New

होम -> सिनेमा

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 03 मई, 2017 05:57 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

परदा है परदा.. जी हां, परदा उन बहुत सारे सवालों पर है, जिसका जवाब बाहुबली 2 देखने के बाद भी लोगो को नहीं मिल पाया है. 2015 में जब बाहुबली का पहला संस्करण आया, तो लोगों को बस अपने सवाल का जवाब चाहिए था. सवाल तो एक ही था. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के लोग जानना चाहते थे कि बाहुबली ने कटप्‍पा को क्यों मारा? अनगिनत थयोरी आई. जोक्स बने.

आखिरकार दो सालों बाद एस.एस. राजामौली की बाहुबली 2 ने इसका उत्तर तो बखुबी दे दिया. लेकिन, अब भी कुछ ऐसे सवाल लोगो के दिमाग में होंगे, जिसका फिल्म में कहीं कोई जिक्र नही है.

भल्लालदेव की पत्नी कौन थी ?

बाहुबली: द बिगनिंग, की बात करें तो आपको याद होगा की किस तरह अपने तलवार के एक प्रहार से महेन्द्र बाहुबली ने भल्लालदेव के बेटे भद्र का सिर धड़ से अलग कर दिया था. लेकिन, ना तो राणा दगुबती के कैरेकटर की पत्नी कहीं दिखाई दी और ना ही उसके बारे में कुछ सुनने को मिला. पिछले साल इस बात की चर्चा जरूर हो रही थी, की श्रिया सरण को यह रोल मिलने वाला है, पर उन्होने इन अफवाहों को खारिज कर दिया था.जिस तरह से फिल्म मे दूसरी महिलाओं (शिवागामी, देवसेना, अवन्तिका) के मजबूत किरदार है, भल्लालदेव की पत्नी को देखना दिलचस्प होता. खास बात ये कि वो पति की तरह निगेटिव रोल में होती या फिर उसके विपरीत सोच की..फिल्म, बाहुबली, कटप्पा, राजामौलीबाहुबली 3 की जरूरत

क्या है अवन्तिका की कहानी?

बाहुबली: द बिगनिंग, में अवन्तिका ( तमन्‍ना भ‍ाटिया ) का दमदार किरदार अब भी आपके याद होगा. जिस तरह से वो अपने जीवन के एकमात्र उद्देश्य देवसेना की मुक्ति को लेकर दृढ़ निश्चय थी, वो काबिल-ए-तारीफ था. लेकिन, यह दृढ़ निश्चय क्यों था इसका उतर तो बाहुबली 2 में भी नही मिल पाया है.आपका ये तर्क की वो भी अपने बाकी साथीयों की तरह, देवसेना और अमरेन्द्र बाहुबली की प्रति जुड़ाव के कारण उनका साथ दे रही थी, आधारहिन है. क्योंकि बाहुबली का कत्ल या तो उसके जन्म से पहले ही हो गया होगा या फिर वो बच्ची रही होगी. तो बाहुबली 2, इस पहेली से भी परदा उठाने में नाकाम रहा.

माहिष्मती की जनता ने बिना लड़े ही भल्लालदेव की गुलामी कैसे स्वीकार कर ली?

बाहुबली 2 का एक पात्र कहता है, 'अगर अमरेन्द्र बाहुबली की हत्या होती है, तो माहिष्मति विरोध कर देगा'. ये सबको पता है, की माहिष्मति के लोग बाहुबली मे ही अपना शासक देखते थे. फिल्म में एक ऐसा भी सीन था जिसमें लोग उसके लिए ना सिर्फ हथियार उठाने को तैयार थे, बल्कि भल्लालदेव को जान से भी मार सकते थे. लेकिन बाहुबली की हत्या हो जाती है, और देवसेना को एक खुली जगह में जंजीरों से बांध दिया जाता है. इतना ही नही उसके साथ सरेआम ज्यादती की जाती है, फिर भी वे सबकुछ चुप-चाप सह लेते हैं.

इन सवालो के उत्‍तर के बिना बाहुबली का कनक्‍लूजन संस्करण भी अधूरा सा लगा. अब तो बस कल्पना ही की जा सकती है कि कोई अगला संस्करण हमारी जिज्ञासा को शांत कर पाएगा.

यह भी पढ़े-

बाहुबली ने मचा दी है बॉलीवुड में खलबली !

हॉलीवुड भी हार गया बाहुबली से...

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय