Heropanti 2: इन 4 वजहों से टाइगर और नवाज की जंग देखने सिनेमाघरों में उमड़ सकते हैं दर्शक!
ईद पर टाइगर श्रॉफ और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की हीरोपंती 2 (Heropanti 2) रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म के चार बड़े प्लस पॉइंट क्या हैं जो दर्शकों को आकर्षित कर सकते हैं, आइए जानते हैं.
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इस बार ईद कई मायनों में ख़ास होने जा रहा है. त्योहारी वीकएंड पर दर्शकों को सिनेमाघरों में फ्रेश मनोरंजक कंटेंट की कमी से नहीं जूझना नहीं पड़ेगा. ईद के दिन स्क्रीन्स पर पहले से ही महा एक्शन थ्रिलर केजीएफ 2 और इंस्पीरेशनल स्पोर्ट्स ड्रामा जर्सी मौजूद रहेगी. इसके अलावा ब्लाइंड लैंडिंग की सच्ची घटनाओं से प्रेरित रनवे 34 होगी. साथ ही साथ रोमांटिक एक्शन हीरोपंती 2 भी देखने का मौका हाथ रहेगा. यानी दर्शकों के पास हर तरह की पसंद उपलब्ध होगी. दर्शक किस फिल्म का चुनाव करेंगे यह सिर्फ उन्हें तय करना है.
रनवे 34 के साथ हीरोपंती 2 ईद पर रिलीज होने वाली फिल्म है. साजिद नाडियाडवाला के बैनर तले फिल्म को रजत अरोड़ा ने लिखा है और इसका निर्देशन किया है- अहमद खान ने. फिल्म में टाइगर श्रॉफ, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, तारा सुतारिया, जाकिर हुसैन और अमृता सिंह अहम भूमिकाओं में हैं. जबकि कृति सेनन एक गाने में गेस्ट एंट्री के रूप में नजर आएंगी. आइए यहां उन चार वजहों के बारे में चर्चा करते हैं जो हीरोपंती 2 देखने वाले दर्शकों को सिनेमाघरों में आकर्षित कर सकती हैं. और उस एक वजह के बारे में भी बात करेंगे जो फिल्म को नुकसान पहुंचा सकता है.
हीरोपंती 2 में नवाजुद्दीन और टाइगर श्रॉफ.
#1. टाइगर का एक्शन
इसमें कोई शक नहीं कि हीरोपंती 2 की सबसे बड़ी यूएसपी टाइगर श्रॉफ हैं. टाइगर श्रॉफ मौजूदा दौर में बॉलीवुड के सबसे बड़े एक्शन स्टार हैं. उन्होंने अपनी इसी काबिलियत की वजह से बॉलीवुड में जगह बनाई है. हीरोपंती, बागी, बागी 2 और बागी 3, वॉर जैसी फिल्मों से टाइगर ने दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है. हीरोपंती 2 से इसी छवि को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं.
टाइगर का जो युवा फैन बेस है उसे हीरोपंती 2 से मजा आने वाला है. इस फिल्म में टाइगर एक बार फिर हैरान करने वाले एक्शन स्टंट करते नजर आएंगे. हाल ही में हीरोपंती 2 के ट्रेलर में टाइगर के लेटेस्ट किरदार की झलकी भी दिखी. इसमें वे परंपरागत और आधुनिक- हर तरह के करतब करते नजर आ रहे हैं. तय है कि टाइगर श्रॉफ के रफ टफ अंदाज का भयंकर डोज हीरोपंती 2 से दर्शकों को मिलने जा रहा है. टाइगर, बबलू रानावत की भूमिका में हैं जो देश के दुश्मनों से मोर्चा लेता है.
#2. नवाज का पागलपन इरेटिक बिहैवियर में
हीरोपंती 2 की दूसरी सबसे बड़ी यूएसपी टाइगर के सामने खूंखार विलेन की भूमिका में नवाजुद्दीन सिद्दकी का होना है. हालांकि नवाज अलग-अलग फिल्मों में कुछ ऐसा ही किरदार कई मर्तबा करते नजर आ चुके हैं. मगर हीरोपंती 2 में इरेटिक बिहैवियर में सनक से भरा उनका मूड पहली नजर में आकर्षक है. महिलाओं की तरह साज श्रृंगार के शौक़ीन नवाज एक बेरहम इंटरनेशनल साइबर माफिया की भूमिका में हैं.
नवाज पहले भी इस तरह की भूमिकाओं से प्रभावित कर चुके हैं. हीरोपंती 2 में अगर उनका पुराना जादू बरकरार रहा तो यह दर्शकों को आकर्षित करने का सबसे बड़ा पॉइंट बन सकता है. भला नवाज की क्षमताओं पर कोई सवाल भी कैसे उठा सकता है.
#3. तारा सुतारिया का एक्सपोजर
हीरोपंती 2 में तारा सुतारिया की मौजूदगी ग्लैमर गुड़िया के रूप में ही नजर आ रही है. कह सकते हैं कि फिल्म में तारा बॉलीवुड की मसालेदार परंपरा के तहत खूब एक्सपोजर करते दिखेंगी. हीरोपंती 2 में वे टाइगर के लव इंटरेस्ट की भूमिका में हैं. तारा के हिस्से कई बोल्ड सीन्स और द्विअर्थी संवाद हैं.
#4. इमोशनल साई फाई कहानी
हीरोपंती 2 पूरी तरह से युवा दर्शकों को फोकस बनाई बनाई गई है. फिल्म की कहानी का केंद्र साइबर संसार हैं जहां बुरी ताकतें भी अपने मतलब के कारोबार के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही हैं. साइबर के काले संसार पर शौकिया जादूगर लैला का नियंत्रण है. लैला बहुत शातिर है. और उसकी वजह से देश को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. उसकी चुनौती का सामना बबलू ही कर सकता है जो उसी की तरह चीजों में एक्सपर्ट है और बहादुर भी है.
पहली नजर में हीरोपंती 2 की कहानी साइंस फिक्शन के नजदीक है. हालांकि इसे इमोशन, रोमांस, ग्लैमर और एक्शन के मसालेदार तड़के में गुंथा गया है. इस तरह इसे पूरी तरह से साइंस फिक्शन भी नहीं कहा जा सकता. इंटरनेट युग में ऐसी कहानियां दर्शकों को खूब आकर्षित करती हैं. हीरोपंती 2 की कहानी कितना आकर्षित करती है- यह तो ईद के दिन ही नजर आने वाला है.
#5. फैमिली एंटरटेनर ना होना निगेटिव पॉइंट
हीरोपंती 2 की सारी चीजें तो ठीक हैं, लेकिन एक बात मेकर्स को परेशान करने वाली साबित हो सकती है. वह है- फिल्म का फैमिली एंटरटेनर ना होना. बोल्ड सीन्स और कई सारे द्विअर्थी संवाद की वजह से लोग शायद परिवार के साथ फिल्म देखने जाना ना पसंद करें. वैसे भी पिछले कुछ दिनों में यह देखने को मिल रहा है कि बॉलीवुड का विरोध करने वाले अश्लीलता का मुद्दा उठा रहे हैं. हो सकता है कि लोअर मिडिल क्लास ऑडियंस इसी बिना पर फिल्म देखने को लेकर संकोच बरते.
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