Jee Le Zaraa movie: हर लड़की के दिल की बात, जो दिल में रह जाती है
जी ले जरा फिल्म (Jee Le Zaraa movie) में आपको यह बात समझ आ जाएगी कि तीन लड़कियों के एक साथ ट्रिप पर जाने पर जाने की बात जितनी खुशनुमा है, उतनी ही अड़चन भरी भी.
-
Total Shares
जा सिमरन जा, जी ले अपनी जिंदगी...इतना सुनते ही सिमरन कैसे उछल कर खुश हो जाती है यह बताने की जरूरत नहीं है. सिमरन को अपनी जिंदगी जीने के लिए पिता की इजाजत जो मिल गई है. लेकिन, यही सिमरन यदि अपनी मर्जी से जिंदगी जीना चाहे, तो उसके कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. 'जी ले जरा' एक नई फिल्म है, जिसे जोया अख्तर बना रही हैं. इस फिल्म को 'जिंदगी मिलेगी ना दोबारा' का सीक्वल कहा जा रहा है, जिसमें तीन लड़के अपनी बैचलर लाइफ का मजा लेने यूरोप टूर पर गए हैं. जी ले जरा मूवी में यही मजा तीन लड़कियां लेती दिखाई देंगी. अब इस फिल्म की बात यही छोड़ते हैं. और असली मुद्दे पर लौटते हैं. हां, ये सच है कि लड़कों की तरह लड़कियां भी अकेले टूर या ट्रेवेल करना चाहती हैं. लेकिन, लड़कों की तरह ऐसा कर पाना उनके लिए आसान नहीं होता. अगर कोई लड़की अपनी किसी सहेली के साथ बाहर ट्रिप पर जाने की बात करती है तो घरवालों से लेकर पड़ोसी तक का क्या रिएक्शन होता है, अंदाजा लगाइये.
जी ले जरा’से सारी बातें साफ हो जाएंगी कि लड़कियों के ट्रिप पर क्या-क्या हो सकता है?
वैसे लड़कियों के रोड ट्रिप के बारे में आपका क्या कहना है? क्या इतना आसान होता है तीन अलग-अलग लड़कियों का एक साथ रोड ट्रिप पर निकल जाना. वैसे फरहान अख्तर‘ जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ में पहले ही यह बता चुके हैं कि लड़कों के ट्रिप पर जाने पर क्या दिक्कत होती है. खैर, लड़के तो फिर भी आपस में गाली-गलौज देने के बाद भी साथ में बैठकर चिल कर रहे होते हैं लेकिन लड़कियों के साथ क्या होता है, यह सिर्फ लड़कियां ही बता सकती हैं.
वैसे फरहान अख्तर इस बार तीन लड़कियों के रोड ट्रिप की कहानी लेकर आ रहे हैं. फिल्म ‘जी ले जरा’ में प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ और आलिया भट्ट की तिकड़ी देखने को मिलेगी. तीनों की अपनी पर्सनैलिटी है और अच्छी बात यह है कि तीनों एक-दूसरे से बिल्कुल जुदा हैं. बात तो यह भी हो रही है कि प्रियंका ने आलिया और कैटरीना कैफ से बात की थी कि हम तीनों को इस फिल्म में काम करना चाहिए.
इस फिल्म में आपको यह बात समझ आ जाएगी कि तीन लड़कियों के एक साथ ट्रिप पर जाने पर क्या-क्या परेशानी आती है. फिलहाल हम आपके लिए कुछ झलकियां लेकर आए हैं कि लड़कियों के दिल में वे कौन सी बातें रहती हैं जो उनके दिल में ही रह जाती हैं.
प्लान सिर्फ मन में ही बनकर रह जाता है
लड़कियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी तो यही है कि उनका घूमने का प्लान सिर्फ प्लान ही बनकर रह जाता है. वे बस बातें करती हैं और किसी न किसी वजह से उनका प्लान टलता ही जाता है. बस एक-दूसरे को बोलती रहती हैं कि यार कहीं चलते हैं और इस तरह पूरा साल बीत जाता है. अब एक साथ तीन-चार लड़कियों का एक जगह जुटना और कहीं जाना यह आसान बात थोड़ी है. उन्हें कहीं जाने से पहले कितनी सारी तैयारी भी तो करनी होती है. लड़कों का क्या है, मन में आया बैग उठाए और चल दिए.
ट्रिप पर क्या पहनूंगी
लड़कियों को कहीं भी जाना होता है तो सबसे पहले उनके दिमाग में यही आता है कि वे किस दिन क्या पहनेंगी. मतलब रास्ते में अलग, घूमने के समय अलग, ट्रैंकिंग करते समय अलग, सोते समय अलग. अभी ठहर जाइए मेकअप भी तो है. लड़कियां दुनिया के किसी कोने में भी क्यों न चली जाएं इनका मेकअप इनके साथ ही जाता है और 4-5 जोड़ी जूते तो साथ में चाहिए ही चाहिए. लड़कियों को सबकुछ एकदम परफेक्ट जो चाहिए.
