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Updated: 25 फरवरी, 2018 01:20 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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श्रीदेवी.... ये एक नाम नहीं बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला सुपरस्टार की पहचान है. वो एक्ट्रेस जिसे देखकर शायद कई लोगों को दिल पहली बार धड़का होगा, वो एक्ट्रेस जिसे पहले लेडी अमिताभ बच्चन कहा जाता था और फिर उनके नाम को किसी हीरो की जरूरत नहीं रही. उनके नाम के आगे सुपरस्टार लग गया. वो पहली ऐसी सुपरस्टार थीं जिन्हें हीरो की भी जरूरत नहीं रही. चालबाज़ में जहां रजनीकांत और सनी देओल को श्रीदेवी से छोटा रोल मिला वहीं पूरी फिल्म सिर्फ श्रीदेवी के आगे-पीछे घूमती रही, इंग्लिश-विंग्लिश और मॉम जैसी फिल्मों ने ये साबित किया कि उम्र के साथ-साथ वो और भी ज्यादा संजीदा हो गई हैं.

बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस काम करने वाली श्रीदेवी कपूर ने जहां दुनिया भर में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया वहीं उनकी खूबसूरती ने न जाने कितने लोगों को अपना दीवाना बनाया था. अभी दो ही दिन पहले दुबई से उनकी तस्वीरें अपलोड की गईं थीं. अपनी बेटी खुशी के साथ शादी के फंक्शन के लिए तैयार हुईं श्रीदेवी इतनी खूबसूरत लग रही थीं. वो हरा रंग उनपर फब रहा था. लेकिन देखिए कितनी आसानी से वो चली गईं.

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श्रीदेवी की फिल्मों में एक रस रहा है. हर फिल्म में किसी न किसी तरह के नएपन की झलक. आज बात करते हैं उन्हीं फिल्मों के रस की.

1. गुस्सा -

फिल्म लाडला में में श्रीदेवी ने एक ऐसा किरदार निभाया था जिसमें वो एक गुस्सैल, बिगड़ी हुई लड़की है जो अपने आगे किसी को नहीं समझती है. हर वक्त चेहरे पर गुस्सा रहता है. ये रूप, गुस्सा, वो किरदार जैसे श्रीदेवी के लिए ही बना था.

2. कॉमेडी -

फिल्म चालबाज़ में कॉमेडी की बात करें तो श्रीदेवी का कोई सानी नहीं. अनुपम खेर से भी ज्यादा बेहतर कॉमेडी श्रीदेवी की थी. वो अपने किरदार में पूरी तरह से फिट बैठ गई थीं. उनका डायलॉग 'बल्मा...' (शक्ति कपूर ने नहीं जब उन्होंने ये कहा था.) बहुत दिनों तक लोगों की जुबान पर रखा था.

3. रोमांस -

फिल्म चांदनी में श्रीदेवी ने रोमांस का रस दिखाया. मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां हैं गाना हर शादी में बजने लगा. चांदनी में न सिर्फ श्रीदेवी की खूबसूरती दिखी बल्कि एक आम लड़की की शोख अदाएं भी.

4. भोलापन -

फिल्म सदमा में श्रीदेवी ने भोलेपन का रस दिखाया. ये फिल्म किसी की पहचान की मोहताज नहीं है.

5. प्रेरणा -

प्रेरणा का रस अगर कहा जाए तो फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से बेहतर उदाहरण शायद नहीं मिलेगा. कैसे एक आम गृहणी अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी कमी को दूर करती है.

6. हिम्मत -

फिल्म मॉम में एक ऐसी मां का किरदार जिसकी बेटी का बलात्कार हो जाता है. उस फिल्म में जितनी हिम्मत श्रीदेवी ने दिखाई उतनी एक आम इंसान के लिए दिखा पाना मुश्किल होता है.

7. नृत्य -

श्रीदेवी का नृत्य रस तो शायद लगभग हर फिल्म में दिखा है. हिम्मतवाला - गाना नैनो में सपना, चालबाज़- क्लासिकल म्यूजिक डांस नंबर सबसे फेमस, मिस्टर इंडिया - गाना काटे नहीं कटते, हवा हवाई, फिल्म चांदनी के कई गाने सभी यकीनन श्रीदेवी के नृत्य को दिखाते हैं.

8. उदासी -

खुदागवाह - जब अमिताभ उन्हें छोड़कर जाते हैं वो सीन, गुमराह- जब श्रीदेवी को जेल हो जाती है ये फिल्में श्रीदेवी के उस रूप को दिखाती हैं जहां वो उदास हैं.

9. खुशी -

खुशी श्रीदेवी की कई फिल्मों का हिस्सा बनी. जब जुदाई फिल्म में श्रीदेवी को अपना परिवार वापस मिल जाता है तब उनकी आंखों में खुशी ही होती है.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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