New

होम -> सिनेमा

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 12 अक्टूबर, 2021 07:25 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
  • Total Shares

आखिरकार बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने पान मसाला के विज्ञापन से तौबा कर लिया है. वो भी अपने 79वें बर्थडे के दिन उन्होंने ये बड़ा फैसला लिया है. यहां तक कि बाकायदा उनके ऑफिस की तरफ इसके बारे में स्टेटमेंट जारी हुआ है, जिसके बाद खुद बिग बी ने भी अपने ऑफिशियल ब्लॉग पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी है. अब यहां बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि जो अमिताभ बच्चन कल तक पान मसाला के इस विज्ञापन के पक्ष में अपनी दलीलें पेश कर रहे थे. इसमें कई लोगों का आर्थिक हित बता रहे थे. उन्होंने अचानक इतना बड़ा फैसला कैसे कर लिया? वो भी अपने बर्थडे के दिन. यहां तक कि बिग बी ने पान मसाला कंपनी से जो पैसे प्रमोशन फीस के तौर पर लिए थे, उसे भी लौटा दिया. आखिर उनका इतना बड़ा हृदय परिवर्तन कैसे हुआ?

amitabh_101221042430.jpgबॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पान मसाला कंपनी के साथ अपना विज्ञापन करार खत्म कर लिया है.

सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लगातार ट्रोल हो रहे अमिताभ बच्चन ने ये फैसला बेइज्जती के डर से लिया या लोगों के नैतिक दबाव में आकर? ये सारे सवाल बिग बी के फैसले के साथ लोगों के जेहन में कौंध रहे हैं, लेकिन हर कोई उनके इस निर्णय की तारीफ जरूर कर रहा है. क्योंकि उनका ये फैसला केवल उन तक ही सीमित नहीं रहने वाला है, बल्कि उनकी वजह से अन्य अभिनेताओं पर भी नैतिक दबाव पड़ेगा, जो पान मसाला या शराब जैसे हानिकारक प्रोडक्ट्स के विज्ञापन कर रहे हैं या करने वाले हैं. शायद अमिताभ बच्चन के इस फैसले से प्रभावित होकर अभिनेता अजय देवगन और शाहरुख खान भी पान मसाले के विज्ञापन से तौबा कर लें. वैसे उन दोनों पर अब लोगों का दबाव पड़ना शुरू हो जाएगा. क्योंकि बिग बी ने ये फैसला लेकर एक मिसाल जरूर पेश कर दी है.

अमिताभ बच्चन ने विज्ञापन क्यों छोड़ा?

बिग बी ने पान मसाला का विज्ञापन क्यों छोड़ा, इसका जवाब उन्होंने अपने ब्लॉग के जरिए दिया है. उनके ऑफिस की ओर से जारी बयान में लिखा गया है, 'कमला पसंद का विज्ञापन प्रसारित होने के कुछ दिन बाद अमिताभ बच्चन ने ब्रांड से संपर्क किया और पिछले सप्ताह इस करार को खत्म करने का फैसला किया था. जब अमिताभ बच्चन इस ब्रांड से जुड़े थे, तब उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह सरोगेट विज्ञापन के अंतर्गत आता है. अमिताभ ने ब्रांड के साथ अनुबंध खत्म कर दिया है और प्रमोशन फीस भी वापस लौटा दी है.' दरअसल, कुछ दिन पहले अमिताभ रणवीर सिंह के साथ कमला पसंद पान मसाला के विज्ञापन में नजर आए थे. शाहरूख खान, अजय देवगन की तरह पान मसाले का विज्ञापन करने पर बिग बी को खूब ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था.

