Laal Singh Chaddha की कहानी तो सबको पता है, आमिर दर्शकों को कैसे खींच पाएंगे?
अद्वैत चंदन के निर्देशन में बनी कॉमेडी ड्रामा फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इस पर दर्शकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. 'लाल सिंह चड्ढा' हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गंप' की हिंदी रीमेक है. ज्यादातर लोगों को इसकी कहानी पता है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि आमिर दर्शकों को सिनेमाघरों तक कैसे खींच पाते हैं.
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आमिर खान प्रोडक्शंस, वायकॉम18 स्टूडियोज और पैरामाउंट पिक्चर्स द्वारा निर्मित फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' इस वक्त चर्चा के केंद्र में है. अद्वैत चंदन के निर्देशन में बनी इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है. इसमें आमिर खान को देखने के बाद लोग हॉलीवुड अभिनेता टॉम हैंक्स की कॉपी बता रहे हैं. दरअसल 'लाल सिंह चड्ढा' हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गंप' की हिंदी रीमेक है. रॉबर्ट जेमेकिस द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी इसी नाम के एक उपन्यास पर आधारित है, जिसे विंस्टन ग्रूम ने लिखा है. 'फॉरेस्ट गंप' हॉलीवुड की सबसे सफल फिल्मों में से एक है. साल 1994 में रिलीज हुई इस फिल्म ने उस साल सबसे ज्यादा कमाई की थी. पूरी दुनिया में इसे देखा गया था. यही वजह है कि इसकी कहानी अधिकतर सिनेमा प्रेमियों को पता है. ऐसे में आमिर खान के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि टॉम हैंक्स द्वारा स्थापित मानकों पर खरे उतरते हुए फिल्म के लिए दर्शकों को सिनेमाघरों तक कैसे खींचा जाए. क्योंकि ट्रेलर रिलीज होते ही उनकी तुलना टॉम हॉक्स से होने लगी है. कई सीन भी हॉलीवुड फिल्म से पूरी तरह कॉपी किए गए हैं.
आइए जानते हैं कि किन वजहों से आमिर खान की फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाने में सफल रहेगी...
1. आमिर खान खुद हैं
फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' को दर्शक देखने जाएंगे, इसकी सबसे पहली और बड़ी वजह खुद आमिर खान हैं. आमिर को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्टनिस्ट कहा जाता है. वो अपनी फिल्मों में जी जान लगा देते हैं. फिल्म की कहानी से लेकर निर्देशन तक में दखल रखते हैं. फिल्म निर्माण की हर प्रक्रिया में शामिल रहते हैं. यही वजह है कि एक बार में केवल एक ही फिल्म करते हैं. 'लाल सिंह चड्ढा' का निर्माण पिछले चार साल से हो रहा है. आमिर की आखिरी फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' साल 2018 में रिलीज हुई थी. उसके बाद से ही उन्होंने 'लाल सिंह चड्ढा' की तैयारी शुरू कर दी थी. फिल्म की शूटिंग देश-विदेश में 100 से अधिक लोकेशन पर की गई है. इस फिल्म के आमिर ने अपना वजन भी बहुत ज्यादा घटाया है. फिल्म के ट्रेलर में आमिर की मेहनत दिखती है. उनको एक फिल्म में अलग-अलग रुपों में देखना अच्छा लगता है. फिल्म में एक ही किरदार के जीवन की पूरी यात्रा दिखाई गई है. इसमें एक बेटे, छात्र, खिलाड़ी, सेना के जवान, प्रेमी, पति और पिता के रूप में बहुत प्रभावी लगते हैं. आमिर को बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी भी माना जाता है. भारतीय सिने इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म 'दंगल' (2100 करोड़ रुपए) उनके ही खाते में है. इस फिल्म का रिकॉर्ड बाहुबली जैसी फिल्म भी नहीं तोड़ पाई.
2. कहानी का क्लीन एडेप्टेशन
यह पहली बार नहीं है कि जब किसी हॉलीवुड फिल्म का हिंदी रीमेक किया जा रहा हो. इससे पहले बड़ी संख्या में फिल्मों का हिंदी रीमेक किया जा चुका है. इतना ही नहीं कई फिल्मों में तो हॉलीवुड फिल्म को चर्चित सीन भी कॉपी किए गए हैं. लेकिन रीमेक की प्रक्रिया के दौरान एक समस्या सबसे आम होती है कि उसका भारतीय रुपांतरण सटिक नहीं हो पाता है. क्योंकि विदेशी कहानी को देसी जमीन पर दिखाने के चक्कर में फिल्म मेकर्स न्याय नहीं कर पाते. लेकिन फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' को देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि इस मामले में मेकर्स सफल साबित हुए है. आमिर खान के अलावा इसका क्रेडिट अतुल कुलकर्णी को दिया जा सकता है, जिन्होंने फिल्म का हिंदी एडाप्टेशन किया है. अतुल ने अपना काम बेहतरीन तरीके से किया है. कहानी और किरदार एक जैसे होते हुए भी बखूबी उसे हिंदुस्तानी जामा पहनाया है. हां, कुछ एक सीन 'फॉरेस्ट गंप' से सीधे कॉपी कर लिए गए हैं, जिससे बचना चाहिए था. जैसे कि मूल फिल्म में टॉम हैंक्स दाढी-मूछ बढाकर टोपी लगाकर दौड़ लगाते दिखते हैं. आमिर भी अपनी फिल्म में बिल्कुल उसी रूप और अंदाज में दौड़ते हैं. इसके अलावा फिल्म में आमिर खान, करीना कपूर, मोना सिंह और नागा चैतन्य अपनी शानदार अदाकारी से पूरी तरह अंतर पैदा करने की कोशिश की है.
