iChowk Movie Review: भोला
Bholaa Movie Review in Hindi: तमिल फिल्म 'कैथी' की ऑफिशियल हिंदी रीमेक 'भोला' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म में अजय देवगन, तब्बू और दीपक डोबरियाल लीड रोल में हैं. इस फिल्म के हाई ऑक्टेन एक्शन सीक्वेंस के बीच अजय देवगन ने दमदार एक्टिंग की है. लेकिन कमजोर कहानी ने थोड़ा मजा किरकिरा कर दिया है.
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फिल्म- भोला
डायरेक्टर- अजय देवगन
स्टारकास्ट- अजय देवगन, तब्बू, दीपक डोबरियाल, विनीत कुमार, किरन कुमार, गजराज राव, संजय मिश्रा और अभिषेक बच्चन
रेटिंग- 3.5/5 स्टार
बॉलीवुड एक्टर अजय देवन की फिल्म 'दृश्यम 2' ने पिछले साल विषम परिस्थितियों में बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया था. 'दृश्यम 2' इसी नाम से बनी मलयालम फिल्म की ऑफिशियल हिंदी रीमेक थी, जिसमें साउथ सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल लीड रोल में थे. इस फिल्म की सफलता ने अजय देवगन को 'रीमेक का राजा' बना दिया. क्योंकि उन्होंने हिंदी दर्शकों की रूचि के अनुसार फिल्म में जरूरी बदलाव किए थे, जो सभी को बहुत पसंद आए. इस फिल्म के बाद अजय ने जब तमिल फिल्म 'कैथी' की ऑफिशियल हिंदी रीमेक 'भोला' बनाने का फैसला किया तो हर किसी को भरोसा था कि ये फिल्म भी हिट साबित होगी. अजय ने लोगों के भरोसे को कायम रखते हुए एक जबरदस्त फिल्म बनाई है. इसमें हाई ऑक्टेन एक्शन सीक्वेंस के बीच अजय देवगन, तब्बू और दीपक डोबरियाल ने दमदार एक्टिंग की है. लेकिन कमजोर कहानी ने थोड़ा मजा किरकिरा कर दिया है.
एक फिल्म में हीरो का एक साथ सैकड़ों गुडों से लड़ना. उनको तिनके की तरह हवा में उड़ा देना. बाइक पर हवा में कलाबाजियां करना. एक ऑटोमैटिक गन से हजारों की भीड़ का सफाया कर देना. गोलियां लगने के बाद भी जिंदा रह जाना. ऐसे सीन जब साउथ सिनेमा की फिल्मों में दिखाए जाते हैं, तो लोग जमकर तालियां बजाते हैं. सीटी मारते हैं. सिनेमाघर लोगों की आवाज से गूंज उठते हैं. लेकिन यही सीन जब बॉलीवुड की किसी फिल्म में दिखाई जाती है, तो लोग लॉजिक खोजने लगते हैं. उसका अति गंभीर विश्लेषण करने लगते हैं. शायद ये लोगों का बॉलीवुड के प्रति गुस्सा हो सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें फिल्म को फिल्म की तरह देखना चाहिए. फिल्म लॉजिक कुछ नहीं होता है. यदि वो आपका अपने समय में मनोरंजन करती है, तो समझिए पैसा वसूल है. कुछ ऐसा ही फिल्म 'भोला' को देखने के बाद होता है. इसमें कमियां तमाम हैं, लेकिन मनोरंजन का स्तर हाई है.
अजय देवगन, तब्बू और दीपक डोबरियाल की फिल्म 'भोला' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है.
फिल्म 'भोला' की दो बड़ी यूएसपी हैं, जो इसे देखने के लिए मजबूर करती है. पहली, इसमें दिखाए गए जबरदस्त एक्शन सीन और दूसरी, सभी कलाकारों का दमदार अभिनय प्रदर्शन. इन दोनों ही स्तर पर फिल्म एक नई इबारत लिखती है. पहले सीन से लेकर आखिरी सीन तक सांसें थाम लेने के लिए मजबूर कर देने वाले सीन हैं, जो शायद ही पहले बॉलीवुड की किसी फिल्म में नजर आए हैं. अजय देवगन खुद एक्शन किंग हैं. उनके पिता मशहूर एक्शन डायरेक्टर रहे हैं. उनके करियर का पहला सीन ही यादगार है, जब वो दो बाइक पर पैर रखकर एंट्री करते हैं, तब पूरा सिनेमाघर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था. अजय ने अपनी यूएसपी को पूरी फिल्म में भुनाया है. इसे एक्शन प्रधान फिल्म कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी. बस कमी रह गई है तो कहानी में, जो एक्शन के आगे गायब सी नजर आती है. फिल्म का रनटाइम कम करके ज्यादा प्रभाव पैदा किया जा सकता था.