विज्ञापन के पक्ष में बिग बी की दलील

अमिताभ बच्चन के पान मसाला विज्ञापन पर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक उनकी आलोचना हुई थी. लेकिन बिग बी ने अपने अपने फैसले को सही ठहराया था. एक यूजर ने लिखा था, 'प्रणाम सर, सिर्फ एक बात पूछनी है आपसे, क्या जरूरत है आपको भी कमला पसंद पान मसाले का विज्ञापन करना पड़ा. फिर क्या फर्क है आप में और इन टूटपूंजियों में?' इस पर बिग बी ने जवाब में लिखा था, 'मान्यवर, क्षमा प्रार्थी हूं, किसी भी व्यवसाय में यदि किसी का भला हो रहा है, तो ये नहीं सोचना चाहिए कि हम उसके साथ क्यों जुड़ रहे हैं. हां, यदि व्यवसाय हो तो हमें भी अपने व्यवसाय के बारे में सोचना पड़ता है. अब आपको ये लग रहा है कि मुझे ये नहीं करना चाहिए था. लेकिन हां, मुझे भी ये करने में धनराशि मिलती है. हमारे उद्योग में जो बहुत से लोग काम कर रहे हैं, जो कर्मचारी हैं उन्हें भी रोजगार मिलता है और धन भी. और मान्यवर, टूटपूंजियों आपके मुंह से शोभा नहीं देता और ना ही हमारे उद्योग के बाकी कलाकारों को शोभित करता है. आदर समेत नमस्कार करता हूं.'

नैतिक दबाव या बेइज्जती का डर?

सोशल मीडिया पर लोगों के सवालों का जवाब देते-देते जब अमिताभ बच्चन थक गए, तो उन्होंने इस मुद्दे पर बात करनी ही बंद कर दी. लेकिन लोग नहीं रुके. सोशल मीडिया से शुरू हुई मुहिम जल्दी ही सड़क तक पहुंच गई. कई संगठनों ने अमिताभ बच्चन, रणवीर सिंह, शाहरुख खान और अजय देवगन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इतना नहीं इस मामले पर नेशनल एंटी- टोबैको ऑर्गेनाइजेशन नामक एक एनजीओ ने अमिताभ बच्चन को एक ऑफिशियल लेटर भी लिखा. इस लेटर में उन्होंने कहा था कि मेडिकल रिसर्च से पता चला है कि तंबाकू और पान मसाला जैसे पदार्थ व्यक्ति, खासकर युवाओं के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं. अमिताभ बच्चन पोलियो कैंपेन के सरकारी ब्रांड एम्बेसडर हैं. ऐसे में उन्हें पान मसाला के विज्ञापन से जल्द से जल्द हट जाना चाहिए. इस तरह लोगों द्वारा लगातार कहे जाने के बाद नैतिक दबाव में आकर बिग बी ने अपने फैसले से पीछे हटाना ही उचित समझा होगा. क्योंकि इससे उनकी छवि पर भी असर पड़ने लगा था.

विज्ञापन के बदले मिलती है धनराशि

वैसे ये कोई नई बात नहीं है कि पैसे की खातिर तमाम सेलिब्रिटीज उन चीजों को भी प्रमोट करते नज़र आ जाते हैं, जो लोगों के लिए सीधे तौर पर हानिकारक होते हैं. शाहरुख खान, आमिर खान, अमिताभ बच्चन और सैफ अली खान सहित तमाम बॉलीवुड के सितारों को शराब, तंबाकू और पान मसाला का विज्ञापन करते हुए टेलीविजन या दूसरे माध्यमों में देखा जा सकता है. जाहिर तौर पर ये सितारे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पैसों की खातिर छोड़ चुके हैं. आखिरकार ऐसा करें भी क्यों ना, इन हानिकारक प्रोडक्ट्स के विज्ञापन के लिए उन्हें मोटी रकम जो मिलती है, इसलिए वह अपने फैंस को गुटखा खाने और शराब पीने के लिए प्रेरित करते नज़र आते हैं.

आलोचना पर चुप रहते हैं कई सितारे

इससे बड़ी बात ये कि इन प्रोडक्ट्स के विज्ञापन पर जब लोग इनकी आलोचना करते हैं या इनसे लोगों को नुकसान पहुंचता है, तो यही सितारे मुंह बंद करके बैठे हुए नजर आते हैं. याद आता है जब मैगी में हानिकारक तत्व मिलने की बात सामने आई थी तब काफी हो हल्ला हुआ था. उससे जुड़े जिन सितारों ने 'मैगी प्रोडक्ट्स' का विज्ञापन किया था, जिसमें सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित इत्यादि शामिल थे, उन्होंने पूरे मामले पर चुप्पी सी साध ली थी. इसी तरह एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने तो यहां तक कह दिया कि हमें जिस चीज का विज्ञापन करना होगा हम करेंगे अगर लोगों को नहीं खरीदना है तो ना खरीदें.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय