कम दर में टिकट वाले फ़ॉर्मूले पर अमिताभ बच्चन की गुडबॉय, क्या बॉलीवुड फिल्म देखने आएंगे दर्शक?
निर्माताओं ने रिलीज के दिन अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना की कॉमेडी ड्रामा गुडबाय के टिकटों के दाम कम करने का फैसला लिया है. निर्माताओं की इस कोशिश से फिल्म को कारोबारी फायदा मिलेगा.
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बॉलीवुड में फिल्मों की असफलता में निगेटिव कैम्पेनिंग या फिल्मों को लेकर बन रहे खराब वर्ड ऑफ़ माउथ निर्माताओं की नजर में एक बड़ी वजह के रूप में सामने आती दिख रही है. शायद यही वजह है कि अब निर्माता इससे निपटने की योजना पर काम करते दिख रहे हैं. रिलीज के साथ फिल्म को लेकर दर्शकों का एक सकारात्मक नजरिया बने, इसके लिए अलग तरह के पीआर का सहारा लिया जा रहा है. इसी के तहत अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना की फैमिली कॉमेडी ड्रामा 'गुडबाय' की रिलीज से पहले मेकर्स की तरफ से एक बड़ी घोषणा की गई है. फिल्म इसी शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी.
निर्माताओं ने रिलीज के दिन फिल्म के टिकटों के दाम पहले ही तय कर दिए हैं. दिनभर सिर्फ 150 रुपये में फिल्म की टिकट बेंची जाएगी. आधिकारिक घोषणा हो चुकी है. अमिताभ बच्चन के एक वीडियो के जरिए निर्माताओं ने फैसले की जानकारी साझा की है. निर्माताओं को पक्का यकीन है कि टिकटों की कम दरों से ना सिर्फ़ दर्शक सिनेमाघर में फ़िल्में देखने आएंगे बल्कि इससे फिल्म के पक्ष में पॉजिटिव वर्ड ऑफ़ माउथ बनने में भी मदद मिलेगी और फिल्म बाकी के दिनों में अच्छा कलेक्शन निकाल सकती है. गुडबाय को विकास बहल ने निर्देशित किया है. विकास इससे पहले क्वीन और सुपर 30 जैसी फैमिली एंटरटेनर बना चुके हैं. फिल्म का आकर्षण रश्मिका मंदाना की वजह से भी है. यह बॉलीवुड में उनकी डेब्यू फिल्म है.
गुडबाय
जहां तक टिकटों के दाम करने का फैसला है- गुडबाय को इससे कितना फायदा पहुंचेगा यह आने वाले वक्त में पता चल जाएगा.
टिकटों के दाम करने का फ़ॉर्मूला कहां से आया?
टिकटों के दाम कम करने का फ़ॉर्मूला हाल ही में देखने को मिला था. असल में हाल ही में नेशनल सिनेमा डे के दिन तमाम फिल्मों के टिकट 100 रुपये कर दिए गए थे. टिकटों के दाम कम होने की वजह से उस दिन सिनेमाघरों में दर्शकों की जबरदस्त भीड़ पहुंची थी. चुप: रिवेंज ऑफ़ द आर्टिस्ट, ब्रह्मास्त्र और तमाम फिल्मों ने जमकर कमाई की थी. लेकिन जैसे ही दाम सामन्य हो गए ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्म का भी कलेक्शन नीचे लुढ़क गया. बाद में ब्रह्मास्त्र ने सप्ताह ए आख़िरी दिनों में भी टिकटों के दाम कम किए.
इससे पहले आर बाल्की ने अपनी फिल्म चुप को रिलीज से कुछ ही दिन पहले देशभर के कुछ चुनिंदा सिनेमाघरों में मुफ्त दिखाई थी. आम दर्शकों के लिए एक दिन की फ्री स्क्रीनिंग और नेशनल सिनेमा डे पर टिकटों के कम दाम ने कहीं ना कहीं चुप के पक्ष में बने जबरदस्त वर्ड ऑफ़ माउथ की वजह रही. हो सकता है कि गुडबाय के निर्माता भी कुछ प्रयोग कर रहे हैं. वैसे बॉलीवुड सिनेमाघरों में जिस तरह जूझ रहा है अगर इसी तरह की रियायतें दर्शकों को मिली तो इसमें शक नहीं कि फिल्म बिजनेस में सुधार दिखे.
गुडबाय में क्या है?
गुडबाय कॉमेडी ड्रामा है. फिल्म की कहानी नई तो नहीं कही जा सकती. मृत्युशोक पर पहले भी इस तरह की कॉमेडी फ़िल्में दिखीं हैं. खासकर बॉलीवुड में बनी रामप्रसाद की तेरहवीं एक यादगार फिल्म है. हालांकि लो स्केल की फिल्म रिलीज के वक्त बहुत सुर्खियां बटोर नहीं पाई थी. गुडबाय की कहानी भी एक परिवार की है. बच्चों का अपने पिता के साथ नोकझोक आम बात है. शायद इसी वजह से बच्चे पिता से दूर अपनी पढ़ाई और नौकरियों में व्यस्त हैं. उनकी मां का निधन हो जाता है. बच्चे घर पहुंचते हैं और मां के अंतिम संस्कार से लेकर श्राद्ध तक छोटी छोटी बातों पर उनके बीच की असहमतियों को कॉमिक अंदाज में पेश किया गया है. फिल्म का ट्रेलर आ चुका है. विषय भले घिसा पिता है मगर ट्रेलर आकर्षक नजर आया और एक बेहतर मनोरंजन की गारंटी देता है.
गुडबाय में अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना के अलावा नीना गुप्ता, सुनील ग्रोवर, अभिषेक खान और आशीष विद्यार्थी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे. गुडबाय का निर्माण बालाजी मोशन पिक्चर्स ने किया है.
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