Nikamma Public Review: शिल्पा शेट्टी की 'निकम्मा' ने निराश कर दिया!
Nikamma Public Review in Hindi: साबिर खान के निर्देशन में बनी फिल्म 'निकम्मा' सिनेमाघरों में रिलीज कर दी गई. इस फिल्म के जरिए बॉलीवुड में कमबैक करने की कोशिश कर रही अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का करारा झटका लगा है. ये उनका लगातार दूसरी फिल्म है, जिसे लोगों नापंसद कर रहे हैं.
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बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स को पता नहीं ये बात क्यों नहीं समझ आ रही है कि अब फिक्स फॉर्मूले पर फिल्में बनाने से काम नहीं चलने वाला है. एक तरफ साउथ सिनेमा बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाए हुए हैं, दूसरी तरफ बॉलीवुड रीमेक और बायोपिक फिल्मों से मोहभंग नहीं कर पा रहा है. इसकी वजह से लगातार असफलता का स्वाद चख रहा है. फिल्में फ्लॉप ही नहीं डिजास्टर साबित हो रही हैं. इस फेहरिस्त में एक नई फिल्म शामिल हो गई है. जी हां, बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और अभिमन्यु दासानी स्टारर फिल्म 'निकम्मा' को सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है, जो कि तेलुगु फिल्म 'मिडिल क्लास अब्बाई' की हिंदी रीमेक है। सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल और साबिर खान फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में शर्ली सेतिया, अभिमन्यु सिंह और सचिन खेडेकर भी लीड रोल में हैं. फिल्म की कहानी वेणु श्रीराम, साबिर खान और सनमजीत सिंह तंवर ने लिखी है.
फिल्म 'निकम्मा' के बारे में समीक्षकों और दर्शकों की ओर से जबरदस्त नकारात्मक समीक्षा देखने को मिल रही है. फिल्म की कहानी घिसी-पिटी बताई जा रही है. पटकथा कमजोर है. 'हीरोपंती' और 'बागी' जैसी बेहतरीन फिल्मों का निर्देशक साबिर खान रीमेक फिल्म के निर्देशन में चूक गए हैं. बॉलीवुड में कमबैक की लगातार कोशिश कर रही अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और फिल्म के लीड एक्टर अभिमन्यु दासानी ओवर एक्टिंग के शिकार हो गए हैं. विक्रम गोखले, सचिन खेडेकर, समीर सोनी जैसे मझे हुए कलाकारों के होने के बावजूद अभिनय के मोर्चे पर भी फिल्म मात खा जाती है. अभिनेता अभिमन्यु सिंह को निगेटिव किरदारों के लिए जाना जाता है. लेकिन इस फिल्म में वो भी बेअसर दिख रहे हैं. दबंग माफिया नेता के किरदार में बनावटी लग रहे हैं. फिल्म में एक भी ऐसी कोई वजह नहीं है, जिसके लिए कीमती समय और पैसा खर्च करके सिनेमाघरों में जाने की जरूरत है.
बॉलीवुड फिल्म 'निकम्मा' तेलुगु फिल्म 'मिडिल क्लास अब्बाई' की हिंदी रीमेक है.
इंडियन एक्सप्रेस में शुभ्रा गुप्ता ने लिखा है. ''2.5 घंटे की फिल्म निकम्मा को देखना किसी यातना से कम नहीं है. इस दौरान फिल्म से ज्यादा बॉलीवुड के भविष्य को लेकर चिंता होती रही. एक तरफ साउथ की मेकर्स नए कॉन्सेप्ट और फ्रेश कंटेंट पर आधारित फिल्में ला रहे हैं, दूसरी तरफ बॉलीवुड अभी नकल में लगा हुआ है. रीमेक के सहारे अपनी दुकान चमकाने की कोशिश कर रहा है. यदि पहले पता होता कि नए हीरो और नई फिल्म के नाम पर यदि ऐसा परोसा जाएगा, तो इससे अच्छा घर पर रहना था. इस फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसे हमने पहली बार देख हो. सबकुछ वैसा ही जैसा पहले बॉलीवुड की मसाला फिल्मों में देखने को मिलता रहा है. बाइक रेस, फाइट सीन, एक हीरो की गुंडों के साथ लड़ाई और नाचना-गाना. समझ नहीं आता कि ऐसी फिल्म के जरिए शिल्पा शेट्टी जैसी कलाकार ने कमबैक के लिए कैसे सोचा, जिसे देखने के बाद बॉलीवुड की चिंता होने लगती है.''
