को हर साल करीब 5 से 6 हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर आता है. सैटेलाइट और ओटीटी राइट्स से करीब 8-9 हजार करोड़ रुपये मिलते हैं. इसमें म्यूजिक इंडस्ट्री की करीब 3-4 हजार करोड़ की हिस्सेदारी रहती है. इस वक्त इक्का-दुक्का फिल्मों को छोड़ दें, तो सारी फिल्में नेटफ्लिक्स, अमेजन, Zee5, Hot Star और MX Player जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सीधे रिलीज कर दी जा रही हैं. इससे बॉक्स ऑफिस और सैटेलाइट राइट्स के रूप में मिलने वाले करोड़ों रुपये का नुकसान अलग से हो रहा है.
बॉलीवुड के अलावा यदि ग्लोबल फिल्म इंडस्ट्री की बात करें, तो कोरोन वायरस की वजह से दुनिया भर के सिनेमा उद्योगों को करीब 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है. लॉकडाउन की वजह से सिनेमाघरों के बंद होने के साथ ही मूवी प्रीमियर स्थगित होने, स्क्रीनिंग रद्द होने और बॉक्स ऑफिस बंद होने की वजह से 10 बिलियन डॉलर का नुकसान अलग से हुआ है. कोरोना का जन्मदाता देश चीन बॉक्स ऑफिस के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है, यहां करीब 70 हजार मूवी थिएटर हैं, जो वायरस के प्रकोप की वजह से बंद रहे. हालांकि, अब खोल दिए गए हैं, लेकिन मुनाफा घट गया है. चीनी नव वर्ष की छुट्टियों में टिकटों की बिक्री, इस साल 24 जनवरी से 23 फरवरी तक 4.2 मिलियन डॉलर थी, जबकि 2019 में यह बिक्री 1.76 बिलियन डॉलर रही थी.
लॉकडाउन की वजह से जब मूवी थियेटर बंद हो गए, तो कई मेकर्स ने नुकसान सहते हुए अपनी फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर दीं. इनमें अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो सिताबो', दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत की 'दिल बेचारा', विद्या बालन की 'शकुंतला देवी', नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और राधिका आप्टे की 'रात अकेली है', कुणाल खेमू की 'लूटकेस', विद्युत जामवाल और श्रुति हसन की 'यारा', 'मी रक़सम', अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी बॉम्ब', संजय दत्त की 'सड़क2', वरुण धवन की 'कुली नंबर1' और भूमि पेडनेकर की 'दुर्गामती' प्रमुख हैं. इनके अलावा कई कई बड़े बैनर की फिल्में तो शुरू ही नहीं हो पाईं. इनमें ‘किक2’, ‘दोस्ताना2’ और ‘तख्त’ का नाम प्रमुख है. मल्टीस्टारर फिल्म तख्त तो करण जौहर का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन इसे फिलहाल के लिए होल्ड कर दिया गया है.
वैसे एक तरह जहां बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स बहुत धीरे-धीरे अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ साउथ फिल्म इंडस्ट्री ने अपनी फिल्में रिलीज करनी शुरू कर दी है. कई बड़ी फिल्मों के रिलीज डेट का ऐलान किया गया है. इसमें यश स्टारर फिल्म KGF Chapter 2, प्रभास की फिल्म 'राधे श्याम' और RRR का नाम प्रमुख है. KGF Chapter 2 16 जुलाई को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. वहीं प्रभास ने अपनी फिल्म 'राधे श्याम' का प्रमोशन शुरू कर दिया है. हाल ही में रिलीज़ हुई तमिल फिल्म 'मास्टर' ने तो कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. साउथ के सुपरस्टार विजय की ये फिल्म 13 जनवरी, 2021 को रिलीज़ हुई थी. इसने केवल तीन दिनों में दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है. इतने ही दिनों में केवल तमिलनाडु में फिल्म 50 करोड़ रुपये की कमाई करने में सफल रही है.
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