फिल्म 'भोला' की कहानी अजय देवगन के किरदार भोला के इर्द-गिर्द घूमती है. फिल्म की शुरूआत में तीन अलग-अलग घटनाएं दिखाई जाती हैं, जो बाद में आकर एक साथ जुड़कर फिल्म को आगे बढ़ाती है. भोला एक मर्डर केस में उम्रकैद की सजा काट रहा होता है, लेकिन उसके आचरण को देखते हुए चार साल पहले ही जेल से रिहा कर दिया जाता है. जेल जाने के बाद उसे पता चलता है कि उसकी एक बेटी है, जिसे अनाथ आश्रम में रखा गया है. वो उससे मिलने के इलाहाबाद से लखनऊ जा रहा होता है, लेकिन रास्ते में पुलिसवाले उसे पकड़ लेते हैं. दूसरी घटना, एक महिला पुलिस अफसर एसपी डायना जोसफ (तब्बू) ड्रग्स की एक बड़ी खेप बरामद करती है, जिसमें एक हजार करोड़ रुपए का माल होता है. वो उस माल को एक थाने के बंकर में छुपा देती है और साथ में पकड़े गए तस्करों को लॉकअप में बंद कर देती है. तीसरी घटना, जोन के एक बड़े अफसर (किरण कुमार) के रियाटरमेंट की पार्टी हो रही है. इसमें डायना अपनी टीम के साथ पहुंचती है. वहां अपने सीनियर अफसर से ड्रग्स की खेप के बारे में बात करती है. लेकिन यहां एक बड़ा हादसा हो जाता है.
पुलिसवालों में से एक ड्रग्स तस्करों से मिला होता है. वो उनको सारी जानकारी भेज रहा होता है. ड्रग्स तस्कर रिटायरमेंट पार्टी में परोसी जा रही शराब में एक केमिकल मिला देते हैं, जिससे सभी लोग बेहोश हो जाते हैं. एसपी डायना बच जाती है, क्योंकि वो शराब नहीं पीती है. इसके बाद डायना बेहोश हुए सभी 40 पुलिस अफसरों को एक ट्रक में लाद कर शहर के एक बड़े अस्पताल में ले जाती है. इसमें भोला न चाहते हुए भी उसकी मदद करता है. वो ट्रक चलाता है. लेकिन रास्ते में ड्रग्स तस्कर के इशारे में सैकड़ों की संख्या में बदमाश हमला बोल देते हैं. भोला अकेले अपने दम पर सबके छक्के छुड़ा देता है. किसी तरह बेहोश पुलिसवालों को अस्पताल भेजा जाता है. इधर थाने पर ड्रग्स तस्करों का सरगना अश्वत्थामा अपने साथियों के साथ हमला बोल देता है. थाने में केवल एक पुलिसकर्मी और कुछ बच्चे होते हैं. वो साहस के साथ उनका मुकाबला करते हैं. क्या पुलिसवाले हजारों करोड़ का ड्रग्स बचा पाते हैं, क्या थाने में मौजूद एक पुलिसकर्मी सैकड़ों बदमाशों का मुकाबला कर पाता है, क्या भोला अपनी बच्ची से मिल पाता है, जानने के लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी.
फिल्म 'भोला' में अजय देवगन, तब्बू, दीपक डोबरियाल, विनीत कुमार, किरन कुमार, गजराज राव, अमला पॉल, संजय मिश्रा और अभिषेक बच्चन जैसे कलाकार अहम भूमिका में हैं. इन कलाकारों के नाम को पढ़ने के बाद ही समझ सकते हैं कि फिल्म में अभिनय का स्तर क्या होगा. अजय देवगन और तब्बू तो पिछले कई फिल्मों में एक साथ काम करते हुए लोगों को प्रभावित कर रहे हैं. अजय देवगन का किरदार भोला एक साइलेंट हीरो है, जो जुबान से कम आंखों से ज्यादा बात करता है. कम बोलता है, लेकिन सटीक और प्रभावी बोलता है. तब्बू, हमेशा की तरह मनमोहक और दमदार लगी हैं. उनकी धांसू एंट्री होती है, जब वो एक ट्रक का पीछा करते हुए बेहतरीन स्टंट करते हुए नजर आती हैं. अश्वत्थामा के करिदार में दीपक डोबरियाल ने प्रभावित किया है. उनको ज्यादातर कॉमेडी रोल में देखा गया है, लेकिन विलेन के किरदार में भी वो जम रहे हैं. गजराज राव जिस तरह के गेट-अप और जिस तरह के लहज़े में हैं, उससे लगभग पहचाने नहीं जा सकते हैं, उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. संजय मिश्रा एक हवलदार के किरदार में हैं, जो छोटा, लेकिन दमदार रोल है.
विनीत कुमार मेन विलन निठारी के किरदार में हैं, लेकिन जितना प्रचार किया गया था, उनका रोल फिल्म में उतना बड़ा नहीं है. बल्कि कुछ मिनट के लिए ही वो नजर आते हैं, जबकि टीजर और ट्रेलर में ऐसे दिखाया गया था, जैसे कि वो मुख्य किरदार में हैं. हो सकता है कि फिल्म के अगले पार्ट में उनके किरदार को विस्तार दिया जाए. फिल्म में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला किरदार अभिषेक बच्चन का है. वो फिल्म के सबसे आखिरी में आते हैं और सबको हैरान कर जाते हैं. उनके किरदार को देखकर हॉलीवुड की मशहूर फिल्म 'पाइरेट्स ऑफ द कैरेबियन' के एक किरदार की याद आ जाती है. फिल्म के दूसरे पार्ट में अभिषेक का किरदार प्रमुख हो सकता है. उनके किरदार के जरिए अजय देवगन कौतूहल जगा गए हैं. अजय इस फिल्म के निर्देशक भी हैं. 'यू मी और हम', 'शिवाय' और 'रनवे 34' के बाद उनके निर्देशन में बनी चौथी फिल्म है. हालांकि, निर्देशन में न्याय के लिए उनको अभिनय से तौबा करने की जरूरत महसूस होती है. कुल मिलाकर, 'भोला' देखने लायक फिल्म है. यदि आप एक्शन फिल्मों के दीवाने हैं, तो ये आपके लिए किसी ट्रीट से कम नहीं है.
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