पंकज झा Exclusive: 'महारानी 2' वेब सीरीज में बहुत कुछ नया दिखने वाला है!
Maharani Web Series में वित्त मंत्री दिवाकर झा की भूमिका निभाने वाले अभिनेता पंकज झा ने iChowk.in से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि सीरीज के नए सीजन में कई नई कहानियां शामिल की गई हैं. बिहार की राजनीति से जुडी़ दिलचस्प सच्ची घटनाओं पर आधारित इस सीरीज में कई नए किरदार भी दिखने वाले हैं.
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ओटीटी पर ऐसी कई वेब सीरीज हैं, जिनमें अपराध और राजनीति के गठजोड़ को बखूबी पेश किया गया है, लेकिन देखा जाए तो विशुद्ध सियासी सीरीज की संख्या अभी बहुत कम है. सोनी लिव पर स्ट्रीम होने वाली वेब सीरीज 'महारानी' ने इस जगह को भरने की पूरी कोशिश की है. बिहार की राजनीति पर आधारित इस सीरीज का पहला सीजन लोगों को खूब पसंद आया. यही वजह है कि दूसरे सीजन का बेसब्री से इंतजार हो रहा था. वेब सीरीज 'महारानी' का दूसरा सीजन 25 अगस्त से स्ट्रीम होने जा रहा है. इसमें वित्त मंत्री दिवाकर झा की भूमिका निभाने वाले अभिनेता पंकज झा ने सिनेमा, सीरीज और अपने करियर के बारे में iChowk.in से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. पेश है इस बातचीत के प्रमुख अंश...
सवाल- वेब सीरीज 'महारानी' के पहले सीजन के बाद आपको कैसी प्रतिक्रिया मिली थी?
पंकज झा- 'महारानी' की रिलीज के बाद मुझे लोगों की तरफ से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी. मैंने सोचा भी नहीं था कि लोगों को ये सीरीज और उसमें मेरा किरदार इतना ज्यादा पसंद आएगा. लोग आज भी मैसेज करके कहते हैं कि मैंने इसमें कमाल का काम किया है. मुझे बहुत खुशी है कि सीरीज में मेरा किरदार जिस तरह से उभर कर सामने आया है, उसने मेरे करियर को एक नई दिशा दी है. अब सीरीज का दूसरा सीजन स्ट्रीम होने जा रहा है. दर्शकों के साथ हम भी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
सवाल- नए सीजन में आपकी भूमिका का कितना विस्तार हुआ है?
पंकज झा- देखिए, नए सीजन में पहले के मुकाबले मेरे किरदार का बहुत ज्यादा विस्तार नहीं हुआ है. दरअसल, नए सीजन में कई नई कहानियां शामिल की गई हैं. इसकी वजह से ढेर सारे नए किरदार देखने को मिलने वाले हैं. इसकी वजह से पुराने किरदारों को बहुत ज्यादा स्क्रीन स्पेस नहीं मिल पाया है. लेकिन दूसरे सीजन की कहानी जिस तरह से बुनी गई है. उसके आधार पर यह मैं जरूर कह सकता हूं कि तीसरे सीजन में पुराने किरदारों को ज्यादा विस्तार मिलने वाला है. इसलिए इस सीजन में मैं बहुत ज्यादा नहीं दिखने वाला हूं.
सवाल- नए सीजन में दर्शकों को नया क्या देखने को मिलेगा?
पंकज झा- इस सीजन में दर्शकों को बहुत कुछ नया देखने को मिलने वाला है. इसमें बहुत सारी नई घटनाएं शामिल की गई हैं, जो कि पहले सीजन से बहुत अलग हैं. नई कहानी उन सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं, जो कि उस वक्त बिहार की राजनीति में हुई थीं. मैं बहुत खुलकर इसके बारे में नहीं बता सकता हूं, लेकिन इतना कह सकता हूं कि ये घटनाएं बहुत रोचक हैं. इनके बारे में अधिकतर लोग पहले से ही जानते हैं. इनको बहुत ही मजेदार तरीके से पेश किया गया है. इतना विश्वास दिला सकता हूं कि दर्शकों को बहुत आनंद आने वाला है.
सवाल- ऑफ स्क्रीन शूटिंग के वक्त इंडस्ट्री में पहले से स्थापित कलाकारों जैसे कि हुमा कुरैशी और अमित सियाल आदि का व्यवहार कैसा रहता था?
