विकी कौशल-रश्मिका मंदाना के अंडरवियर एड की चर्चा के साथ विवादित विज्ञापनों का इतिहास भी जानिए
फिल्म 'उरी' फेम एक्टर विकी कौशल और नवोदित एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक विज्ञापन इनदिनों चर्चा के केंद्र में है. सोशल मीडिया पर इसे सेक्सिएस्ट ऐड बताकर लोग जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं. वैसे ऐसा पहली बार नहीं है, जब किसी विज्ञापन में महिलाओं को वस्तु की तरह पेश किया गया हो.
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उपभोक्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए विज्ञापन जगत हर पैंतरे आजमाता है. इसके लिए कई बार बड़े सेलिब्रिटिज को प्रोडक्ट का ब्रांड एम्बेंसडर बनाया जाता है, तो कई बार क्रिएटिविटी के जरिए कौतूहल पैदा करने की कोशिश की जाती है. लेकिन ज्यादा क्रिएटिव होने चक्कर में कई बड़ी गलतियां भी हो जाती हैं. इन गलतियों की वजह से विवाद होते हैं. विवाद इतना तूल पकड़ लेता है कि बवाल को टालने के लिए कई बार विज्ञापन को वापस भी लेना पड़ता है. इस वक्त ऐसा कुछ एक अंडरवियर के विज्ञापन को लेकर देखने को मिल रहा है. इस विज्ञापन में फिल्म 'उरी' फेम एक्टर विकी कौशल और नवोदित एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना हैं. दोनों का अंडरवियर विज्ञापन लोगों को बिल्कुल भी रास नहीं आ रहा है. लोग इसे सेक्सिएस्ट ऐड बताकर इसकी आलोचना कर रहे हैं.
इस विज्ञापन में एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना एक योग इंस्ट्रक्टर की भूमिका में नजर आ रही हैं. योग कराते हुए अचानक उनकी नजर विकी कौशल के अंडरवियर के स्ट्रैप पड़ जाती है, जिसे देखकर वो आकर्षित हो जाती हैं. यहां तक कि अपनी काउंटिंग तक भूल जाती है. इसके बाद विज्ञापन के दूसरे हिस्से में रश्मिका विकी कौशल से शेल्फ पर रखे कुछ सामान को उठाने के लिए कहती हैं, जिससे उनकी टी-शर्ट ऊपर हो और वो उनके अंडरवियर के स्ट्रैप को देख सके. इस तरह इस विज्ञापन के जरिए ये दिखाने की कोशिश की गई है कि एक महिला किसी शिकारी की तरह पुरुष से सेक्स की चाहत लिए घूमती है. वैसे ये पहली बार नहीं है जब किसी विज्ञापन में महिलाओं को किसी वस्तु की तरह पेश किया गया हो. ऐसे तमाम विज्ञापन भरे पड़े हैं, जिसमें महिलाओं को ऐसे दिखाया गया है.
विकी कौशल और रश्मिका मंदाना के इस विवादित विज्ञापन की लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं.
इतिहास से अपरिचित लोगों को यह प्रतीत हो सकता है कि भारतीय पिछले कुछ वर्षों में अत्यधिक संवेदनशील हो गए हैं. खासकर सोशल मीडिया के आने के बाद लोग खुलकर अपनी राय जाहिर करने लगे हैं. विवाद अधिक होता है, तो यही लोग सोशल मीडिया से सड़क पर भी उतरकर विरोध प्रदर्शन करते हैं. फिल्म पद्मावत की रिलीज से पहले हुए विवाद को ही याद कर लीजिए. भारतीय इतिहास में शायद ही इससे पहले कभी लोगों ने किसी सार्वजनिक हस्ती का सिर काटने या संजय लीला भंसाली जैसे मशहूर निर्देशक पर हमला करने की धमकी दी थी. यही जब हम टेलीविज़न की तरफ देखते हैं, तो कई ऐसे ब्रांड एंडोर्समेंट और विज्ञापन रहे, जिन्हें किसी न किसी कारण से ऑफ एयर कर दिया गया. इन विज्ञापनों को सोशल मीडिया पर इस कदर ट्रोल किया गया कि उनके ब्रांड के शेयर की कीमत तक गिर गई.
