सनी देओल का भारत-पाक दोस्ती राग: बॉलीवुड की मति भ्रष्ट हो गई है!
बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल द्वारा भारत और पाकिस्तान को लेकर एक दिए गए एक बयान पर खूब विवाद हो रहा है. लोग उनकी बातों से आहत नजर आ रहे हैं. यहां तक कि उनकी आने वाली फिल्म 'गदर 2' के बहिष्कार तक की बात कही जा रही है. बॉलीवुड पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप तो पहले से लगता आ रहा है, लेकिन इस बार राष्ट्रीय भावनाओं पर चोट हुई है.
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बॉलीवुड का विवादों से चोली दामन का साथ बनता जा रहा है. विवाद कई बार अनजाने में हुई किसी गलती पर हुए हैं, तो कई बार जानबूझकर ऐसी गलती की गई है, जिस पर लोग बवाल करें. विवाद से ऐसा प्रचार होता है, जो कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी नहीं हो सकता, लेकिन कई बार यही विवाद गले की फांस भी बन जाते हैं. ताजा मामला, सनी देओल की फिल्म 'गदर 2' से जुड़ा है, जो कि 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है.
इस फिल्म की शूटिंग के साथ ही लोगों के बीच इसे लेकर क्रेज देखने को मिल रहा है. फिल्म के पहले पार्ट की लोकप्रियता की वजह से दूसरे पार्ट का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच फिल्म अभिनेता सनी देओल ने एक बयान देकर लोगों को नाराज कर दिया है. इसकी वजह से लोगों का कहना है कि वो अब फिल्म देखने नहीं जाएंगे. दरअसल, सनी देओल फिल्म 'गदर 2' के ट्रेलर लॉन्च के इवेंट के दौरान बोल रहे थे. इसी दौरान उनसे भारत-पाक संबंधों पर सवाल किया गया.
सनी देओल की फिल्म 'गदर 2' 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.
इस पर सनी देओल ने कहा कि सियासत की वजह से भारत और पाकिस्तान के लोगों में एक दूसरे के लिए नफरत है. उन्होंने कहा, ''कुछ ले जाने या लेने-देने की बात नहीं होती है. बात होती है इंसानियत की. झगड़े नहीं होने चाहिए, दोनों तरफ उतना ही प्यार है, ये सियासी खेल होता है जो सब नफरतें पैदा करती हैं. आप फिल्म में भी यही देखेंगे. जनता नहीं कोई चाहती कि हम एक दूसरे के साथ झगड़ा करें. आखिर है तो सब इसी मिट्टी से.''
माना कि भारत-पाक संबंधों पर सनी का ये व्यक्तिगत बयान है. लेकिन उनकी सोच अखरती है. वो एक अभिनेता के साथ सांसद भी हैं. खुद सियासत करते हैं. उनकी पार्टी बीजेपी इस वक्त सत्ता में है. उनको अपनी पार्टी का मत भी पता है कि वो पाकिस्तान के लिए क्या सोच रखती है. इसके अलावा हिंदुस्तान का हर बच्चा जानता है कि यदि आज पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध खराब हैं, तो वो उसकी आतंकवादी गतिविधियों की वजह से है.
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की वजह से न जाने कितने हिंदुस्तानियों की जान जा चुकी है. हजारों जवान शहीद हो चुके हैं. आज भी सीमा पर हमारे जवान अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रखवाली कर रहे हैं. करगिल युद्ध को कौन भूल सकता है. जब हिंदुस्तान पड़ोसी मुल्क का धर्म निभाते हुए पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा था. उस वक्त हमारे साथ धोखा करके पाकिस्तान ने करगिल में घुसपैठ कर लिया था. उस लड़ाई में सैकड़ों जवान शहीद हुए थे.
सनी देओल शायद ये सब बातें भूल गए हैं. तभी तो उनको पाकिस्तान के प्रति लोगों की नफरत सियासी लग रही है. उनके बयान से नाराज भारतीय सेना के एक पूर्व ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोढ़ी ने ट्विटर पर लिखा है, ''सनी देयोल ने सीने पर पाकिस्तानी गोली नहीं खाई है. उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भेजे सशस्त्र, ट्रेंड और स्पॉन्सर आतंकवाद में अपने लोगों को नहीं खोया है. पहले वो पैर में गोली खा लें और फिर पाकिस्तान की तारीफ करें, तब मैं उनको सलाम करूंगा.''
सनी देओल का ये बयान बॉलीवुड के उस मानसिक खोखलेपन की गवाही दे रहा है, जिसकी वजह से कभी धर्म को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश को. आखिर कबतक लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जाता रहेगा. अभी ज्यादा दिन नहीं बीते जब 'आदिपुरुष' जैसी फिल्म को बनाकर हिंदूओं की भावनाओं के साथ जबरदस्त खिलवाड़ किया गया. इस फिल्म में न सिर्फ रामायण की कहानी के साथ छेड़छाड़ की गई है, बल्कि कई पात्रों के साथ क्रूर मजाक किया गया है. उतने ही फिल्म के संवाद घटिया और स्तरहीन हैं.
बॉलीवुड फिल्म के साथ विवाद का एक लंबा इतिहास रहा है. पहले विवादों की वजह से फिल्म मेकर्स को सकारात्मक परिणाम मिल जाता था. क्योंकि फिल्म को बैठे बिठाए पब्लिसिटी मिल जाती थी. इसकी वजह से संजय लीला भंसाली की कई फिल्म बंपर हिट रही हैं. लेकिन अब दर्शक पहले के मुकाबले समझदार हो चुका है. अब ऐसी फिल्मों का बहिष्कार किए जाने का असर बॉक्स ऑफिस पर साफ दिखता है. पिछले दो वर्षों में कई दर्जन फिल्में डिजास्टर साबित हुई है. बॉलीवुड का अरबों रुपए का नुकसान हो चुका है. इसके बावजूद बॉलीवुड के लोग समझने का नाम नहीं ले रहे हैं. बॉलीवुड की मति भ्रष्ट हो चुकी है. इसका बुरा परिणाम आने वाले दिनों में भी दिखने वाला है.
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