Sharad Kelkar: छोटे से लेकर बड़े पर्दे तक, एक कलाकार जो अपने हर किरदार में जान फूंक देता है!
बॉलीवुड में ऐसे कई कलाकार हैं, जिनमें टैलेंट कूट कूट कर भरा है. लेकिन किस्मत कहें या कनेक्शन किसी न किसी वजह से ऐसे कलाकार अंडररेटेड रह जाते हैं और इनके टैलेंट की पहचान नहीं मिल पाती. लेकिन एक समय ऐसा आता है जब इनका टैलेंट छुपा नहीं रह पाता और पूरी दुनिया उसका लोहा मान जाती है.
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हर बड़ी सफलता के पीछे संघर्षों की एक लंबी दास्तान होती है. हर महान शख्सियत के पीछे उसकी अथक मेहनत और परिश्रम होता है. अमिताभ बच्चन सदी के महानायक बनने से पहले कोलकाता की एक फैक्ट्री में काम किया करते थे. धर्मेंद्र सुपरस्टार बनने से पहले पंजाब के एक गांव में किसान थे. नवाजुद्दीन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिनको कभी खाने के लाले थे. बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार हुए हैं, जिन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए खुद को मेहनत की भट्टी में झोंक दिया. वहां से तपकर जब निकलें तो चमकते सोने की तरह उनकी चमक हर तरफ फैल गई. ऐसे ही कलाकारों में शामिल है बॉलीवुड एक्टर शरद केलकर का नाम. आज भले ही उनकी पॉपुलैरिटी 'बॉलीवुड के शहंशाह' जैसी नहीं है, लेकिन यकीन कीजिए उनके अंदर टैलेंट ऐसा है कि वो एक न एक दिन 'बॉलीवुड के किंग' जरूर बनेंगे.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 7 अक्टूबर 1976 को पैदा हुए शरद केलकर ने एमबीए की डिग्री लेने के बाद फिजिकल एजुकेशन की दुनिया में कदम रखा. वे जिम इंस्ट्रक्टर के रूप में काम करने लगे. कई वर्षों तक जिम इंस्ट्रक्टर के रूप में काम करते रहे, लेकिन मन नहीं लगता था. एक दिन मां ने कहा कि क्यों नहीं मुंबई जाकर अपनी किस्मत आजमाते हो. बस फिर क्या था एक मौका मिला और शरद सात दिन के लिए ग्वालियर से मुंबई निकल गए. वहां वे साल 2002 में ग्रेसिम मिस्टर इंडिया के फायनलिस्ट बने, लेकिन अफसोस फाइनल में जीत नहीं पाए, लेकिन वहां मौजूद बॉलीवुड से जुड़े लोगों को उनका स्टाइल काफी पसंद आया. फाइनल हारने के बाद शरद ग्वालियर लौट आए. एक बार फिर जीवाजी क्लब में जिम इंस्ट्रक्टर के रूप में काम करने लगे. इसके साथ ही एयरटेल में पार्ट टाइम जॉब भी करने लगे.
टीवी सीरियल 'आक्रोश' से अपने करियर की शुरूआत करने वाले शरद केलकर की पहचान अब मजबूत हो चली है.
दूरदर्शन से किया टीवी डेब्यू, बैरी पिया से पहचान
बनना था फिल्मी हीरो तो जिम इंस्ट्रक्टर का काम आखिर कबतक पसंद आता. शरद केलकर के साथ भी कुछ ऐसा हुआ. ग्रेसिम मिस्टर इंडिया में हिस्सा लेने की वजह से उनको मॉडलिंग के ऑफर आने लगे. इसके बाद साल 2004 में दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले सीरियल 'आक्रोश' के जरिए उन्होंने टीवी डेब्यू किया. साल 2009 में इमेजिन टीवी पर प्रसारित पति, पत्नी और वो शो होस्ट किया. उनको असली पहचान कलर्स टीवी के शो बैरी पिया के किरदार ठाकुर दिग्विजय भदौरिया से मिली थी. इस शो के लिए उन्हें कई अवॉर्ड भी मिले थे. इसके बाद फिल्म 'हलचल', 1920: इविल रिटर्न, गोलियों की रासलीला, हीरो, मोहनजोदारो, रॉकी हैंडसम, इरादा, भूमि, लक्ष्मी, तान्हा जी और भुज जैसी फिल्मों में अहम रोल निभा चुके हैं. उनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो एक्टिंग के साथ आवाज और भाषा पर भी अच्छी पकड़ रखते हैं.
फिल्म बाहुबली में प्रभास की बने दमदार आवाज
उनकी इस प्रतिभा को देखकर लोगों ने डबिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने डबिंग डायरेक्टर मोना शेट्टी से मुलाकात की, जिनकी कंपनी का नाम ही 'डबिंग' है. ये कंपनी हॉलीवुड फिल्मों की हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में डबिंग करने का काम करती है. यहां से शरद ने हॉलीवुड फिल्म 'स्मफ्र्स' की डबिंग से कॅरिअर की शुरुआत की थी. फिल्म के फर्स्ट पार्ट में उन्होंने नैरेटर का वॉइस ऑवर किया था. इसी बीच साउथ इंडियन फिल्मों के फेमस डायरेक्टर राजमौली को तेलुगू फिल्म 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' के हिंदी संस्करण के लिए मुख्य एक्टर प्रभास की आवाज के लिए एक वॉयस आर्टिस्ट की जरूरत थी. किसी ने उन्हें शरद का नाम सुझाया. इसके बाद एक वॉइस टेस्ट के लिए शरद को बुलाया गया और कुछ ही देर में उनके नाम की घोषणा कर दी गई. शरद ने महज 5 दिनों के भीतर फिल्म की डबिंग पूरी कर दी.
