रजनीकांत की प्रेम कहानी जानते हैं आप?
जिन फैन्स को ये लगता है कि उनका थलैवर कुछ भी कर सकता है. किसी को भी धूल चटा सकता है. उन्हें बता दें कि लता के माता पिता के पास जाने में उसी थलैवर के पसीने छूट गए थे.
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तमिल सिनेमा के भगवान, थलैवर यानी रजनीकांत का 12 दिसंबर को जन्मदिन होता है. 67 साल के रजनीकांत ने 40 दशक के अपने फिल्मी कैरियर में सफलता के शिखर को छुआ है. दक्षिण भारतीय सिनेमा में ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी रजनीकांत ने अपनी अमिट छवि बनाई है. आलम ये है कि रजनी के फैन्स उन्हें अपना भगवान मानते हैं जो दुनिया का हर काम कर सकता है. जिसे कोई हरा नहीं सकता. यहां तक की व्हाट्स एप पर जो जोक्स शेयर होते हैं उसमें भी प्रकृति से बड़ा थलैवर ही होता है.
अगर उसे 50 गुंडे भी घेर लेते हैं तो उन सभी को अपने एक पंच से ही ढेर कर सकता है. रजनी, थलैवर ऐसे ही नहीं बने हैं. उनका अलहदा स्टाइल, चलने का तरीका, बोलने का तरीका, डायलॉग डिलीवरी, जिस अंदाज से वो अपने चश्में नचाते हुए पहनते हैं, सिक्कों के साथ खेलते हैं, जिस स्टाइल से सिगरेट को होठों तक पहुंचाते हैं. हर एक्शन, हर तरीका युवाओं को पागल कर जाता. उनकी नकल हर कोई करना चाहता. लेकिन अपने इस माचो मैन, स्टाइल आइकॉन, टफ गाई के सीने में जो दिल धड़कता है उसमें रोमांटिक धुनें बजती हैं! क्या ये पता था आपको?
नहीं? चलिए आपको रजनीकांत की प्रेम कहानी सुनाते हैं. अपनी पत्नी लता रंगचारी के साथ रजनी की लव स्टोरी अनोखी है. क्यूट भी.
लव एट फर्स्ट साइट-
1980 में रजनीकांत अपनी तमिल फिल्म थिल्लू मल्लू की शूटिंग में व्यस्त थे. थिल्लू मल्लू 1979 में बनी बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म गोलमाल की रिमेक थी. ये उनकी पहली कॉमेडी फिल्म थी. शूटिंग के दौरान ही लता, एक कॉलेज मैगजीन के लिए इंटरव्यू लेने पहुंची. रजनीकांत को खबर की गई और रजनी इंटरव्यू के लिए तैयार हो गए. अब रजनीकांत और लता रंगचारी आमने-सामने बैठे थे.
बस फिर क्या था. सुपरस्टार रजनीकांत को पहली नजर में ही लता से प्यार हो गया. सोने पर सुहागा ये कि इंटरव्यू के दौरान दोनों को एकदूसरे में कई समानताएं भी पता चल गई. दोनों का बेंगलुरु कनेक्शन था. रजनीकांत फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले वहां बेंगलुरु स्टेट ट्रांसपोर्ट में बस कंडक्टर थे. और लता का वहां घर था. इस बेंगलुरु कनेक्शन के बाद लता को रजनीकांत के सुपरस्टार स्टेटस के बावजूद आत्मीयता का एहसास हो रहा था.
रजनीकांत और लता
दो जिस्म एक जान-
दुनिया को हिला देने वाले रजनी को लता की झलक ने हिला दिया था. उन्हें एहसास हुआ कि आज के पहले ऐसा कभी उन्हें फील नहीं हुआ. कभी किसी लड़की को देखकर नहीं लगा कि उसे देखते रहें. कभी किसी लड़की से बात करके ये नहीं लगा कि बस बातें करते ही जाएं. ये सब उन्हें पहली बार फील हो रहा था. बस फिर क्या था थलैवर को अपनी थलैवर मिल गई.
रजनी को इस बात का एहसास हो गया था कि उन्हें अपना प्यार मिल गया. पूरी इंटरव्यू के दौरान भी उनके दिमाग में यही विचार घूमता रहा. इसलिए जैसे ही इंटरव्यू खत्म हुआ, बिना वक्त गंवाए रजनी ने लता के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया. लता हैरान थीं कि एक सुपरस्टार उन्हें शादी के लिए प्रोपोज कर रहा है. क्या हुआ ये उन्हें समझ नहीं आया. दो मिनट रूककर फिर वो मुस्कुराई और रजनीकांत को जवाब दिया- आपको मेरे माता-पिता से बात करनी होगी.
जिन फैन्स को ये लगता है कि उनका थलैवर कुछ भी कर सकता है. किसी को भी धूल चटा सकता है. उन्हें बता दें कि लता के माता पिता के पास जाने में उसी थलैवर के पसीने छूट गए. रजनी, लता के माता-पिता के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से संपर्क में रहने का निर्णय किया.
एक दूजे के लिए-
रजनीकांत ने अपने दिल की बात अपने दोस्तों को बताई. इसके बाद तो रजनीकांत का जैकपॉट ही लग गया. उनके जिगरी दोस्त और सहअभिनेता वाई जी महेंद्रन की पत्नी सुधा, लता की बड़ी बहन थी. रजनीकांत को शक था कि लता के माता-पिता इस शादी के लिए राजी नहीं होंगे. लेकिन उन्होंने हां कर दी. बस फिर क्या था. रजनीकांत को अपना पहला प्यार मिल गया.
26 फरवरी 1981 को तिरुपति के बालाजी मंदिर में दोनों का विवाह संपन्न हुआ. रजनीकांत और लता की दो बेटियां हैं- ऐश्वर्या और सौंदर्या.
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