3. देशभक्ति की भावना
बॉलीवुड की फिल्मों में देशभक्ति का स्वर हमेशा से ही प्रखर रहा है. यह एक ऐसी भावना है जिससे हर दर्शक सीधे तौर पर प्रभावित होता है. उदाहरण के लिए इस वक्त की सबसे ज्यादा चर्चित वेब सीरीज पंचायत को ही ले लीजिए. इसका आखिरी एपिसोड सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है. इस एपिसोड में देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत ऐसा सीन है, जिसे देखने के बाद तकरीबन हर दर्शक की आंखों से आंसू आ गए. फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में आमिर सेना के जवान की भूमिका में है. सेना की हरी वर्दी में आमिर खूब जंच रहे हैं. ट्रेलर में लड़ाई का एक सीन भी दिखाया गया है. इसी लड़ाई में उनके किरदार का सबसे अच्छा दोस्त शहीद हो जाता है. नागा चैतन्य ने दोस्त का किरदार निभाया है. जिस दोस्त के साथ रिटायरमेंट के बाद जीवन के सपने देखे, उसके जाने के बाद लाल सिंह चड्ढा पूरी तरह टूट जाता है. उसकी हालत देखकर कोई भी भावुक हो सकता है. फिल्म 'शेरशाह' और 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी वॉर फिल्मों को पसंद करने वाले दर्शकों के लिए फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
4. फिल्म का संदेश
आमिर खान की हर फिल्म में एक सकारात्मक संदेश होता है. फिल्म 'पीके' में उन्होंने सामाजिक और धार्मिक अंधविश्वास की बात की थी, तो फिल्म 'दंगल' में महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश दिया था. उसी तरह फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में अपने किरदार के जरिए वो संदेश देते हैं कि इंसान यदि ठान ले तो वो अपनी जिंदगी में कुछ भी कर सकता है. कुछ भी असंभव नहीं होता. फिल्म में आमिर खान का किरदार एक डायलॉग बोलता है, 'मेरी मम्मी कहती थी कि जिंदगी गोलगप्पे जैसी होती है, पेट भले ही भर जाए, मन नहीं भरता है'', जिसमें पूरी जिंदगी का सार होता है. एक इंसान की जिंदगी किस तरह संघर्षों से भरी होती है, ये हर कोई जानता है. लेकिन बहुत कम लोग इस जिंदगी को अपने साहस और जज्बे की बदौलत अपने अनुकूल करके जीने की कला जानते हैं. फिल्म में लाल सिंह चड्ढा का पैर बचपन ने खराब होता है. उसका आईक्यू लेवल भी कम होता है, लेकिन मां की सीख और मजबूत इरादों की वजह से वो अपनी कमियों पर काबू पा लेता है. भागते-भागते इंटरनेशनल लेवल का खिलाड़ी और सेना का जवान बन जाता है.
...लेकिन एक चुनौती बनी रहेगी
इन सभी बातों के बाद आमिर खान के सामने एक चुनौती हमेशा बनी रहेगी, वो ये कि लोग टॉम हैंक्स की यादों के सामने आमिर को कैसे स्वीकार कर पाएंगे. 'फॉरेस्ट गंप' को हॉलीवुड की कल्ट क्लासिक सिनेमा की श्रेणी में रखा जाता है. इस फिल्म में टॉम हैंक्स की दमदार एक्टिंग देखने को मिली थी. लगातार दो बार ऑस्कर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीतने वाले इस एक्टर को एक्टिंग का स्कूल कहा जाता है. अपनी फिल्मों में उन्होंने अपने किरदारों को जिस तरह से जीवंत किया है, उसे देखने के बाद समझ आता है कि उनकी अभिनय प्रतिभा कितनी कमाल की है. ऐसे में फिल्म की रिलीज के बाद आमिर खान और टॉम हैंक्स की तुलना होना निश्चित है. शुरूआत तो ट्रेलर रिलीज के साथ ही हो गई है. फिल्म के ट्रेलर में आमिर को देखने के बाद जिस तरह से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, उससे तो मामला नकारात्मक होता दिख रहा है. क्योंकि लोगों का कहना है कि आमिर खान ने 'लाल सिंह चड्ढा' में टॉम हैंक्स की एक्टिंग, लुक से लेकर उनकी फिल्म के लगभग हर एक सीन को कॉपी किया है. कुछ लोग 'लाल सिंह चड्ढा' के ट्रेलर की तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं कई लोगों को ट्रेलर बिल्कुल पसंद नहीं आया. लोग टॉम हैंक्स की कॉपी करने और उनकी आइकॉनिक परफॉर्मेंस को खराब करने के लिए आमिर खान की निंदा कर रहे हैं.
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