बहस में चंडीगढ़ करे आशिकी मूवी, जब दर्शकों को पता चला हिरोइन ने सेक्स चेंज कराया है...
दर्शकों को आयुष्मान खुराना-वाणी कपूर स्टारर चंडीगढ़ करे आशिकी मूवी (Chandigarh Kare Aashiqui movie) प्रभावित करती नजर आ रही है. ह्यूमर के साथ टैबू सब्जेक्ट पर बनी कहानी दर्शकों को भा रही है. सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं सकारात्मक हैं.
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अभिषेक कपूर के निर्देशन में बनी चंडीगढ़ करे आशिकी मूवी (Chandigarh Kare Aashiqui movie) आयुष्मान खुराना की उन्हीं थीम फ़ॉर्मूला फिल्मों की एक कड़ी है जिनकी वजह से एक्टर आज की तारीख में बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार्स में शुमार किए जाते हैं. विक्की डोनर, ड्रीम गर्ल, बधाई हो और शुभ मंगल ज्यादा सावधान जैसी फिल्मों में किसी ना किसी सोशल मुद्दे को हल्के-फुल्के तरीके से डिस्कस किया गया है. इसमें कुछ टॉपिक तो बहुत ही बोल्ड रहे हैं जिस पर सामाज और परिवारों में खुलकर बात नहीं की जाती. चंडीगढ़ करे आशिकी भी एक ऐसे ही मुद्दे को मनोरंजक तरीके से एड्रेस करते नजर आ रही है.
चंडीगढ़ करे आशिकी में आयुष्मान और वाणी कपूर की जोड़ी है. समीक्षाएं बहुत ही पॉजिटिव आ रही हैं. तरण आदर्श समेत तमाम ए लिस्टर समीक्षकों ने फिल्म को 3.5 से 4.5 के बीच रेट किया और माना कि पंजाबी तड़के में लपेटी गई रोमांटिक ड्रामा की पकड़ मजबूत और मनोरंजक है. तरण आदर्श ने 5 में से 4 पॉइंट देकर रेट किया और फिल्म के सब्जेक्ट को फ्रेश, बोल्ड और प्रोग्रेसिव सिनेमा तक माना है. चंडीगढ़ करे आशिकी को लेकर ट्विटर पर अन्य समीक्षकों की राय भी लगभग ऐसी ही है. दरअसल, यह फिल्म बॉडी बिल्डिंग और जिम का शौक रखने वाले एक पंजाबी युवा की कहानी है. वह लोकल चैम्पियन है. घरवाले चाहते हैं कि शादी कर ले, मगर वो इसके लिए तैयार नहीं. उसका मकसद कुछ और ही है. घर के हिस्से में उसका जो जिम चल रहा है घाटे में है.
चंडीगढ़ करे आशिकी में आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर.
जिम के लिए एक जुम्बा ट्रेनर की जरूरत समझी में आती है और इस तरह एंट्री होती है वाणी कपूर की. दोनों में प्यार हो जाता है. मगर सेक्स चेंज का अतीत सामने आता है तो प्रेमी प्रेमिका के बीच का समीकरण कहानी में बदल जाता है. वाणी का किरदार LGBTQA कैरेक्टर का बताया जा रहा है. यह फिल्म LGBTQA समुदाय और सेक्स चेंज पर को लेकर समाज के दोनों बर्ताव पर बात करती नजर आ रही है. वैसे अभी तक LGBTQA कैरेक्टर बॉलीवुड की मसाला फिल्मों का हिस्सा बनते दिखते रहे हैं मगर उन्हें ज्यादातौर पर मसखरे के रूप में ही इस्तेमाल किया गया है. LGBTQA को केंद्र में रखकर कुछ फ़िल्में भी बनी हैं मगर उनमें मास अपील की कमी थी. इस तरह देखें तो चंडीगढ़ करे आशिकी हिंदी की मुख्यधारा में व्यापक अपील वाली पहली फिल्म मानी जा सकती है. इसकी कहानी में LGBTQA और सेक्स चेंज को ही केंद्र में रखा गया है. यह संभव हुआ है सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद.
सिर्फ़ समीक्षक ही नहीं, सोशल मीडिया पर आम दर्शक भी चंडीगढ़ करे आशिकी की तारीफ़ करते दिख रहे हैं. उन्हें फिल्म की कहानी फ्रेश नजर आ रही है. ऐसे सब्जेक्ट को निर्देशन के लिए चुनने को लेकर अभिषेक कपूर की तारीफ़ हो रही है. ट्विटर पर आम दर्शकों को चंडीगढ़ करे आशिकी में आयुष्मान खुराना की तारीफ़ करते देखा जा सकता है. मानवी के किरदार के लिए वाणी कपूर की भी प्रशंसा हो रही है. कई ने तो बताया है कि वाणी कपूर को पहली बार कोई अर्थपूर्ण और बड़ा काम मिला है. मानवी के रूप में वाणी का काम लोगों को सरप्राइजिंग दिख रहा है.
दर्शकों ने चंडीगढ़ करे आशिकी के नैरेटिव की भी तारीफें की हैं. खासकर पंजाबी लहजे में इस्तेमाल की गई वन लाइनर्स को दर्शक खूब पसंद करते नजर आ रहे हैं. लेखन की तारीफ़ से पता चलता है कि फिल्म में बॉलीवुड का परंपरागत मेलोड्रामा नहीं है. लेकिन लेखकों ने सधे अंदाज में एक टैबू सब्जेक्ट को ह्यूमर के साथ परोसा है. हालांकि कई दर्शक ऐसे भी मिल जाएंगे जिन्हें लग रहा है कि फिल्म और ज्यादा 'हंसोड़' हो सकती थी और इसे जो दिख रही है उससे ज्यादा मनोरंजक बनाया जा सकता था. कुल मिलाकर चंडीगढ़ करे आशिकी का वर्ड ऑफ़ माउथ अच्छा बनता दिख रहा है. अच्छे वर्ड ऑफ़ माउथ का मतलब है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखा सकती है.
चंडीगढ़ करे आशिकी को सिनेमाघरों में 10 दिसंबर से प्रीमियर किया गया है. देशभर में फिल्म 2500 स्क्रीन्स पर है जबकि विदेशों में भी इसे 500 स्क्रीन्स पर प्रीमियर किया गया है. फिल्म में आयुष्मान-वाणी के अलावा पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह, कंवलजीत सिंह, अभिषेक बजाज, अंजन श्रीवास्तव, चक दे इंडिया में पंजाबी हॉकी प्लेयर का रोल निभाने वाली तान्या अब्रोल जैसे आधा दर्जन से ज्यादा कलाकार मजबूत सपोर्टिंग किरदारों में हैं.
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