Oscars 2023: राजामौली की 'आरआरआर' ने 'ऑस्कर' में धमाका कर दिया है!
हिंदुस्तान दुनिया में सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान माने जाने वाले ऑस्कर को पाने से महज एक कदम दूर है. 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स 2023 में राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू नाटू' को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी के लिए टॉप 5 नॉमिनेट कर लिया गया है. कई इंटरनेशनल अवॉर्ड अपनी झोली में डाल चुकी ये फिल्म भारत में ऑस्कर का सूखा खत्म करने के लिए बेकरार नजर आ रही है.
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सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान का जब भी जिक्र होता है, तो सबसे पहले ऑस्कर का नाम सामने आता है. हर फिल्म इंडस्ट्री और उसमें काम करने वाले फिल्म मेकर का सपना होता है कि उनकी फिल्म को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाए. हर सिने प्रेमी चाहता है कि ये अवॉर्ड उनके देश में आए. हिंदुस्तान के लोग भी चाहते रहे हैं, लेकिन आज तक ये सपना कभी पूरा नहीं हो सका है. लेकिन इस बार भरोसा हो रहा है कि कोई हिंदुस्तानी फिल्म ऑस्कर अवॉर्ड लेकर आने जा रही है. जी हां, हम एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' की बात कर रहे हैं, जिसके एक सॉन्ग 'नाटू नाटू' को 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स 2023 में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी के लिए नॉमिनेट किया गया है. कई इंटरनेशनल अवॉर्ड अपनी झोली में डाल चुकी ये फिल्म भारत में ऑस्कर का सूखा खत्म करने के लिए बेकरार दिख रही है.
फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू नाटू' को ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी के टॉप पांच में रखा गया है. इन्हीं पांच फिल्मों के गानों में से किसी एक को ऑस्कर अवॉर्ड मिलेगा. इस तरह ऑस्कर के किसी कैटेगरी के टॉप पांच में जगह बनाना भी किसी भी फिल्म के लिए बड़ी बात मानी जाती है. खासकर किसी भारतीय फिल्म के लिए, जिसे ऑस्कर के 90 वर्षों के इतिहास में आजतक एक भी अवॉर्ड नहीं मिला है. इससे पहले 30वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में महबूब खान की फिल्म 'मदर इंडिया', 61वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में मीरा नायर की फिल्म 'सलाम बॉम्बे' और 74वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'लगान' को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था. लेकिन किसी भी फिल्म को ये अवॉर्ड नहीं मिला है. जबकि फिल्म 'मदर इंडिया' और 'लगान' की संभावना बहुत ज्यादा जताई गई थी.
फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू नाटू' को इससे पहले गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स मिल चुका है.
फिल्म 'मदर इंडिया' तो महज एक वोट से ऑस्कर अवॉर्ड पाने से चूक गई थी. लेकिन एक बार फिर फिल्म 'आरआरआर' ने हिंदुस्तान के लोगों की उम्मीदें को जगाया है. इस बार ऐसा लग रहा है कि हमारा सपना साकार हो जाएगा. फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू नाटू' के साथ जिन चार अन्य फिल्मों के गानों को नॉमिनेट किया गया है, उनमें हॉलीवुड फिल्म 'टेल इट लाइक अ वुमन' का सॉन्ग 'अप्पलायसे' (लेडी गागा ने गाया है, लिरिक्स-म्युजिक डॉयने वॉरेन का है), फिल्म 'टॉप गन मेवरिक' का सॉन्ग 'होल्ड मॉय हैंड' (लिरिक्स-म्युजिक और गाना लेडी गागा का है), फिल्म 'ब्लैक पैंथर वकांडा फॉरएवर' का सॉन्ग 'लिफ्ट मी अप' (लिरिक्स-म्युजिक रिहाना और रेयान का है) और फिल्म 'एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वन्स' का सॉन्ग 'दिस इज ए लाइफ' (लिरिक्स-म्युजिक रेयान और डेविड) का नाम शामिल है.
