लुका छुपी ट्रेलर: फिल्मों में बदलता लिव-इन रिलेशनशिप का स्वरूप
कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की फिल्म लुका छुपी का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इस फिल्म में लिव इन रिलेशनशिप पर एक कॉमिक टेक लिया गया है और ये बताने की कोशिश की गई है कि परिवार को पता चलने पर क्या होता है.
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Kartik Aryan और Kriti Senon की फिल्म लुका-छुपी का ट्रेलर आ गया है. Luka Chupi एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जिसकी कहानी आधारित है लिव इन रिलेशनशिप पर आधारित है. ये शायद पहली ऐसी फिल्म होगी जहां सिर्फ लड़का-लड़की नहीं बल्कि इस रिश्ते में परिवार वाले भी शामिल हो गए हैं. ये फिल्म Maddock Films द्वारा प्रोड्यूस की गई है. यही प्रोडक्शन हाउस इससे पहले STREE और Hindi Medium जैसी फिल्में बना चुका है.
फिल्म का ट्रेलर शुरू होता है एक प्रपोजल से जहां हीरो हिरोइन को अंगूठी दे रहा होता है, लेकिन हिरोइन को लगता है कि शादी नहीं बल्कि लिव इन में रहना ज्यादा बेहतर है. फिर शुरू होता है ड्रामा जहां लड़के के घर वालों को इसकी भनक लग जाती है और सभी को लगता है कि हीरो और हिरोइन ने भाग कर शादी कर ली है. कहानी में अपारशक्ति खुराना, विनय पाठक, अल्का अमीन जैसे मंझे हुए किरदार भी हैं जो हंसाने और गुदगुदाने में नंबर वन हैं.
लुका छुपी फिल्म में कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की कॉमेडी टाइमिंग देखने लायक है
कार्तिक आर्यन की कॉमिक टाइमिंग कितनी अच्छी है ये तो उनकी इसके पहले की हिट फिल्मों से पता लगाया जा सकता है और दूसरी ओर कृति सेनन की फिल्म बरेली की बर्फी में वो अपनी कॉमिक टाइमिंग का परिचय दे चुकी हैं.
एक तरफ ट्रेलर हमें गुदगुदाता है, लेकिन इसे देखकर मन में एक ख्याल आता है कि बॉलीवुड और देश में किस तरह से लिव इन रिलेशनशिप के मायने बदल रहे हैं.
कोर्ट से लेकर थिएटर तक लिव इन का स्वरूप-
हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लिव इन रिलेशनशिप पर कई सारे फैसले अलग-अलग अदालतें सुना चुकी हैं. चाहें लिव इन रिलेशनशिप और रेप का मामला हो या फिर उससे पैदा हुई संतान की बात हो. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी ये फैसला सुनाया है कि एक मुस्लिम पुरुष और हिंदू स्त्री का विवाद भले ही लीगल न हो, लेकिन उससे पैदा हुई संतान को सभी हक दिए जाएंगे. ये सब कुछ पिछले कुछ समय से आम हो गया है. हिंदुस्तानी समाज में भी लिव इन रिलेशनशिप को स्वीकृति न सही, लेकिन पहचान तो मिल गई है.
जिस तरह समाज बदल रहा है उसी तरह हमारी फिल्में भी बदलने लगी हैं. अगर कहा जाए कि फिल्मों में लिव इन का ट्रेंड नया है तो ऐसा नहीं है. 1982 में महेश भट्ट की फिल्म अर्थ में कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल और शबाना आजमी भी प्यार, शादी, तलाक और लिव इन रिलेशनशिप के मायाजाल में फंसे थे, लेकिन उस वक्त स्मिता पाटिल (फिल्म में कुलभूषण की गर्लफ्रेंड और लिव इन पार्टनर) को थोड़ा निगेटिव दिखाया गया था. साथ ही, उस समय की फिल्म में पत्नी के त्याग को दिखाया जाता था.
इसके पहले भी बॉलीवुड में कई फिल्में लिव इन रिलेशनशिप की कहानी के साथ आ चुकी हैं.
उसके बाद से लेकर अब तक सलाम नमस्ते, बचना ऐ हसीनों, वेक अप सिड, कॉकटेल, शुद्ध देसी रोमांस, फैशन, आशिकी 2, ओके जानू जैसी फिल्में धीरे-धीरे प्यार और लिव इन रिलेशनशिप के मायने बदलती चली गईं. पहले की फिल्मों में शादी बहुत अहम होती थी और फिल्मों में अपनी पसंद की लड़की/लड़के से शादी करना ही बहुत बड़ी बात मानी जाती थी. अब जब माहौल और समाज बदल गया है तब प्यार तो अहम है, लेकिन बदलते समाज की कहानी भी दिखाई जाती है.
ओके-जानू इस कड़ी में सबसे एडवांस फिल्म मानी जा सकती है जहां माता-पिता को बताकर उनकी इजाजत के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे बच्चे अपनी मर्जी से अलग होते हैं और करियर और प्यार के बीच चल रहे द्वंद को सुलझाते हैं.
यहां समझने वाली बात ये है कि इस लिव इन रिलेशनशिप वाली कहानी में अब विलेन कोई और नहीं होता बल्कि अब तो कहानियों में रोजमर्रा का जीवन दिखाया जाने लगा है. लिव इन में रहने वाले जोड़े को आए दिन किस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है, कैसे वो जीते हैं, कैसे रहते हैं. साथ ही, अब लिव इन रिलेशनशिप को सीरियस नहीं माना जाता. अब तो लिव इन वाली फिल्में अक्सर कॉमेडी होती हैं.
कुल मिलाकर कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की फिल्म लुका-छुपी नए जमाने की फिल्म है और लिव इन रिलेशनशिप के मायनों को और विस्तार देने वाली है. ये वो फिल्म होगी जिसमें लिव इन रिलेशनशिप, सेक्स, प्रोटेक्शन, शादी, परिवार जैसे विषयों पर कॉमिक टेक लिया जाएगा. ये फिल्म 1 मार्च को रिलीज होगी. उम्मीद है कि पिछली फिल्मों की तरह ये फिल्म भी हमें गुदगुदाने में सफल होगी.
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