अभी भी सविता को भाभी मानते हैं तो मिसअंडरगारमेंट हैं आप!
कार्यक्रम को सफल और हंसगुल्ले टाईप बनाने में सभी कलाकारों का अपना एक अलग और अहम रोल है. फिर भी इन सभी रोल में अंगूरी भाभी का रोल इस समय पूरे देश में सिर चढ़ कर बोल रहा है.
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सविता भाभी की कहानियां..... ओ हो! सविता भाभी का नाम सुनते ही शायद आपको शाहरूख-काजोल वाली फिल्म के गाने ‘कुछ-कुछ होता है’ की याद आने लगती होगी. भई कुछ-कुछ हो भी तो क्यों न हो. सविता भाभी की कहानियों ने तो एक समय में पूरे देश के मनचलों के दिलो-दिमाग पर अपनी पकड़ बना ली थी. लेकिन अगर अभी भी आप केवल सविता को ही अपनी भाभी मानते हैं तो वाकई में मिसअंडरगारमेंट हैं आप.
ओह! साॅरी, साॅरी...... मिसअंडरगारमेंट नहीं मिसअंडरस्टैंड हैं आप.
क्योंकि अब हाॅट-हाॅट कहानियां सुनाने वाली सविता भाभी की जगह ले चुकी हैं मेरी, आपकी, इनकी, उनकी और सबकी भाभी अंगूरी भाभी. अंगूर के रस से भी मीठी बोली हैं उनकी. संस्कार तो ऐसे जैसे पूरे भारत की संस्कृति उनके अंदर कूट-कूट कर भर दी गई है. भोली इतनी कि अपनी बातों से सामने वालों पर छिछोरपने वाली जादू कर जाए.
सही पकड़े हैं..... हम बात कर रहे हैं इस समय गजब की टीआरपी से सराबोर टीवी कार्यक्रम ‘भाभी जी घर पर हैं’ की. शायद ही कोई हो जिनके मुख से इस समय ‘सही पकड़े हैं’ न निकलता हो. मनमोहन तिवारी की सुशील व सर्वगुण सम्पन्न धर्मपत्नी अंगूरी चाहे जितनी भी गलत इंग्लिश बोल ले उसे सुधारने के लिए उनके पड़ोसी विभूति नारायण मिश्रा पहुंच ही जाते हैं. हालांकि इस तरह बार-बार विभूति को अपने घर पर आता-जाता देख मनमोहन तिवारी के दिलो दिमाग में खुजली सी मच जाती है. यह अलग बात है कि मनमोहन तिवारी भी विभूति नारायण मिश्रा की पढ़ी-लिखी और चालाक पत्नी अनिता को मन नही मन काफी पसंद करता है.
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अंगूरी भाभी हैं कि पटती ही नहीं. इस कार्यक्रम में वैसे तो कई बातें ऐसी हैं जिन्हें हम देख कर हंसते-हंसते लोटपोट हो जाते हैं. लेकिन सबसे दिलचस्प माहौल मनमोहन-विभूति की छिछोरपंथी, अनिता के नखरे और अंगूरी भाभी के ‘सही पकड़े हैं’ देखने में मिलता है. सबसे मजेदार तो यह है कि मनमोहन-विभूति ने एक-दूसरे की पत्नी को पटाने के लिए सारे घोड़े खोल दिए मगर हर बार एंड मौके पर कुछ न कुछ गड़बड़ी हो ही जाती है. वैसे तो इस कार्यक्रम के सभी रोल काफी अहम हैं. जैसे भूरे लाल, पुत्तन, हप्पू सिंह, पेला चैरसिया, पंडित जी, प्रेम चैधरी, टीलू, गुलफाम कली, अनोखे लाल सक्सेना, रामकली, विभूति की मां आदि.
‘भाभी जी घर पर हैं’ कार्यक्रम को सफल और हंसगुल्ले टाईप बनाने में सभी कलाकारों का अपना एक अलग और अहम रोल है. फिर भी इन सभी रोल में अंगूरी भाभी का रोल इस समय पूरे देश में सिर चढ़ कर बोल रहा है. सविता भाभी की अश्लील कहानियां छोड़ इस समय सभी अंगूरी भाभी के डायलाॅग बोलते, देखते और सुनते नजर आते हैं. मिसअंडरगारमेंट ..... ओह! साॅरी, मिसअंडरस्टैंड होने की जरूरत नहीं है. अगर भाभी हैं तो केवल अंगूरी भाभी.
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