एक वक्त था, जब क्रेडिट कार्ड में भी पैसे नहीं थे!
अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए शरद केलकर ने एक बार मनीष पॉल से इंटरव्यू में कहा था, "लोग काम को समझते हैं और यह अच्छा या बुरा हो सकता है. लेकिन उसके पीछे का स्ट्रगल कोई देखता ही नहीं है. आप दिल्ली से आए हैं ना? मैं ग्वालियर से आया हूं. लोग सोचते हैं कि हम दोनों के पास मर्सिडीज है, हम अच्छे कपड़े पहनते हैं और अपने बालों को अच्छे से संवारते हैं. वे बैकस्टोरी नहीं जानते हैं. उस समय मेरे पास क्रेडिट कार्ड में भी पैसे नहीं थे. एक समय ऐसा भी आया है. मेरे पास कोई बैंक बैलेंस नहीं था और बहुत सारी लायबिलिटीज थीं. मुझे लोन चुकाना था और मेरे क्रेडिट कार्ड तक में भी पैसे नहीं बचे थे."
आइए जानते हैं, उन फिल्मों के बारे में जिनमें शरद केलकर ने अपनी दमदार परफॉर्मेंस दी है...
1. फिल्म- लक्ष्मी (Laxmii)
किरदार- लक्ष्मी
पिछले साल रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी' में शरद केलकर ने असली लक्ष्मी का किरदार निभाया है. वो इस फिल्म में एक किन्नर की भूमिका में हैं. फिल्म की पूरी कहानी लक्ष्मी के इर्द गिर्द है, लेकिन शरद का किरदार फिल्म में ज्यादा बड़ा नहीं था. वो महज 15 मिनट के लिए स्क्रीन पर आए थे. लेकिन उन चंद मिनटों में ही शरद केलकर ने अपने किरदार में जान फूंक दी. फिल्म लक्ष्मी भले ही लोगों को पसंद नहीं आई, लेकिन शरद के अभिनय की तारीफ हर किसी ने किया था.
2. फिल्म- तानाजी: द अनसंग वॉरियर (Tanhaji)
किरदार- छत्रपति शिवाजी महाराज
अजय देवगन की फिल्म तानाजी: द अनसंग वॉरियर में शरद केलकर ने छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका निभाई है. इस फिल्म में अपने फिज़िक, लुक्स हो या डायलॉग डिलीवरी शरद ने अपने किरदार में जान फूंक दी है. फिल्म की असल कहानी शिवाजी की फौज के सूबेदार तानाजी मालुसरे की वीरगाथा है, जिन्होंने सिंहगढ़ के किले को मुगलों के चंगुल से छुड़ाने के लिए अपने पराक्रम और सूझबूझ का परिचय दिया था. इस भीषण जंग में तानाजी वीरगति को प्राप्त हुए थे, लेकिन उनकी वीरता की गाथा अमर हो गई. तानाजी की मृत्यु पर ख़ुद शिवाजी भावुक हो गये थे और बोले थे कि गढ़ तो आ गया, लेकिन सिंह चला गया.
3. फिल्म- भूमि (Bhoomi)
किरदार- धौली
संजय दत्त और अदिति राव हैदरी स्टारर फिल्म भूमि में शरद केलकर विलेन के किरदार में हैं. यह एक रिवेंज ड्रामा फिल्म थी जहां एक पिता अपनी बेटी के रेप का बदला लेता है. फिल्म में शरद केलकर का किरदार इतना वीभत्स था कि उसे देखकर किसी को भी उनसे नफरत हो जाए. लेकिन यह उनकी एक्टिंग की ताकत है कि वह विलेन के ऐसे किरदार भी इतनी बेहतरीन तरीके से निभा ले जाते हैं. इस फिल्म में धौली के नकारात्मक किरदार से शरद को सकारात्मक पहचान मिली थी.
4. फिल्म- गोलियों की रासलीला- राम लीला
किरदार- कांजी भाई
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण स्टारर संजय लीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रासलीला रामलीला में शरद केलकर ने कांजी भाई का किरदार निभाया है. वह फिल्म में दीपिका पादुकोण के बड़े भाई के रोल में थे. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि यह फिल्म उनके लिए एक गेम चेंजर साबित हुई थी. इस फिल्म ने उनमें से एक टीवी के एक्टर को बड़े पर्दे पर खुद को साबित करने का मौका दिया था. फिल्म में उनका किरदार ग्रे शेड लिए हुए था, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया था.
5. वेब सीरीज- द फैमिली मैन (The Family man)
किरदार- अरविंद
ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज द फैमिली मैन में शरद केलकर अरविंद नामक एक बिजनेसमैन के किरदार में हैं. अरविंद अपने ऑफिस की पार्टनर एक शादीशुदा औरत से प्यार करने लगता है. यह औरत कोई और नहीं शो के लीड एक्टर मनोज बाजपाई की पत्नी हैं. शरद केलकर का किरदार बेहद शांत लेकिन बहुत प्रभावशाली नजर आया है. पिछले दो सीजन में उनके किरदार को उतना विस्तार नहीं मिला है, लेकिन अगले सीजन में उम्मीदें हैं.
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