टाइम्स ऑफ इंडिया की फिल्म पत्रकार उपमा सिंह लिखती हैं, ''साबिर खान की इस फिल्म की सबसे बड़ी समस्या ये है कि इसमें सब कुछ ऊपर-ऊपर से खोखला सा लगता है, क्योंकि स्क्रीनप्ले में गहराई नहीं है. किरदारों की डिटेलिंग पर भी मेहनत नहीं की गई है, इस वजह से आप उनसे जुड़ नहीं पाते. उस पर करीब ढाई घंटे की ये फिल्म काफी खींची हुई भी लगती है. अभिमन्यु दासानी ओवरऐक्टिंग का शिकार हो गए हैं. उन्हें अपनी मां भाग्यश्री की परछाई से बाहर आना है, तो अपने क्राफ्ट पर और ज्यादा मेहनत करनी होगी. अवनि के रूप में शिल्पा शेट्टी अच्छी लगी हैं. उन्होंने अपनी भूमिका को ईमानदारी से निभाया है. शर्ली सेतिया सिर्फ क्यूट लगी हैं. विलन के रूप में अभिमन्यु सिंह जमते हैं. यदि आप दामली शहर बताकर लखनऊ का इमामबाड़ा, घंटाघर, हजरतगंज और लखनऊ यूनिवर्सिटी जैसी मशहूर इमारतें दिखाएंगे, तो कहानी पर भरोसा वैसे भी नहीं होने वाला है.''
अमर उजाला में वरिष्ठ फिल्म समीक्षक पंकज शुक्ला ने लिखा है, ''कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमती ने कुनबा जोड़ा, कैटेगरी की फिल्म निकम्मा करीब ढाई घंटे के समय की ऐसी बर्बादी है जिसका दोष सिर्फ और सिर्फ इस फिल्म से पहले इसके धुआंधार प्रचार को ही दिया जा सकता है. ये फिल्म निकम्मा की पटकथा की ही कमजोरी है कि शिल्पा शेट्टी और अभिमन्यु दासानी के अलावा बाकी कलाकार भी कोई असर नहीं छोड़ पाते हैं. शर्ली सेतिया के डेब्यू लायक ये फिल्म है नहीं और अभिमन्यु सिंह के पास बतौर अभिनेता अब कुछ नया दिखाने लायक बचा नहीं है. फिल्म के बाकी कलाकार भी बस टाइमपास सा करते ही दिखते हैं. फिल्म का संगीत इसकी एक और बड़ी कमजोरी है. रीमिक्स गाने निकम्मा किया इस दिल ने का असर भी सिनेमा हॉल से बाहर निकलने के बाद बाकी नहीं रह जाता. फिल्म समय और पैसे दोनों की बर्बादी है, इसे सिनेमाघरों में ना देखना ही बेहतर है.''
सोशल मीडिया पर भी ज्यादातर लोग फिल्म के बारे में नकारात्मक प्रतिक्रिया ही दे रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर अनमोल जामवाल ने लिखा है, ''मुझे तो ये हैरानी हो रही है कि साउथ की एक हिट और पॉपुलर फिल्म 'मिडिल क्लास अब्बाई' की हिंदी रीमेक बनाने की जरूरत ही क्या थी. पूरी फिल्म यूट्यूब तक पर मौजूद है. फिल्म में अभिमन्यु दासानी को देखना असहज करता है.'' आकाश पाटिल अभिनेता अभिमन्यु दासानी को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखते हैं, ''भाई तुमने ये फिल्म क्यों कर दी. ये पूरी तरह से टॉर्चर है. सिनेमा हाल में बैठकर 2.5 घंटे झेलने से बेहतर था कि मैं इंटरवल के बाद ही भाग निकला. तुमको एक्टिंग के लिए अभी मेहनत करने की जरूरत है. ऐसे नहीं हो पाएगा.'' सिद्धार्थ पेंढारकर भी फिल्म देखने के बाद बहुत दुखी होकर लिखते हैं, ''मैंने फिल्म निकम्मा देखी. ये साउथ मूवी की रीमेक है, जो यूट्यूब पर उपलब्ध है. सीन दर सीन कॉपी किया गया है.''
Nikamma फिल्म का ट्रेलर देखिए...
नीचे फिल्म 'निकम्मा' को लेकर आई लोगों की प्रतिक्रिया को पढ़ सकते हैं...
Finally , I have watched #Nikamma & This is my Review on it - Yaar pehle to ye ek remake hai South movie ( #MiddleClassAbbayi ) ka jiska hindi dubbed YouTube par available hai and ye movie (nikamma)- bhai isne to scene by scene copy kiya hai aur saare comic scenes bhi...
— Siddharth Pendharkar (@itsmeyrrsid) June 18, 2022
Nikamma with #ShilpaShetty fails to impress audience. Rating : 1/5 pic.twitter.com/NUEgA3CGug
— Nik Review (@review_nik) June 18, 2022
#Nikamma ONE WORD REVIEW: Disappointing? Avoid at any circumstance to save your weekend. pic.twitter.com/81BZmug5bi
— Swipebuzz (@Swipebuzz2) June 17, 2022
Ab hai aapki baari! Share kijiye apne achievements with us!#Nikamma in cinemas this Friday. #Nikammagiri #NikammaFilm pic.twitter.com/Wc8INuqTkA
— Abhimanyu Dassani (@Abhimannyu_D) June 14, 2022
#Nikamma 1st half: I wonder why they’ve remade #MiddleClassAbbayi : a #Nani commercial pot boiler that was average at best.It’s uncomfortable to see #AbhimanyuDassani ham his way through this role, only shining in the pre interval action scene. Cliches Galore till now.
— ANMOL JAMWAL (@jammypants4) June 17, 2022
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