मुंबइया गुदड़ी के लाल की क्रांति है 'गली ब्वॉय'
जोया अख्तर की फिल्म Gully Boy trailer रिलीज हो गया है. इस फिल्म के जरिए एक ऐसी कहानी पर्दे पर आने वाली है जो मुंबई के स्लम में रहने वाले युवाओं के संघर्ष को दिखाएगी जो टैलेंटेड होने के बाद भी लोगों के बीच नहीं आ पाते.
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जोया अख्तर की फिल्म Gully Boy का trailer आ गया है. ट्रेलर में मुंबई के स्लम में रहने वाले युवाओं के संघर्ष को देखा जा सकता है. जब टैलेंट को सही मुकाम नहीं मिलता है, तो दिल पर क्या गुजरती है. रणवीर सिंह हिप हॉप रैपर है. आलिया भट्ट एक मुस्लिम लड़की की भूमिका में हैं. 2 मिनट 42 सेकंड का ट्रेलर फिल्म की पूरी कहानी समझने के लिए काफी है. ट्रेलर में सुनाई देने वाले डायलॉग साफ कर दे रहे हैं कि युवाओं के भीतर का लावा, 70 के दशक वाले एंग्री यंग मैन से अलग नहीं है. 14 फरवरी वैलेंटाइन डे पर रिलीज होने वाली ये फिल्म जोया अख्तर डायरेक्ट कर रही हैं और उनकी पिछली फिल्मों से ये समझा जा सकता है कि फिल्म का स्केल काफी बड़ा होगा. जोया अपनी फिल्मों में डेप्थ के लिए फेमस हैं.
गली ब्वॉय का ट्रेलर देखकर उसकी कहानी तो बेहद आम सी लग रही है जहां एक 22-23 साल का लड़का अपनी प्रतिभा को दिखाने के लिए आगे बढ़ने के लिए बहुत मेहनत करता है, लेकिन ये मुंबई के कुछ बेहद प्रतिभावान लोगों की कहानी है. मुंबई के नालासोपारा, धारावी में रहने वाले लोगों की कहानी जहां से एक के बाद एक प्रतिभावान व्यक्ति आए हैं.
गली ब्वॉय में रणवीर सिंह, आलिया भट्ट और कलकी कोचलिन का अहम रोल है
जहां तक हिप हॉप का ही सवाल है तो मुंबई की झोपड़पट्टियों से निकले लोग अब न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि धीरे-धीरे कर ग्लोबल पहचान हासिल कर रहे हैं. कोई भी डांस शो, सिंगिंग या टैलेंट शो देखिए एक न एक ग्रुप मुंबई स्लम एरिया से जरूर होगा.
अगर सिर्फ हिप हॉप की बात करें तो 2014 में विवियन फर्नांडिस उर्फ डिवाइन ने अपना एक गाना बनाया था जिसमें नावेद शेख उर्फ नाइजी ने भी योगदान दिया था. ये गाना मुंबई के ब्लू फ्रॉग क्लब में गाया था और उस समय सोनी एंटरटेनमेंट के कुछ लोग भी वहां बैठे थे. गाने का नाम था 'मेरी गली में' ये हिप हॉप सॉन्ग सोनी के अधिकारियों को इतना पसंद आया कि उन्होंने इसका एल्बम निकलवाया. और यूं ही रातों रात दो नए रैपर हिंदुस्तान को मिल गए.
फर्नांडिस जो 8 साल की उम्र से गाने लिख रहे हैं और परफॉर्मेंस दे रहे हैं वो फेमस हो गए थे.
धारावी और मुंबई के अन्य स्लम एरिया में हिप हॉप कल्चर कुछ अनोखा ही है. अक्सर यहां के लोग अपनी प्रतिभा दिखाते, प्रैक्टिस करते छोटी गलियों से गुजरते दिख जाएंगे. ये कल्चर भारत में कैसे शुरू हुआ इसके बारे में तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन टैलेंट हंट शो, जगह-जगह खुले पब्स, सोशल मीडिया और म्यूजिक वीडियो की दुनिया में ये फल फूल जरूर रहा है.
