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Updated: 15 जून, 2022 04:00 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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आयुष्मान खुराना अपनी फिल्मों के अनोखे चुनाव के लिए जाने जाते हैं. उनकी फिल्में किसी न किसी सामाजिक मुद्दे पर आधारित होती हैं, जो कि लोगों का मनोरंजन करने के साथ ही एक सकारात्मक संदेश भी देती हैं. 'बधाई हो', 'ड्रीम गर्ल', 'बाला', 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान', 'चंडीगढ़ करे आशिकी' और 'अनेक' जैसी फिल्में इस बात की गवाह हैं. हर फिल्म में मनोरंजन का जबरदस्त डोज तो मिलेगा ही, कोई न कोई सामाजिक संदेश जरूर होगा. यही वजह है कि मायानगरी की आकाशगंगा में आयुष्मान ध्रुवतारे की तरह अलग से चमकते हुए दिखाई देते हैं. इस वक्त आयुष्मान की राह पर बॉलीवुड की एक एक्ट्रेस चलती हुई दिखाई दे रही है. इस एक्ट्रेस ने अपने करियर में तमाम उतार-चढ़ाव के बाद भी कभी हार नहीं मानी. हर बार अपने लिए एक नया रास्ता तैयार किया. लंबे संघर्ष के बाद जब सफलता मिली, तो अपने अलहदा अभिनय के दम पर उसे सतत जारी रखा.

जी हां, हम बात कर रहे बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत भरूचा के बारे में, जिनकी फिल्म 'जनहित में जारी' सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. इसमें हर कोई नुसरत की एक्टिंग की तारीफ कर रहा है. उन्होंने फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई है और अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए सभी कलाकारों का नेतृत्व किया है. इतना ही नहीं इसे सामाजिक मुद्दों पर बनी बेहतरीन कॉमेडी फिल्म भी बताया जा रहा है. सेक्स एजूकेशन पर बनी इस फिल्म की कहानी कॉन्डम के जरिए के सेफ सेक्स, गर्भपात, गर्भनिरोधक जैसे गंभीर विषयों को हंसते-खेलते समझा जाती है. इसका विषय जितना ही गंभीर है, संवाद उतने ही ज्यादा मजेदार है. इस फिल्म के जरिए नुसरत भरूचा की एक नई इमेज बनी है. पिछले कई बार से अपनी फिल्मों के चयन के जरिए लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाली नुसरत ने अपना नाम उन कलाकारों की फेहरिस्त में शामिल कर लिया है, जो फिल्म हिट कराने का मादा रखती हैं.

-650_061322095152.jpgफिल्म 'जनहित में जारी' में बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत भरूचा के अभिनय की तारीफ हो रही है.

नुसरत भरूचा ने अपने करियर की शुरूआत साल 2002 में टेलीविजन से की थी. जीटीवी पर प्रसारित 'किट्टी पार्टी' नामक इस सीरियल में उनके साथ अभिनेत्री पूनम ढिल्लों लीड रोल में थी. लेकिन इस सीरियल में उनका मन नहीं लगा. एक साल बाद ही उन्होंने इसे अलविदा कह दिया. इसके बाद चार साल तक लगातार अच्छे रोल की तलाश में लगी रही. इसी बीच लंबे संघर्ष के बाद साल 2006 में उनको फिल्म 'जय संतोषी मां' में बॉलीवुड का पहला ब्रेक मिला. लेकिन इसके बाद भी उनकी करियर की कार धीमी चाल ही चलती रही. तीन साल के इंतजार के बाद दूसरी फिल्म 'कल किसने देखा है' साल 2009 में रिलीज हुई. इसके बाद ताज महल, प्यार का पंचनामा और आकाश वाणी जैसी फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन किसी ने नुसरत को सफलता का स्वाद नहीं चखाया. साल 2015 में रिलीज हुई फिल्म प्यार का पंचनामा 2 बॉक्स ऑफिस पर सफल होने वाली पहली फिल्म बनी.