इस बड़ी उपलब्धि को हासिल करने से पहले से ही फिल्म 'आरआरआर' का इंटरनेशनल लेवल पर धमाल जारी है. इससे पहले 'नाटू-नाटू' सॉन्ग को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिल चुका है. पिछले साल दिसंबर में जब गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स के लिए 'आरआरआर' का नॉमिनेशन हुआ, तभी हर हिंदुस्तानी का सिना गर्व से फूल गया था. इस फिल्म की दो कैटेगरी 'बेस्ट नॉन इंग्लिश फिल्म' और 'बेस्ट ऑरिजन सॉन्ग' में नॉमिनेशन मिला था. पहली कैटेगरी में तो अवॉर्ड नहीं मिला, लेकिन दूसरी के लिए जैसे ही 'आरआरआर' के नाम का ऐलान हुआ, वहां मौजूद फिल्म की पूरी टीम चीख पड़ी थी. फिल्म के संगीत निर्देशक एमएम कीरावाणी अवॉर्ड लेने के लिए मंच पर गए थे. उन्होंने इस गाने के लिए निर्देशक राजामौली, गीतकार चंद्रबोस, गायक द्वव राहुल सिप्लिगुंज और काल भैरव, कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित, प्रोग्रामर जीवन बाबू और सिद्धार्थ का शुक्रिया अदा किया था. इन सबसे पहले अपनी उपलब्धि का श्रेय पत्नी को दिया था, जो फिल्म की टीम के साथ वहां मौजूद थीं.
'आरआरआर' का 'नाटू नाटू' सॉन्ग, जो ओरिजनली तेलुगू में है...
गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स जैसा प्रतिष्ठित सम्मान मिलने के बाद से ही हर भारतीय की निगाह अब ऑस्कर अवॉर्ड की तरफ है. कुछ दिन पहले ही 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स के फाइनल राउंड में शॉर्टलिस्ट करने के लिए 301 फीचर फिल्मों की लिस्ट जारी की गई थी, जिनमें भारत की 10 फिल्मों ने अपनी जगह बनाई थी. इनमें एसएस राजामौली की 'आरआरआर' के साथ संजय लीला भंसाली की 'गंगूबाई काठियावाड़ी', विवेक अग्निहोत्री की 'द कश्मीर फाइल्स', ऋषभ शेट्टी की 'कांतारा', पान नलिन की 'छेलो शो' (लास्ट फिल्म शो), आर माधवन की 'रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट', सुदीप किच्चा की 'विक्रांत रोणा', तमिल फिल्म 'इराविन निझल', मराठी फिल्म 'मी वसंतराव' और 'तुझया साथी काही ही' का नाम शामिल था. इन दस फिल्मों को बेस्ट पिक्चर और बेस्ट एक्टर कैटेगरी की कंटेंशन लिस्ट में शामिल किया गया था. गुजराती फिल्म 'छेलो शो' (लास्ट फिल्म शो) को तो भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए ऑफिशियल नॉमिनेट किया गया था. हालांकि, सोशल मीडिया पर 'आरआरआर' के लिए लोग कैंपेन कर रहे थे.
फिल्म 'आरआरआर' की झोली में गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड के अलावा कई अन्य प्रतिष्ठित इंटरनेशनल अवॉर्ड भी हैं. इनमें अटलांटा फिल्म क्रिटिक्स सर्कल और न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल की तरफ से दिए जाने वाले अवॉर्ड शामिल हैं. फिल्म 'आरआरआर' को अटलांटा फिल्म क्रिटिक्स सर्कल की तरफ से बेस्ट इंटरनेशनल सिनेमा का अवॉर्ड मिल चुका है. फिल्म के निर्देशक एसएस राजामौली को न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल में बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिल चुका है. ये दोनों सम्मान भारतीय सिनेमा के लिए किसी सपने की तरह हैं, जो इससे पहले तक किसी फिल्म को नहीं मिले थे. अमेरिका के जिस न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल में राजामौली को सम्मानित किया गया था, वहां उनका मुकाबला हॉलीवुड के कई बड़े निर्देशकों से था. इनमें हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर स्टीवन स्पीलबर्ग, डैरेन एरोनोफ्सकी, सारा पोली और जीना प्रिंस-बाइटवुड का नाम शामिल है. स्टीवन स्पीलबर्ग को जुरासिक पार्क जैसी बेहतरीन फिल्म के निर्माण के लिए जाना जाता है. इस साल उनकी फिल्म 'द फैबेलमैन्स' रिलीज हुई है.
'आरआरआर' के साथ भारत की दो और फिल्में 'ऑस्कर' में हैं, लेकिन चर्चा नहीं हो रही!
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