पंकज झा- वेब सीरीज 'महारानी' में अभिनेत्री हुमा कुरैशी के साथ मेरा एक बहुत मशहूर सीन है. इसमें हुमा जी की किरदार मेरी एक बात से आहत नजर आती हैं, जिसमें मैं उनको 'टेक्निकल सीएम' कह देता हूं. इसके बाद मुख्यमंत्री दफ्तर में बुलाकर वो मुझसे वित्त मंत्रालय छीनकर स्वास्थ्य मंत्रालय दे देती है. इस सीन की शूटिंग से पहले हमारे बीच में बहुत ज्यादा बातचीत नहीं होती थी. लेकिन शूटिंग के दौरान हमारे रिश्ते बहुत सहज हो गए थे. एक बड़ा कलाकार होने के बावजूद उनके अंदर कभी भेदभाव देखने को नहीं मिला. उनका व्यवहार मुझे बहुत अच्छा लगा. अमित सियाल तो मेरे मित्र जैसे ही हैं. उनका हमेशा ही सहयोग मिलता रहा है. वो बहुत अच्छे इंसान है. हालांकि, उनके साथ मेरा कोई सीन नहीं था. लेकिन उनसे हमारा संबंध दोस्ताना है. उनकी पत्नी आंचल सियाल भी मेरी बहुत अच्छी दोस्त हैं. हमने साथ में कई नाटक किए हैं.
इस वीडियो में 'टेक्निकल सीएम' वाला सीन देख सकते हैं...
सवाल- इस वेब सीरीज में काम करने के बाद आपके करियर को क्या फायदा हुआ?
पंकज झा- देखिए, इस सीरीज को करने के बाद मेरे करियर को एक नई दिशा मिली है. सही मायने में एक एक्टर के रूप में इस सीरीज के बाद ही मुझे असली पहचान मिली है. इससे पहले थिएटर और एड फिल्मों में मैं लंबे समय से काम कर रहा हूं. लेकिन 'महारानी' ने मुझे नई पहचान दी है. वैसे भी इंडस्ट्री हो या सोसाइटी, जबतक आप कोई हिट नहीं देते तब तक आपको एक्टर नहीं माना जाता है. अब जाकर लोगों ने मुझे अच्छा एक्टर कहना शुरू किया है. इस सीरीज के बाद से मेरे पास कई नए प्रोजेक्ट्स आए हैं. इनमें अमेजन प्राइम वीडियो की सीरीज 'जुबली' और मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंडिया लॉकडाउन' शामिल है. मैं आशा करता हूं कि 'महारानी 2' के बाद इससे भी ज्यादा बेहतर रिस्पांस देखने को मिलेगा.
सवाल- फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म भाई भतीजावाद को कितना सही पाते हैं? आपको कितना संघर्ष करना पड़ा है?
पंकज झा- फिल्म इंडस्ट्री में जहां तक नेपोटिज्म भाई भतीजावाद की बात है, तो मैं यही कहूंगा कि ये किस फिल्ड में नहीं है? हर फिल्ड में नेपोटिज्म देखने को मिलता है. पता नहीं क्यों हमारी इंडस्ट्री ही इसके लिए ज्यादा बदनाम है. मान लीजिए कि मेरे ही पिता या दादा इस फिल्ड में पहले से होते और मुझे एक्टर बनना होता, तो निश्चित तौर पर वो मेरा समर्थन और सहयोग करते. जहां तक इंडस्ट्री में संघर्ष करने की बात है, तो वो हर किसी को करना पड़ता है. ये एक यात्रा है, जो हर कलाकार को खुद तय करनी पड़ती है. जो उसे गढ़ने का काम करती है. उसे अनुभवी बनाती है. इसकी वजह से हम इंडस्ट्री को समझ पाते हैं. ये जान पाते हैं कि काम कैसे मिलता है? कैसा काम करना चाहिए? कैसे रोल करने चाहिए?
बताते चलें कि अभिनेता पंकज झा बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी के रहने वाले हैं. मशहूर अभिनेता मनोज बाजपेयी और पंकज त्रिपाठी इस जिले के आसपास के जिलों के रहने वाले हैं. मनोज पश्चिमी चंपारण के बेतिया के रहने वाले हैं, जबकि पंकज गोपालगंज जिले से आते हैं. मनोज और पंकज ने जिस तरह से अपने करियर में संघर्ष किया है, कुछ वैसा ही संघर्ष पंकज को भी करना पड़ रहा है, लेकिन उस मिट्टी की बात ही अलग है. अपनी काबिलियत और मेहनत के दम पर लगातार आगे बढ़ रहे पंकज को सुभाष कपूर जैसे निर्देशक के बाद विक्रमादित्य मोटवानी और मधुर भंडारकर जैसे फिल्म मेकर के साथ काम करने का मौका मिल रहा है. पंकज झा को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
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