डिम्पल चीमा ने अब तक क्यों नहीं की शादी, कैप्टन विक्रम बत्रा से दोबारा मिलने का है इंतजार!
कैप्टन के शहीद होने के बाद भी आजतक डिम्पल चीमा ने शादी नहीं की है और उन्हें अपने प्यार पर गर्व है. उनका कहना है कि ऐसा लगता है कि वे कहीं दूर जंग पर हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जब मुझे यह लगे कि वो मेरे साथ नहीं है.
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कुछ किस्सों को सुनकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि ऐसा भी हो सकता है. वो सच्ची कहानियां जो बताती हैं कि प्यार क्या है. किसी से प्यार करना आसान होता है लेकिन मुश्किल होता है निभाना. बिना शर्त, बिना स्वार्थ किसी से कोई इतना प्यार कैसे कर सकता है...अगर आप कारगिल युद्ध में शहीद होने वाले कैप्टन विक्रम बत्रा और उनकी मंगेतर बनी डिम्पल चीमा की लव स्टोरी सुनेगे तो समझ जाएंगे कि सच्चा प्यार तो ऐसा ही होता है.
कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर बनी फिल्म शेरशाह को देखकर फैंस भावुक हो गए. यह फिल्म लोगों को काफी पसंद आ रही है. फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी ने लीड रोल निभाया है. इस फिल्म में कारगिल युद्ध के साथ-साथ विक्रम बत्रा और डिम्पल चीमा की प्रेम कहानी भी दिखाई गई है.
विक्रम बत्रा और डिम्पल चीमा की प्रेम कहानी
कैप्टन के शहीद होने के बाद भी आजतक डिम्पल चीमा ने शादी नहीं की है और वे एक विधवा की तरह जिंदगी जी रही हैं, उन्हें अपने प्यार पर गर्व है. उनका कहना है कि ऐसा लगता है कि वे कहीं दूर जंग पर हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जब मुझे यह लगे कि वो मेरे साथ नहीं है. जबकि ऐसा महसूस होता है कि हम अलग हुए ही नहीं है. सोचिए किसी के ना होने पर भी उसकी यादों के साथ उसे प्यार करना कैसा होता होगा?
फिल्म शेरशाह की तरह ही कैप्टन विक्रम और डिंपल की मुलाकात कॉलेज के दिनों में हुई थी. दोनों चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे. दोनों क्लासमेट थे. दोनों में पहले दोस्ती हुई फिर प्यार हो गया. हर प्रेम कहानी की तरह पहले डिंपल के घरवालों को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था. इसके बाद भी दोनों ने एक साथ रहने का वादा किया. डिंपल अपने प्यार के लिए परिवार से अड़ी रहीं.
दोनों अक्सर साथ में मनसा देवी मंदिर दर्शन करने जाया करते थे. एक बार मंदिर में कैप्टन ने डिंपल का दुपट्टा पकड़े हुए परिक्रमा किया. उनके अनुसार यह उनकी शादी थी. डिम्पल के अनुसार, कैप्टन विक्रम ने तब कहा था 'बधाई हो मिसेज बत्रा' क्या आपको नहीं पता कि ये चौथी बार है जब हम मंदिर की परिक्रमा कर रहे हैं. हमारी शादी हो गई…
डिंपल ने एक कहा था कि, विक्रम ने उनसे लगभग शादी कर ही ली थी. एक बार वे दोनों शादी के बारे में बातें कर रहे थे तभी उन्होंने अपने पर्स से एक ब्लेड निकाला और अपना अंगूठा काटकर उनकी मांग भर दी. जीवन के इस पल को वे अब तक नहीं भूल पाई हैं. यह डिम्पल के जीवन की सबसे कीमती पल था. वो आज भी खुद को कैप्टन से अलग नहीं कर पाईं हैं.
डिम्पल कहती हैं कि ‘जब लोग विक्रम की उपलब्धियों के बारे में बात करते हैं तो मुझे बहुत गर्व होता है लेकिन दिल के एक कोने में इस बात का अफसोस हमेशा होता है कि काश वो रहते और अपनी वीरतापूर्ण कहानियों को सुनते. मुझे पता है, मेरा दिल जानतता है कि हम फिर से मिलने जा रहे हैं, बस समय की बात है'.
डिम्पल एक स्कूल में पढ़ाती हैं और गर्व से कहती हैं कि हां मैं कैप्टन विक्रम बत्रा से प्यार करती थी, करती हूं और करती रहूंगी...सच में सच्चा प्यार के मामले में कैप्टन की प्रेम कहानी भी हीरो है. प्रेम में ऐसा समपर्ण प्रेमियों के लिए प्रेरणा है...
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