सुरक्षा की चिंता सताए तो क्या किया जाए
लड़कियों के लिए सबसे पहली प्राथमिकता इनकी सुरक्षा की होती है. घरवाले तो सबसे पहले यही पूछेंगे कि किसके साथ जा रही है. साथ में कोई पुरुष तो है ना? मैंने लड़कियों से बात की तो उनका कहना था कि लड़कियों को रोड ट्रिप पर जाने के लिए कोई न कोई लड़का साथ में होना ही चाहिए. लड़कियां अकेले रोड ट्रिप पर जल्दी नहीं जा सकती हैं. वे कहां-कहां जाएंगी, कहां रूकेंगी उन्हें इस बात पूरा नक्शा किसी न किसी को बताना ही पड़ता है. लड़कियों को तो अपना लाइव लोकेशन भी शेयर करना पड़ता है. गलती से कहीं रात में अगर गाड़ी खराब हो गई तो वो अलग मुसीबत है.
वॉशरूम की मुसीबत
लड़कियों को रोड ट्रिप पर सबसे बड़ी दिक्कत होती है वॉशरूम की. यह बात शायद ही किसी ने सोची हो लेकिन कई बार लड़कियों को यूरीन को भी कई घंटों तक कंट्रोल करना पड़ता है. जो इनकी सेहत के लिए खतरनाक होती है. ढाबा या रेस्ट्रों के वॉशरूम भी गंदे होते हैं. लड़कियां गंदे वॉशरूम में जाना ही नहीं चाहतीं. ऊपर से अगर कहीं पीरियड हो जाए तब तो मुसीबत ही है. लड़कों के साथ ऐसी कोई परेशानी नहीं है. अजीब है लेकिन यही सच है.
लड़कियों का कोल्ड वार से बच पाना नामुमकिन है
जहां 3-4 लड़कियां एक साथ होंगी वहां मन मुटाव तो हो ही जाता है. मान लीजिए एर दो लड़कियों की आपस में ज्यादा बनती है तो यह बात तीसरी लड़की को बुरी लग सकती है. लड़कियां सेंसटिव होती हैं और छोटी-छोटी बातों का बहुत जल्दी बुरा मान जाती हैं. किसी को गंदगी पसंद नहीं है तो किसी को लाइट ऑफ करके सोना है. कहने का मतलब यह है कि नखरे बहुत ज्यादा होते हैं. वे खुलकर लड़ाई भी नहीं करेंगी और मन ही मन बुरा मानकर बैठ जाएंगी. इसके उलट लड़के आपस में जी भर के लड़ लेंगे और फिर सारी तकरार भूलकर गप्पे लड़ाएंगे.
ब्वॉयफ्रेंड बन जाते हैं मुसीबत
लड़कियां जैसे ही सहेलियों के साथ बाहर घूमने जाने की बात करती हैं उनके ब्वॉयफ्रेंड के कान खड़े हो जाते हैं. वे फोन पर ही हर बात की जानकारी रखना चाहते हैं. हर आधे घंटे में फोन करके बेबी तुम कहां हो? कोई लड़की फोन पर लग जाती है और ऐसे में बाकी दो लड़कियों को मूड खराब हो जाता है.
लड़कियां एक दूसरे से जल्दी कंफर्ट नहीं हो पातीं
जिस तरह लड़के एक-दूसरे के साथ आसानी से घुल मिल जाते हैं वैसे लड़कियां जल्दी कंफर्ट नहीं हो पाती हैं. लड़के बड़े आराम से एक-दूसरे के कपड़े शेयर कर लेते हैं लेकिन लड़कियां इस मामले में बहुत चूजी होती हैं. वे अपनी बेस्ट फ्रेंड को भी अपने कपड़े देने से पहले 100 बार सोचती हैं. इसके साथ ही लड़कियां अच्छी दोस्त भी होती हैं लेकिन मन ही मन एक-दूसरे से कंपटीशन भी रखती हैं. हालांकि उनमें प्यार भी बहुत होता है.
इन बातों से समझ आ गया होगा कि लड़कियों के ट्रिप पर क्या-क्या परेशानी हो सकती है? यह तो सिर्फ ट्रेलर है.‘जी ले जरा’से सारी बातें साफ हो जाएंगी कि लड़कियों के ट्रिप पर क्या-क्या हो सकता है? इसके बावजूद लड़िकयां ट्रिप पर जाने की कोशिश में लगी रहती हैं जो कब सफल होगी उन्हें पता भी नहीं रहता. कई बार ये दिल की ख्वाहिश दिल में ही रह जाती है. सभी को पता है कि लड़कियों का ट्रिप पर जाना कितना मुश्किल होता और लड़कों का कितना आसान...
आपकी राय