'मैडम चीफ मिनिस्टर' पर मचे तांडव पर 'लिबरलों' की सुविधाजनक चुप्पी!
14 जनवरी को अमेजान प्राइम पर रिलीज हुई वेब सीरीज 'तांडव' के खिलाफ हो रहे भारी हंगामे के बीच फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के विरोध की हवा अब परवान चढ़ने लगी है. तांडव के मेकर्स के खिलाफ तो एफआईआर तक दर्ज करके जांच तक शुरू कर दी गई है.
-
Total Shares
WANTED...जिंदा या मुर्दा...ईनाम चार करोड़...ये किसी पेशेवर अपराधी या फिर आतंकवादी के लिए मुनादी नहीं करवाई जा रही, बल्कि 22 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर और लीड ऐक्ट्रेस ऋचा चड्ढा के लिए है. इन दोनों का कसूर ये है कि इन्होंने इस फिल्म के लिए काम किया है. इस फिल्म के जरिए अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों के अपमान की बात कही जा रही है. जी हां, ईनाम घोषित करने वाले भीमसेना के प्रमुख नवाब सतपाल तंवर का आरोप है कि फिल्म में जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करके अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों को सार्वजनिक तौर पर अपमानित करने का प्रयास किया गया है.
आरोप है कि फिल्म में ऐक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने अश्लीलता परोसी है.
सोशल मीडिया पर इनदिनों एक पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ शब्दों में लिखा गया है कि फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' में बहुजन महापुरुषों का घोर अपमान किया गया है. फिल्म के जरिए ऐक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने अश्लीलता और अभद्रता की है. ऐसे में ऐक्ट्रेस की जुबान काटकर और डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर का अपहरण करके लाने वाले को 2 करोड़ का ईनाम दिया जाएगा. फिल्म का विरोध कर रहे संगठन इसे बैन करने की मांग के साथ ही रिलीज करने पर सरेआम थियेटर जलाने की भी धमकी दे रहे हैं. हालांकि, फिल्म के निर्माता इसे नियत समय पर सिनेमाघरों में रिलीज करने पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि फिल्म पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं.
14 जनवरी को अमेजान प्राइम पर रिलीज हुई वेब सीरीज 'तांडव' के खिलाफ हो रहे भारी हंगामे के बीच फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के विरोध की हवा अब परवान चढ़ने लगी है. तांडव के मेकर्स के खिलाफ तो यूपी सरकार ने एफआईआर तक दर्ज कर ली है. इसकी जांच और पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम मुंबई भी पहुंच गई है. ऐसे में 'मैडम चीफ मिनिस्टर' फिल्म के विरोधी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. राजनीति से प्रेरित इस फिल्म के खिलाफ सियासत न हो, ऐसे भला कैसे हो सकता है.
बसपा सुप्रीमो मायावती के जीवन से प्रेरित?
आरोप लगाया जा रहा है कि फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' बसपा सुप्रीमो मायावती के जीवन से प्रेरित है. ऐसे में दलितों की इस कथित मसीहा के जीवन संघर्ष और गौरवशाली दिखाने के बजाय तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. इस फ़िल्म में फूहड़ता और अश्लीलता, बेशरमी और दलितों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का अपमान कूटकूट कर भरा है. इसे लेकर बसपा के साथ ही कई दलित संगठन बवाल काटे हुए हैं. इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश की एक और प्रमुख राजनीतिक दल समाजवादी पार्टी भी इस फिल्म की खिलाफत कर रही है. उसका आरोप है कि इसमें एक किरदार का सरनेम यादव है, जिसके जरिए उनकी जाति का अपमान का किया जा रहा है.
फिल्म में है गेस्टहाउस कांड की झलक!
इस फिल्म में गेस्टहाउस कांड की भी झलक है. अधिकतर लोग जानते हैं कि इस कांड में क्या हुआ था. उस वक्त लखनऊ के एक गेस्ट हाउस बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी के नेताओं के साथ मीटिंग कर रही थी. तभी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वहां धावा बोल दिया. बसपा के लोगों पर जानलेवा हमला किया गया. उनकी जमकर पिटाई की गई. इस कांड के बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और मायावती की अदावत पूरे देश के सामने खुलकर आई थी. इस कांड को अब दोनों ही दल याद नहीं करना चाहते. ऐसे में फिल्म के जरिए इस कांड को दिखाने पर दोनों ही पार्टी के लोग नाराज है. एक तरफ बसपा समर्थक इसे अपना अपमान बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ सपा समर्थक बदनाम करने की साजिश.
मैं कुंवारी हूं, तेज कटारी हूं, लेकिन...
फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर ने ऐक्ट्रेस ऋचा चड्ढा के किरदार को जिस तरह से पेश किया है, उसमें मायावती की झलक साफ दिखती है. ऋचा चड्ढा के इस किरदार के नयन-नक्श, हेयर स्टाइल, पहनावा और यहां तक की डायलॉग डिलीवरी भी उनकी बरबस याद दिलाते हैं. फिल्म में एक डायलॉग है- मैं कुंवारी हूं, तेज कटारी हूं, लेकिन सिर्फ तुम्हारी हूं...जनता के बीच खड़े होकर वह ऐलान करती हैं कि मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. यह दृश्य उस समय की याद दिलाता है, जब सपा के साए से बाहर निकलर बसपा अपने पैरों पर खड़ी हो रही थी. उस वक्त मुलायम को दरकिनार करके मायावती ने बीजेपी से हाथ मिलाया और अपनी सरकार बना ली; और बन गईं 'मैडम चीफ मिनिस्टर'.
खल रही है लिबरलों की सुविधाजनक चुप्पी
बात-बात पर बवाल काटने को आतुर कथित लिबरल गैंग की फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' पर सुविधाजनक चुप्पी कई लोगों को खल रही है. एक तरफ 'तांडव' वेब सीरीज के लिए एक पक्ष जमकर तांडव कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ केवल दलित संगठन ही फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद किए हुए हैं. फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' के डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर, ऐक्ट्रेस ऋचा चड्ढा, डिंपल खरबंदा, ऐक्टर मानव कौल, संदीप शुक्ला, भूषण कुमार, नरेन कुमार, वीरा कपूर के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की मांग की जा रही है. 'तांडव' के निर्माता-निर्देशक ने तो माफी मांग कर जरूरी बदलाव की बात कह दी है, अब देखना है कि सुभाष कपूर क्या करते हैं.
आपकी राय