तनिष्क के विज्ञापन को लव जिहाद बताया
पिछले साल दिवाली पर रिलीज किया गया तनिष्क का एक विज्ञापन आपको याद होगा. इस विज्ञापन का प्लॉट इंटरकास्ट मैरिज पर आधारित था. तनिष्क के इस प्रमोशनल ऐड में एक हिंदू लड़की को मुस्लिम फैमिली की बहू के रूप में दिखाया गया. हिंदू लड़की की मुस्लिम के घर में शादी हुई है. उसकी गोदभराई यानी बेबी शावर के फंक्शन को दिखाया गया. इसमें हिंदू कल्चर को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम फैमिली सभी तरह के रस्मों-रिवाज हिंदू धर्म के हिसाब से करती है. विज्ञापन में गर्भवती महिला अपनी सास से पूछती है, मां ये रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं है, इस पर उसकी सास जवाब देती है कि बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न. इसके बाद तनिष्क पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर जमकर ट्रोल किया गया. बाद में कंपनी ने माफी मांगते हुए विज्ञापन को वापस ले लिया.
रणवीर सिंह के विज्ञापन की हुई आलोचना
इसी तरह साल 2016 में डेनमार्क की क्लोथिंग कंपनी जैक एंड जोन्स के लिए एक्टर रणवीर सिंह के साथ एक विज्ञापन शूट किया. DontHoldBack नाम के इस विज्ञापन में रणवीर सिंह एक लड़की को अपने कंधे पर उठाए दिखे. उस विज्ञापन में यह भी लिखा हुआ था, 'Don't Hold Back. Take Your Work Home.' इसको देखने के बाद तमिल एक्टर सिद्धार्थ ने इसको औरतों के लिए बेहद अपमानजनक बताया था. उन्होंने ट्विटर पर इसकी तस्वीर के साथ लिखा था, 'वर्क प्लेस में महिलाओं के अधिकारों के प्रति मानसिकता का एक गिरा हुआ उदाहरण. वे क्या सोच रहे थे? #Fail'. सोशल मीडिया पर लोगों ने इस विज्ञापन की वजह से रणवीर सिंह को जमकर ट्रोल किया था. इसके बाद जैक एंड जोन्स ने लिखा कि उनकी मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी. बाद में इसको सार्वजनिक जगहों से हटा लिया गया था.
कैब सर्विस ओला का 'सेक्सिएस्ट' विज्ञापन
साल 2016 में ही भारत की सबसे बड़ी कैब सर्विस ओला का एक विज्ञापन भी विवाद का शिकार बना था. सोशल मीडिया पर ओला के विज्ञापन को 'सेक्सिएस्ट' और महिलाओं को अपमानित करने वाला बताया गया था. इसमें एक कपल को दिखाया गया था. इसमें लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाजार में जाता है. लड़की किसी न किसी दुकान पर खड़ी होकर बड़े प्यार से 'बेबी' बोलती है. लड़का अपना बटुआ निकाल लड़की के लिए वह चीज खरीद देता है. विज्ञापन के अंत में लड़का कहता है कि मेरी गर्लफ्रेंड के एक किमी चलने की कीमत 525 रुपए है, जबकि ओला माइको एक किमी के बस 6 रुपए लेती है. इस ऐड का टाइटल 'टू एक्सपेंसिव टू टेक गर्लफ्रेंड आउट ऑन डेट' रखा गया था. सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद लोगों ने जब ओला को बायकाट करना शुरू किया तो कंपनी ने माफी मांगते हुए विज्ञापन हटा लिया.
मैनफोर्स कंडोम के विज्ञापन पर हुआ था बवाल
साल 2017 में मैनफोर्स कंडोम के एक विज्ञापन पर काफी बवाल हुआ था. सनी लियोनी के इस विज्ञापन में लिखा था, 'इस नवरात्रि खेलो, मगर प्यार से'. विवाद होने के बाद गुजरात में इस विज्ञापन के करीब 500 होर्डिंग जबरन उतरवा दिए गए थे. दरअसल, नवरात्र पर गुजरात में कंपनी ने इस विज्ञापन के कई होर्डिंग लगाए थे. पवित्र त्योहार पर इस तरह के होर्डिंग देखकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने विरोध शुरू कर दिया. 'द कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स' ने सरकार से पूरे गुजरात में इस तरह के आउटडोर विज्ञापनों पर प्रतिबंध की मांग भी कर दी थी. हालांकि, इस विवाद से कंपनी को बहुत फायदा पहुंचा था. गुजरात स्टेट फेडरेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के आंकड़ों की माने तो इस विज्ञापन की वजह से मैनफोर्स कंडोम की बिक्री में 35 फीसदी का इजाफा देखने को मिला था.
ये वही विज्ञापन है, जिसकी लोग आलोचना कर रहे हैं...
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