iChowk Movie Review: चोर निकल के भागा
Chor Nikal Ke Bhaaga Movie Review in Hindi: यामी गौतम और सनी कौशल की फिल्म 'चोर निकल के भागा' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. इस क्राइम थ्रिलर की कहानी जितनी रोचक है, उतना ही शानदार सभी कलाकारों का अभिनय प्रदर्शन है. खासकर, यामी ने अपनी सशक्त अदाकारी से फिल्म को दिलचस्प बना दिया है.
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फिल्म- चोर निकल के भागा
डायरेक्टर- अजय सिंह
स्टार कास्ट- सनी कौशल, यामी गौतम, शरद केलकर, इंद्रनील सेनगुप्ता
ओटीटी- नेटफ्लिक्स
रेटिंग- 3.5
बड़े पर्दे पर फिल्म के जिन टैलेंट कलाकारों को किसी वजह से स्पेस नहीं मिल पा रहा था, उनके लिए ओटीटी वरदान साबित हो रहा है. ऐसे कलाकारों को ओटीटी पर रिलीज होने वाली फिल्मों और वेब सीरीज में बतौर लीड एक्टर या एक्ट्रेस कास्ट किया जा रहा है. पंकज त्रिपाठी, मनोज बाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दकी, जयदीप अहलावत, तापसी पन्नू और विद्या बालन जैसे कलाकार इसके प्रमुख उदाहरण हैं. ओटीटी ने इनकी किस्मत बदल दी है. इसी कड़ी में यामी गौतम का भी नाम आता है. कभी बतौर मॉडल विज्ञापनों में काम करने वाली यामी ने जब आयुष्मान खुराना की फिल्म विक्की डोनर से बॉलीवुड में कदम रखा, तो लगा कि उनके दिन बहुर गए हैं. लेकिन ऐसा हुआ नही. उनको ज्यादातर छोटी भूमिकाओं में ही देखा गया. किसी फिल्म में हीरो के अपोजिट कास्ट भी हुईं, तो भी उनके किरदार को स्पेस नहीं मिल पाया. लेकिन ओटीटी पर आते ही वो छा गई हैं.
यामी गौतम और सनी कौशल की फिल्म 'चोर निकल के भागा' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है.
साल 2021 के बाद अबतक उनकी पांच फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज हो चुकी हैं. इनमें ज्यादातर फिल्मों में वो अहम भूमिकाओं में हैं. सही मायने में कहें तो इन सभी फिल्मों की हीरो यामी ही हैं. सबसे बड़ी बात कि उन्होंने फिल्म के मेकर्स के भरोसे किसी भी फिल्म में टूटने नहीं दिया है. एक के बाद एक फिल्म में निखर कर सामने आई हैं. यकीन न हो तो 'भूत पुलिस', 'अ थर्सडे', 'दसवीं' और 'लॉस्ट' में उनकी भूमिकाओं को देख लीजिए. हर फिल्म में अलहदा अभिनय किया है. अब उनकी नई फिल्म 'चोर निकल के भागा' ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है. इस फिल्म का टाइटल बहुत हल्का है, लेकिन इसके उलट इसकी कहानी बहुत ही रोमांचक है. दिनेश विजन और अमर कौशिक की जोड़ी ने एक फिर दर्शकों के लिए एक बेहतरीन फिल्म बनाई है. अजय सिंह दोनों की उम्मीद पर खरे उतरते हुए निर्देशन की बागडोर बेहतरीन ढंग से संभाले हुए हैं.
सिराज अहमद, अमर कौशिक और तृषांत श्रीवास्तव की तिकड़ी ने ऐसी पटकथा लिखी है, जो दर्शकों को फिल्म के आखिरी सीन तक बांधे रखती है. कहानी को दिलचस्प बनाती है. ऐसे ट्विस्ट एंड टर्न हैं, जिन्हें देखकर हैरानी होती है. हर बार यकीन से इतर कुछ होता हुआ, घटता हुआ दिखाई देता है. हिंदी सिनेमा की व्यावसायिक फिल्मों की तरह इसमें भी कई सारे तत्व हैं, जैसे कि हीरो गुंडों से लड़ता है. लड़की घायल हो जाती है. उसका दिल टूट जाता है. एक पुलिस वाला है, जो चालाक है, लेकिन सच्चाई जानते हुए भी हीरो को हरा नहीं सकता. इसमें सहायक कलाकारों को प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त जगह मिलती है. हालांकि, उनकी भूमिका समाप्त होते ही वे तुरंत गायब हो जाते हैं. कई बार कुछ चीजें काफी अनुमानित लगती हैं, लेकिन जब वास्तविक कहानी सामने आती है, तो आंखें आश्चर्य से चौड़ी हो जाती हैं. सबकुछ सोच से परे कुछ अलग नजर आता है.
