बॉलीवुड का रिटायरमेंट प्रोसेस ...
बॉलीवुड में रिटायरमेंट का अलग ही प्रोसेस होता है और यहां उम्र का इससे कोई लेना देना नहीं है, लेकिन कैसे इस मामले में भी भेदभाव हो रहा है ये सोचने वाली बात है..
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बॉलीवुड की भी अपनी अलग दुनिया है. मायानगरी के बच्चे बॉलीवुड की बात ही कुछ अलग है. हो भी क्यों न.. हर साल 1.3 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का बिजनेस सिर्फ बॉलीवुड से ही मिल जाता है. हर साल 3.6 बिलियन से भी ज्यादा फिल्म टिकट बिकती हैं. पूरा रेवेन्यु देखा जाए तो 51 बिलियन डॉलर से ज्यादा का औसत बैठता है. अगर भारत में रिलीज होने वाली हॉलीवुड फिल्मों का भी बिजनेस मान लिया जाए तो करीबन 77-80 बिलियन डॉलर तक आंकड़ा बैठ जाता है. भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ही ऐसी है जो 27 भाषाओं में मिलाकर हर साल 700 से ज्यादा फिल्में और 100 से ज्यादा डॉक्युमेंट्री बनाती हैं. ये आंकड़ा कुल 5 लाख करोड़ के आस पास जाएगा. यानि 2015 की जीडीपी का 0.4% (लगभग)....
बॉलीवुड जो हर साल लाखों लोगों के रोजगार का जरिया बनता है. कहते हैं बॉलीवुड में किसी के लिए कोई भी जगह परमानेंट नहीं है. मैं इसमें एक लाइन और जोड़ना चाहूंगी. बॉलीवुड में किसी के लिए कोई भी जगह परमानेंट नहीं है. सिवाए सुपर हिट हुए हीरो के... अगर किसी को इस बात से आपत्ती है तो अभी ही मैं ये बता दूं कि आगे इसी बात का तर्क देने वाली हूं मैं.
बॉलीवुड में रिटयरमेंट की वैसे तो कोई उम्र नहीं होती (मर्दों के लिए) लेकिन फिर भी उनके लिए रिटायरमेंट का एक प्रोसेस होता है...
बॉलीवुड का रिटायरमेंट प्रोसेस ...
ये रिटायरमेंट प्रोसेस औरतों और मर्दों के लिए अलग-अलग है.
औरतों के लिए...
एक बार 35 पार करने के बाद फिल्में फ्लॉप होना शुरू हुईं तो काम मिलना कम हो जाएगा. पहले ये उम्र 30 पर आ जाती थी लेकिन पिछले एक दशक में ये थोड़ा बढ़ गया है. इसके बाद अपनी उम्र के हिसाब से एक या दो बच्चों की मां का रोल करना होगा और अगर कोई बहुत बेहतरीन अदाकारा जैसे विद्या बालन नहीं हैं तो इंडस्ट्री छोड़कर बच्चों को संभालने का काम करना होगा. काजोल, रानी मुखर्जी, करिश्मा कपूर और अब तो एशवर्या और शिल्पा शेट्टी भी यही काम कर रही हैं. करीना कपूर को इस मामले में बहुत बधाइयां देनी होंगी कि अपनी मेहनत से वो अभी भी काम पाने में कामियाब हैं.
मर्दों का रिटायरमेंट प्रोसेस...
इस मामलों में इंडस्ट्री के मर्द यानि बॉलीवुड के सर्वेसर्वा और रील लाइफ के हीरो का किरदार बहुत अलग है. उनके लिए रिटायरमेंट प्रोसेस असल में उम्रदराज रोल करने का एक तरीका होता है. ये बात अमिताभ बच्चन पर भी लागू होती है जिन्होंने बड़े मियां छोटे मियां 1998 में आई थी जिसमें अमिताभ बच्चन बतौर हीरो थे और सन 2000 में आई फिल्म मोहब्बतें में आखिरकार अमिताभ को अपने उम्र के हिसाब का रोल मिला था. उसके बाद से लेकर अब तक अमिताभ अपनी उम्र के हिसाब के रोल ही कर रहे हैं, लेकिन 1998 के पहले तक लगभग 60 हो चुके अमिताभ हीरो का रोल ही कर रहे थे. इस मामले में धर्मेंद्र, जीतेंद्र और राजेश खन्ना थोड़ा पहले ही सचेत हो गए थे.