इसके झोपड़पट्टियों के इलाके में बढ़ने की अपनी अलग वजह हैं. सबसे पहली तो ये कि हिप हॉप, बीट बॉक्सिंग, रैप गाने के लिए बहुत ज्यादा किसी निवेश की जरूरत नहीं होती है. इन आर्टिस्ट के पास प्रैक्टिस के लिए गलियां होती हैं और इनके पास कोई म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स नहीं होते. ऐसे में प्रैक्टिस के लिए वही आर्ट फॉर्म वायरल किया जाता है जिसमें बहुत ज्यादा निवेश न लगे. म्यूजिक और डांस को टैलेंट के आधार पर बनाया जाता है. तभी तो देखिए नई जनरेशन के बीटबॉक्सर्स, डीजे, हिप-हॉप आर्टिस्ट, रैपर, ग्रेफीटी आर्टिस्ट मुंबई की इन्हीं तंग गलियों में देखे जा सकते हैं.
गली से ग्लोबल तक का सफर-
वैसे तो ये आर्टिस्ट अक्सर लोगों का ध्यान लोकल इवेंट्स में ही अपनी तरफ खींचते हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे इन्हें पहचान मिलने लगी है. शुरुआत में ग्लोबल आर्टिस्ट जैसे Tupac और Eminem इन आर्टिस्ट की पहचान होते थे और उन्हीं को कॉपी करने के चक्कर में मुंबई के लोकल आर्टिस्ट भी स्ट्रगल करते थे, लेकिन अब रीजनल और लोकल भाषाओं में भी ये लोग अपनी जिंदगी का स्ट्रगल दिखाने लगे हैं. अब हिंदी, मराठी, इंग्लिश, तमिल में भी रैप सॉन्ग गाए जाते हैं.
धारावी का underdogs भी ऐसा ही एक ग्रुप है. धारावी के ये रैपर्स गली से उठकर ग्लोबल हो गए हैं. ग्रुप के सिबेस्टियन ने शेखर कपूर, एआर रहमान के साथ डील की है. इसी के साथ, कोक स्टूडियो में राम संपथ के साथ गाना भी गाया है. इसी तरह एक और ग्रुप SlumGods जो ग्लोबल हो चुके हैं. आकाश धनगर कई इंटरनेशनल हिप हॉप आर्टिस्ट के साथ मिलकर परफॉर्म कर चुके हैं. इसमें टोकियो स्थित DJ Sarasa, AKA Silverboombox और कैलिफोर्निया के MC Mandeep Sethi शामिल हैं.
बॉलीवुड की फिल्म हिचकी में रानी मुखर्जी मुंबई के स्लम के 4 हिप-हॉप आर्टिस्ट के साथ काम करती दिखती हैं. प्रभूदेवा की फिल्म ABCD और ABCD 2 भी इसी तरह के सफर को दिखाती है कि कैसे मुंबई की तंग गलियों में रहने वाले टैलेंटेड आर्टिस्ट भी पीछे रह जाते हैं और कैसे उनकी मेहनत की कहानी किसी भी स्टार किड की कहानी से बहुत ऊपर रहती है.
इसी के साथ, अब गली ब्वॉय भी मुंबई की इसी प्रथा को आगे बढ़ा रही हैं और दिखा रही हैं कि आखिर इन छुपे हुए आर्टिस्ट का स्ट्रगल कैसा होता है. ये लोग न ही महंगे कॉलेज में जा पाते हैं, न ही अपनी पढ़ाई पूरी कर पाते हैं. किसी तरह की परिस्थितियों में मुंबई के ये धुरंधर अपनी पहचान बनाने की धुन में लगे हुए हैं. कम से कम अब इन परिस्थितियों पर लोगों की नजर तो जाएगी.
हालांकि, गली ब्वॉय फिल्म की कहानी में रैपर की भूमिका निभा रहे रणवीर सिंह का संघर्ष ही नहीं है. उनके साथ आलिया भट्ट की जद्दोजहद भी देखने लायक होगी. ट्रेलर में एक सीन है, जहां एक महिला आलिया से पूछती है कि क्या तुम्हें कुकिंग करना आता है. इस पर आलिया जवाब देती हैं कि 'यदि सबकुछ ठीक रहा तो वह उनका लिवर ट्रांसप्लांट कर देगी'.
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