इस फिल्म ने नुसरत को पैसा और शोहरत दोनों दिया. लेकिन यहां तक पहुंचने में उनको 13 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा. एक एक्ट्रेस के नजरिए से देखा जाए तो ये समय बहुत ज्यादा होता है. कई फिल्म एक्ट्रेस का करियर ही इतना होता है. लेकिन पिछले 20 साल से नुसरत बॉलीवुड में संघर्ष करते हुए अपने करियर को आगे बढ़ा रही है. उनकी उम्र 37 साल से अधिक की हो चुकी है, लेकिन आज भी वो लीड एक्ट्रेस के रोल में बड़ी से बड़ी एक्ट्रेस को अपने अभिनय के जरिए मात देने का मादा रखती हैं. समय के साथ उनके अंदर मैच्योरिटी भी आई है. एक वक्त था जब उन्होंने 'लव सेक्स और धोखा' जैसी फिल्म भी की थी. लेकिन अब फिल्मों के चुनाव में सर्तरकता बरतने लगी हैं. वो ऐसी ही फिल्में साइन कर रही हैं, जिनके केंद्र में वो खुद हो यानी उनका किरदार फिल्म में अहम हो. उदाहरण के लिए 'सोनू के टीटू की स्वीटी' और 'ड्रीम गर्ल' फिल्म में उनका किरदार केंद्र में है.

'सोनू के टीटू की स्वीटी' और 'ड्रीम गर्ल', दोनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था. इनमें नुसरत का अभिनय भी दमदार है. 40 करोड़ में बनी 'सोनू के टीटू की स्वीटी' ने 160 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था. वहीं, महज 28 करोड़ रुपए में बनी 'ड्रीम गर्ल' ने 200 करोड़ रुपए का कारोबार करके सबको हैरान कर दिया था. इन दोनों फिल्मों के सुपरहिट होने के बाद नुसरत के सितारे आसमान छूने लगे थे. लेकिन एक्ट्रेस ने अपने पांव जमीन पर ही जमाए रखा. यही वजह है कि उसके बाद रिलीज हुई फिल्मों में उनका अभिनय प्रदर्शन लगातार उम्दा होता गया है. साल 2020 में रिलीज हुई हंसल मेहता की फिल्म 'छलांग' में वो राजकुमार राव के अपोजिट नजर आई थीं. इसके बाद 2021 में रिलीज हुई नेटफ्लिक्स की एंथोलॉजी सीरीज 'अजीब दास्तान' के एक एपिसोड में भी उनको देखा गया. इनके बाद रिलीज हुई दो फिल्मों में नुसरत ने सबसे ज्यादा चौंकाया है.

साल 2021 में विशाल फुरिया के निर्देशन में बनी फिल्म 'छोरी' ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई थी. इस फिल्म में नुसरत ने लीड रोल किया है. फिल्म कहानी भ्रूण हत्या पर आधारित है. इस हॉरर ड्रामा फिल्म में नुसरत ने काबिले-तारीफ अभिनय किया है. उनकी फिल्म दर्शकों को जितना डराती है, उससे ज्यादा सीखाती है. लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती है. फिल्मी कैटेगरी में हॉरर के साथ थ्रिलर या कॉमेडी का तड़का देखने को तो अक्सर मिल जाता है, लेकिन हॉरर फिल्मों में सामाजिक मुद्दों को इतनी दमदारी से पेश होते बहुत कम देखा गया है. इसके बाद साल 2022 में रिलीज हुई उनकी फिल्म हुड़दंग में 'आरक्षण' जैसे संवेदनशील मुद्दे को उठाया गया है. हालिया रिलीज फिल्म 'जनहित में जारी' परिवार नियोजन के साथ सुरक्षित यौन संबंधों के बारे में लोगों को सचेत किया गया है. जय बसंतू सिंह के निर्देशन में बनी ये फिल्म लोगों को बहुत पंसद आ रही है.

इस तरह से देखा जाए तो नुसरत भरूचा की आखिरी रिलीज तीन फिल्में किसी न किसी सामाजिक मुद्दे पर आधारित हैं. जो इस बात की गवाही देती हैं कि एक्ट्रेस अब फिल्मों के चुनाव में आयुष्मान खुराना बनती जा रही हैं. इतना ही नहीं उनकी आने वाली फिल्म रामसेतु भी एक बहुत बड़े मुद्दे पर आधारित है. इस मुद्दे का सामाजिक और धार्मिक दोनों आधार है. रामसेतु से पूरा हिंदू समाज संबंध रखता है. ऐसे में ये आस्था का भी विषय भी है. इस फिल्म में नुसरत अभिनेता अक्षय कुमार के साथ अहम रोल में नजर आने वाली हैं. कुल मिलाकर इतना कहा जा सकता है कि उम्र के इस पड़ाव में भी नुसरत में बहुत अधिक संभावनाएं है. वरना इनसे कम उम्र की कई एक्ट्रेस इस वक्त घर बैठ चुकी हैं.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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