Lalit Modi की बायोपिक फिल्म क्या IPL में हुई धांधली का सच बाहर ला पाएगी?
हिंदुस्तान में इंडियन प्रीमियर लीग के जनक ललित मोदी की जिंदगी पर आधारित एक बायोपिक फिल्म का निर्माण बहुत जल्द शुरू होने जा रहा है. इस फिल्म को '83' और 'थलाइवी' जैसी फिल्मों के प्रोड्यूसर विष्णु वर्धन इंदुरी लेकर आ रहे हैं. फिल्म स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बोरिया मजूमदार की किताब 'मावेरिक कमिश्नर' पर आधारित होगी.
-
Total Shares
क्रिकेट और बॉलीवुड का संबंध बहुत गहरा है. दोनों की दुनिया ग्लैमर से जुड़ी हुई है, इसलिए इसमें लोगों की दिलचस्पी बहुत ज्यादा रहती है. बॉलीवुड अक्सर क्रिकेट की लोकप्रियता को भुनाता रहता है. कई क्रिकेट प्लेयर्स की जिंदगी पर बनी बायोपिक फिल्में की बंपर सफलता इस बात की गवाह है. उदाहरण के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक फिल्म 'एमएस धोनी: अनटोल्ड स्टोरी' की सफलता को ही देख लीजिए. इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 215 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था.
1983 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की विजय यात्रा पर आधारित फिल्म '83' रिलीज हुई थी. इसी तरह क्रिकेट और बॉलीवुड के कॉकटेल से बने इंडियन प्रीमियर लीग और उसके जनक ललित मोदी की जिंदगी पर आधारित एक बायोपिक फिल्म बन रही है. इसका टाइटल और स्टारकास्ट फाइनल नहीं हुआ है. लेकिन प्रोड्यूसर विष्णु वर्धन इंदुरी हैं, जिन्होंने फिल्म '83' और 'थलाइवी' को प्रोड्यूस किया था. फिल्म की कहानी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बोरिया मजूमदार की किताब 'मावेरिक कमिश्नर: द आईपीएल- ललित मोदी सागा' पर आधारित है.
ललित मोदी की जिंदगी बहुत दिलचस्प है. उनको कई नजरिए से देखा जा सकता है. हिंदुस्तान में क्रिकेट को पैसे के पहाड़ पर चढ़ाने वाला मोदी, बीसीसीआई को दुनिया में सबसे सशक्त बनाने वाला मोदी, दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट कार्निवाल इंडियन प्रीमियर लीग शुरू कराने वाला मोदी, आईपीएल के जरिए क्रिकेट को ग्लैमराइज कराने वाला मोदी, आईपीएल में भ्रष्टाचार का आरोपी मोदी, मनी लॉन्ड्रिंग केस में देश छोड़कर भागने वाला मोदी, ललित मोदी कई रूप हैं. सही मायने में उनकी जिंदगी पर बनने वाली फिल्म रोचक होगी.
ललित मोदी को कॉन्ट्रोवर्सी किंग कहा जाता है. क्रिकेट की दुनिया में उनका एक दौर था. वो जो चाहते, वो करते और कराते थे. लेकिन कहते हैं ना कि जब किसी के पास असिमित शक्तियां आ जाती हैं, तो वो उसका नाजायज फायदा भी उठाने लगता है. ललित मोदी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. उन्होंने अपने परिवार के कई सदस्यों को आईपीएल में हिस्सेदारी दिलाई. इसी के साथ कई ऐसे काम किए जिससे उनके परिवार और दोस्तों को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो सके. इसी वजह से 2010 के आईपीएल फाइनल के बाद उनको बीसीसीआई के वाइस प्रेसिडेंट के पद से हटा दिया गया. बीसीसीआई ने ललित मोदी पर 22 आरोप लगाए थे. इनमें अपने परिवार को कॉन्ट्रैक्ट देना, आईपीएल की ब्रॉडकास्टिंग अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना, नीलामी में धांधली करना जैसे कई आरोप शामिल रहे हैं. यहां तक कि बीसीसीआई की वेबसाइट भी ललित मोदी के नाम पर रजिस्टर है.
Winning the 83 World Cup was the tip of the iceberg. The book "Maverick Commissioner" by sports journalist @BoriaMajumdar is a fascinating account of the IPL and the Man behind it Lalit Modi. Elated to announce that we are adapting this book into a feature film. @SimonSchusterIN pic.twitter.com/tLEGGCkkxn
— Vishnu Vardhan Induri (@vishinduri) April 18, 2022
बीसीसीआई आज दुनिया की सबसे बड़ा क्रिकेट एसोसिएशन है. आईपीएल के जरिए हर साल अरबों रुपए की कमाई होती है. सैकड़ों क्रिकेटर्स जो खाली थे, आईपीएल के जरिए उनको कमाई का मौका मिला है. यह सब ललित मोदी की ही देन है. लेकिन उनके द्वारा किए गए काले कारनामे उनकी सारी उपलब्धियों पर भारी पड़ते हैं. यही वजह है कि अपने दिल में कई सारे राज लिए वो लंदन भाग गए. फिलहाल वही रह रहे हैं. ऐसे में यदि उनकी बायोपिक बना रहे फिल्म मेकर्स व्यापक रिसर्च के बाद फिल्म बनाएंगे, तो निश्चित तौर पर IPL में हुई धांधली का सच बाहर आ जाएगा. इसमें यदि ललित मोदी ने खुद सहयोग किया, तो फिल्म ज्यादा सच के करीब होगी. हालांकि, फिल्म किताब पर आधारित है, लेकिन किताब के साथ रिसर्च और इंटरव्यू से मिले तथ्यों को भी फिल्म में शामिल करने से उसकी साख और ज्यादा बढ़ जाएगी. फिल्म 83 में विष्णु वर्धन इंदुरी ने कुछ ऐसा ही किया है.
अपनी आने वाली फिल्म को लेकर विष्णु वर्धन इंदुरी कहते हैं, ''दुनिया में सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल ने क्रिकेट की दुनिया को हमेशा के लिए बदल दिया है. यह पुस्तक दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट कार्निवल आईपीएल के उद्भव को शानदार तरीके से व्यक्त करती है. इस किताब में उस व्यक्ति (ललित मोदी) के बारे में भी बताया गया है जो आईपीएल की शुरुआत के लिए जिम्मेदार था. हम सभी खेल के प्रति जुनूनी हैं.' आगे कहते हैं, "1983 का विश्व कप जीतना बहुत कठिन था. दुनिया में कोई भी विश्वास नहीं कर सकता था कि कुछ सालों में भारत क्रिकेट की दुनिया पर राज करेगा. लगभग एक चौथाई शतक के बाद क्रिकेट की दुनिया में नील आर्मस्ट्रांग जैसा क्षण आया. दुनिया में सबसे बड़ी क्रिकेट लीग का गठन हुआ, जिसको हम इंडियन प्रीमियर लीग के नाम से जानते हैं. इसने क्रिकेट की दुनिया को हमेशा के लिए बदल दिया. आज इसमें ग्लैमर के साथ पैसा ढेर सारा है."
आपकी राय