वही हाल अभी शाहरुख और सलमान का भी है. चाहें शाहरुख अनुष्का और आलिया के साथ रोमांस की बात हो या फिर सलमान का डेजी शाह, कटरीना के साथ रोमांस करना हो ये दोनों ही अपनी उम्र के हिसाब से रोल नहीं कर रहे हैं या शायद अभी तक इनका रिटायरमेंट का समय आया नहीं है. हालांकि, इस मामले में आमिर खान ही ऐसे दिखते हैं जो अपनी उम्र के साथ तालमेल बैठा कर रख रहे हैं.
चाहें 70 के दशक की बात हो या फिर अभी की फिल्म इंडस्ट्री में रिटायरमेंट के मामले में हीरो के लिए कोई तय सीमा या नियम नहीं होता है. न ही ये देखा जाता है कि हीरो को अपनी उम्र के हिसाब के रोल मिल रहे हैं. पर हीरो अभी भी सुपरहिट है.
हीरेइनें जिन्होंने शादी के लिए करियर छोड़ दिया....
सायरा बानो ने 22 साल की उम्र में दिलीप कुमार से शादी करने के बाद ही फिल्मों और काम-काज से सन्यास ले लिया था. नीतू सिंह ने 21 साल की उम्र में ही सन्यास ले लिया था और उन्होंने इतनी कम उम्र में ही 20 फिल्मों में लीड एक्ट्रेस की भूमिका निभा ली थी. राम तेरी गंगा मैली की एक्ट्रेस मंदाकिनी ने भी टॉप की एक्ट्रेस होने के बाद सन्सास ले लिया था. नम्रता शिरोड़कर ने भी 2005 में महेश बाबू से शादी के बाद सन्यास ले लिया था. हालांकि, नम्रता को एक्सेप्शन माना जा सकता है क्योंकि उनकी कोई भी फिल्म इतनी सुपरहिट नहीं रही है. इस कैटेगरी में भाग्यश्री भी हैं. मैंने प्यार किया के बाद छाप छोड़ने में वो नाकाम रहीं. इसी लिस्ट में गायत्री जोशी और ट्विंकल खन्ना को भी जोड़ा जा सकता है.
लेकिन मीनाक्षी शेशाद्री, नरगिस दत्त और बबिता जैसी हीरोइनें जो अपने चमकते हुए करियर को शादी के बाद ये हिरोइनें अपना सुपरहिट करियर छोड़ गईं. इस मामले में सोनाली बेंद्रे और जूही चावला का नाम भी जोड़ा जा सकता है.
शायद वो दौर ही ऐसा था... ओम शांती ओम फिल्म का एक डायलॉग था जब अर्जुन रामपाल दीपिका से कहते हैं कि जिस दिन तुम एक चुटकी सिंदूर डालकर बाहर आओगी उस दिन तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा. ये तो फिल्मी बात थी, लेकिन देखा यही गया है कि अक्सर शादी होने के बाद हिरोइनें अपना करियर छोड़ देती हैं.
औसत रिटायर होने की उम्र...
औरतों के लिए ये उम्र 35 साल में आ जाती है तब या तो खुशी से हिरोइने सन्यास ले लेती हैं या फिर रिएलिटी शो जज करने, रिबन काटने, सीरियल में काम करने जैसा काम करती हैं. कुछ बिजनेस में भी अपना हाथ आजमाती हैं. कुछ को बिलकुल ही काम मिलना बंद हो जाता है. बहुत ही कम हिरोइनें ऐसी हैं जो इससे आगे बढ़ पाती हैं.
हीरो के लिए ये अलग है. हीरो के लिए इस मामले में 50 साल के बाद ऐसा दौर आता है जब उसे थोड़ा अपनी उम्र के हिसाब से काम करना होता है. और 60 साल के बाद ही बुढ़ापे से जुड़े रोल किए जाते हैं. तो उम्र का अंतर साफ दिखाई देता है.
अमृता अरोड़ा की इंस्टाग्राम पोस्ट
ये भी है ध्यान देने वाली बात....
इंस्टाग्राम पर एक फोटो पोस्ट करने पर मलाइका अरोड़ा को बुढ़िया कहा जाता है और अगर वहीं कोई फोटो शाहरुख पोस्ट करता है तो उसे स्टड कहा जाता है. शायद ये बॉलीवुड के अपने नियम कानून ही हैं कि हीरो कभी अंकल नहीं बनता लेकिन उससे कम उम्र की हिरोइन भले ही कितनी सुंदर क्यों न हो वो आंटी जरूर बन जाती है.
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