फिल्म 'चोर निकल के भागा' की कहानी के केंद्र में यामी गौतम की किरदार नेहा ग्रोवर है. नेहा एक इंटरनेशनल एयरलाइन में एयरहोस्टेस का काम करती है. एक दिन फ्लाइट में उसकी मुलाकात अंकित सेठी (सनी कौशल) से होती है. पहली मुलाकात के बाद नेहा अंकित से प्यार करने लगती है. एक दिन अंकित नेहा को बताता है कि उसके ऊपर 20 करोड़ रुपए का कर्ज है, जिसे उतारने के लिए कुछ लोग उस पर हीरो चोरी करने का दबाव बना रहे हैं. लेकिन वो ऐसा नहीं करना चाहता है. इसी बीच कुछ लोग अंकित पर हमला कर देते हैं. इसी बीच बचाव में नेहा के पेट पर चोट लग जाती है, जिसमें उसका गर्भपात हो जाता है. इसके बाद नेहा हीरे चोरी के लिए तैयार हो जाती है. हीरे का एक कंसाइनमेंट गल्फ देश से भारत फ्लाइट के भेजा जा रहा होता है. हीरों को एक मोबाइल के केस कवर में सजाकर भेजा जाता है. इसे चुराने की योजना अंकित और नेहा बनाते हैं.
योजना के मुताबिक अंकित को भारत आ रही फ्लाइट में असली हीरो वाले मोबाइल से बदलकर नकली मोबाइल रखना है. लेकिन ऐन मौके पर उस फ्लाइट हाइजैक हो जाता है और अंकित का सारा प्लान दांव पर लग जाता है. लेकिन जान जोखिम में डालकर वो असली को नकली मोबाइल से बदल देता है. हाईजैकर फ्लाइट को हिमाचल के कुल्लू एयरपोर्ट पर लैंड करवाते हैं. तभी फ्लाइट मार्शल सभी हाईजैकर को मार गिराता है. फ्लाट लैंड होती. लोगों सुरक्षित बाहर निकाला जाता है. लेकिन हाईजैकर की डेड बॉडी नहीं मिलती. कुछ देर बाद फ्लाइट मार्शल बेहोशी की हालत में मिलता है. इस मामले की जांच के लिए आया रॉ ऑफिसर (शरद केलकर) तुरंत मामले को भाप जाता है. उसे पता चल जाता है कि हाईजैक नकली है. क्योंकि मौके से बरामद बम और बंदूक सब नकली होते हैं. फ्लैशबैक में दिखाया जाता है कि अंकित ने नेहा का इस्तेमाल करने के लिए प्यार का नाटक किया है. ये बात नेहा को पहले ही पता चल जाती है. वो अंकित को सबक सीखाने के लिए बहुत बड़ा प्लान बनाती है.
नेहा का प्लान क्या होता है? अंकित नेहा को किस तरह से धोखा देता है? फ्लाइट का नकली हाईजैक क्यों होता है और कौन करता है? क्या रॉ ऑफिसर पूरे मामले का खुलासा कर पाता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी, जो कि यकीनन सबको पसंद आएगी. फिल्म के डायरेक्टर अजय मेहता ने इस क्राइम थ्रिलर फिल्म में दर्शकों को बांधे रखने की पूरी कोशिश की है, जिसमें वो पूरी तरह सफल रहे हैं. पहले फिल्म की कहानी एक प्रेमी जोड़े के रोमांस की लगती है, लेकिन धीरे धीरे जब कहानी की परतें खुलनी शुरू होती हैं, दिलचस्पी पैदा होने लगती है. रोमांच बढ़ने लगता है. एक के बाद एक नई कहानी सामने आती है. फिल्म की कहानी क्लाईमैक्स तक बांधे रखने में सफल रहती है. इसमें सभी कलाकारों ने बेहतरीन काम किया है.
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