श्रीकृष्ण पर अनुपम खेर का ये संवाद बना 'कार्तिकेय 2' की ताकत
रणवीर कपूर की हालिया रिलीज फिल्म में हिंदू धर्म (Hindu Religion) से प्रतीकों का अपमान किया गया था. लेकिन, दक्षिण भारत की फिल्म 'कार्तिकेय 2' (Karthikeya 2) में हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने की जगह उसे सही तरीके से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया है. और, अनुपम खेर (Anupam Kher) का एक संवाद इस फिल्म की जान बन गया है.
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आमिर खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म लाल सिंह चड्ढा को बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में औंधे मुंह गिर चुकी है. लेकिन, इसी बीच रिलीज हुई एक तेलगू फिल्म कार्तिकेय 2 ने हिंदी पट्टी में शानदार प्रदर्शन किया है. दरअसल, कृष्ण जन्माष्टमी से पहले रिलीज हुई कार्तिकेय 2 की कहानी भगवान श्रीकृष्ण और उनसे जुड़ी एक कथा पर आधारित है. जिसके एक सीन ने लोगों के दिलों में जगह बना ली है. इस सीन में बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर अपने कैमियो रोल में भगवान श्रीकृष्ण के बारे में रोंगटे खड़े कर देने वाला विवरण देते हैं. अनुपम खेर का ये संवाद भगवान श्रीकृष्ण के प्रति विश्वास से इस कदर लबरेज है कि जो कृष्ण के जीवन से जुड़ी हर बात को तथ्यात्मक रूप से साबित करता है. अगर ये कह दिया जाए कि अनुपम खेर का ये कैमियो रोल ही अब हिंदी पट्टी में फिल्म की यूएसपी बन गया है, तो गलत नहीं होगा.
कार्तिकेय 2 में हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने की जगह उसे सही तरीके से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया है.
सीन में क्या कहते हैं अनुपम खेर?
करीब 5 मिनट के इस छोटे से सीन में कार्तिकेय 2 के हीरो निखिल सिद्धार्थ प्रोफेसर बने अनुपम खेर से मिलने जाते हैं. जहां पर अनुपम खेर भगवान श्रीकृष्ण के बारे में बताते हुए कहते हैं कि 'वह जैविक रूप से पैदा हुए और इस धरती पर पले-बढ़े हैं. एक अपार बुद्धि, ऊंचे सिद्धांतों से जन्म लेकर इस धरती पर चलने वाले मनुष्य हैं. उन्होंने जो धर्म बताया था, वो धर्म नहीं हमारा जीवन है. गीता के द्वारा करोड़ों लोगों को राह दिखायी, उनसे बढ़कर 'गुरु' और कौन हो सकता है. रक्षा के लिए समुद्र के बीच में द्वारिका नगरी बसाई उनसे बड़ा Architect (वास्तुकार) कौन हो सकता है. आंखों से मन की बातें समझाने वाला उनसे बड़ा Psychologist (मनोविज्ञानी) कौन हो सकता है. बांसुरी बजा कर गाय और गोपियों को बांधने वाला उनसे बड़ा Musician (संगीतकार) कौन हो सकता है. अच्छी सेहत का संदेश देने वाला उनसे बड़ा Doctor (चिकित्सक) कौन हो सकता है. धर्म के लिए युद्ध करो, ये कहने वाला उनसे बड़ा Heroic (वीर) कौन हो सकता है. कमी या कष्ट न हो, ऐसा महसूस कराने वाला उनसे बड़ा King (राजा) कौन हो सकता है. हवन, यज्ञ से बारिश बरसाई, उनसे बढ़ कर प्रकृति को समझने वाला Climatologist (जलवायु विज्ञानी) कौन हो सकता है. UNCONTROLLABLE RPM के साथ घूमते सुदर्शन चक्र को Control करने वाला उनसे बढ़ कर Kinetic Engineer (गतिज अभियंता) कौन हो सकता है. उनमें सब है Fighter, Singer, Teacher, Warrior and what not? वह सब कुछ हैं, वह हमेशा शाश्वत हैं, वह मेरे लिए भगवान से बढ़कर हैं. मैं उनकी उत्कृष्टता की पूजा करता हूं.'
बायकॉट ट्रेंड का अनुपम खेर की फिल्मों पर असर?
बायकॉट ट्रेंड की शुरुआत के बाद अनुपम खेर की फिल्मों पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा. क्योंकि, आमतौर पर उनको फिल्मों में सहायक अभिनेता यानी को-एक्टर के रोल मिलते थे. आसान शब्दों में कहा जाए, तो छोटी से किरदार की वजह से अनुपम खेर को इस बायकॉट ट्रेंड का नुकसान नहीं हुआ. लेकिन, 2019 में आई अनुपम खेर की फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के खिलाफ पूरे देश में बायकॉट ट्रेंड चलाया गया. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बनी फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को कांग्रेस ने प्रोपेगेंडा फिल्म करार दे दिया था. अनुपम खेर की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पानी भी नहीं मांगा था. और, केवल 23 करोड़ की ही कमाई कर सकी थी. लेकिन, इसकी वजह बायकॉट कैंपेन से ज्यादा फिल्म की कहानी थी. जो पीएम मनमोहन सिंह के सलाहकार रहे संजय बारू की किताब से पहले ही लोगों तक पहुंच चुकी थी.
वहीं, 2022 में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और पलायन पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' 337 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. जिसे शुरुआत में खुलकर दर्शक तक नहीं मिल रहे थे. क्योंकि, 'द कश्मीर फाइल्स' को बॉलीवुड के तमाम फिल्म समीक्षकों से लेकर देश के बुद्धिजीवी वर्ग और नेताओं ने एक प्रोपेगेंडा फिल्म करार दे दिया था. लेकिन, 'द कश्मीर फाइल्स' ने अपने विषय से दर्शकों को सिनेमाघरों तक आने के लिए मजबूर कर दिया. और, 'द कश्मीर फाइल्स' ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड बना दिए. इस फिल्म में अनुपम खेर ने एक कश्मीरी हिंदू पंडित पुष्कर नाथ का किरदार निभाया था. जिसे काफी पसंद किया गया था.
कुल मिलाकर बात वही है कि जिस फिल्म की कहानी अच्छी है और वो दर्शकों को पसंद आती है. तो, उसे बॉक्स ऑफिस पर हिट होने से कोई नहीं रोक सकता है. लेकिन, अगर फिल्मों की कहानी कमजोर हो. तो, उन्हें फ्लॉप होने से भी कोई नहीं रोक सकता है. वरना अक्षय कुमार से लेकर तमाम अनुपम खेर जैसे अभिनेताओं की सभी फिल्में ही ब्लॉकबस्टर हिट में शामिल हो जातीं. वैसे, कार्तिकेय 2 की सफलता को देखते हुए ये जरूर कहा जा सकता है कि बहुसंख्यक हिंदुओं की मान्यताओं, परंपराओं और प्रतीकों का मजाक उड़ाना बॉलीवुड को भारी पड़ा है. क्योंकि, एक फिल्म में भगवान श्रीकृष्ण को लेकर विश्वास पैदा किया जाता है. वहीं, दूसरी फिल्में हिंदू धर्म से जुड़ी चीजों का मजाक उड़ा दिया जाता है. रणबीर कपूर की फिल्म शमशेरा इसका सबसे हालिया उदाहरण है.
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