क्यों मौत जिंदगी से आसान लगती है सितारों को..
प्रत्यूषा का नाम भी अब उन तमाम अभिनेत्रियों में शुमार हो गया जिन्होंने अपने हुनर से फलक पर अपना नाम लिखा और अपनी ज़िंदगी की शाम भी खुद ही तय की. इससे पहले भी जानी मानी अभिनेत्रियां डिप्रेशन की शिकार हुईं, कुछ ने खुद को संभाला तो कुछ ने खुदकुशी कर ली.
-
Total Shares
ये माया नगरी है, यहां की चकाचौंध भले ही आंखों को सुकून देती हो, लेकिन यहां के हर एक बाशिंदे की कई कहानियां है. और फिल्मों की तरह हर कहानी का अंत सुखद नहीं होता, ये तो तय है.
छोटे शहरों से बड़े ख्वाब लेकर न जाने कितने लोग मुंबई आते हैं, लेकिन फलक पर छा जाने वाले कम ही हैं. प्रत्यूषा बैनर्जी उनमें से एक थी. प्रत्यूषा का जीवन अपने नाम से बिलकुल उलट रहा. प्रत्यूष का अर्थ होता है सुबह, लेकिन इस प्रत्यूषा की सांझ बहुत जल्दी हो गई. प्रत्यूषा बैनर्जी ने मुंबई में स्थित अपने घर में फांसी लगा ली.
जल्दी खत्म हो गया प्रत्यूषा का सफर-
जमशेदपुर से आई प्रत्यूषा बैनर्जी ने अपने एक्टिंग करियर के लिए काफी संघर्ष किए और बहुचर्चित टीवी सीरियल 'बालिका वधु' से अपने करियर की शुरुआत की. इस सीरियल में उन्होंने आनंदी की युवावस्था को जिया था. जल्दी ही प्रत्यूषा ने घर घर में अपनी पहचान बना ली. प्रत्यूषा अब सफल सितारों में गिनी जाने लगीं.
'बालिका वधू' ने पहुंचाया शोहरत की बुलंदियों तक |
बालिका वधु के बाद उन्होंने ‘झलक दिखला जा-5’ में भाग लिया. इसके बाद बिग बॉस-7 में लोगों ने आनंदी का एक नया रूप देखा. टीवी की संस्कारी बहु असल में दबंग भी थी और जिंददिल भी. इसके बाद प्रत्यूषा किसी न किसी सीरियल के जरिए पर्दे पर दिखाई देती रहीं.
ये भी पढ़ें- बालिका वधू बनी प्रत्यूशा बनर्जी ने क्यों की खुदकुशी
खुदकुशी की वजह-
इस माया नगरी के इन चमकते सितारों की चमक तो हमें दिखती है लेकिन इनके पीछे का अंधेरा नहीं. सच्चाई तो ये है कि इन कलाकारों की निजी ज़िंदगियों के उतार चढ़ाव भी स्क्रिप्ट की तरह ही होते हैं. बालिका वधु को हाई टीआरपी दिलाने वाली प्रत्यूषा टीवी की सुपर स्टार बन चुकी थी, पैसे और शोहरत के साथ साथ प्यार भी मिला.
प्रत्यूषा अपने बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह के साथ. राहुल भी टीवी इंडस्ट्री में एक्टर और प्रोड्यूसर हैं. |
प्रत्युषा ने मकरंद मल्होत्रा से प्यार किया, लेकिन ये रिश्ता असफल रहा. राहुल राज सिंह उनकी जिंदगी में फिर से प्यार लेकर आए. ये दोनों रिएलिटी शो 'पावर कपल' में एक साथ दिखाई भी दिए थे. लेकिन इस शो के बाद इनके रिश्तों में खटास आ गई. बताया जा रहा है कि राहुल के साथ उनका रिश्ता ठीक नहीं चल रहा था जिसकी वजह से कुछ समय से वो डिप्रेशन में थीं.
ये भी पढ़ें- आत्महत्या: अस्थाई समस्या का क्या ये है स्थाई उपाय!
ये तनाव की एक वजह हो सकती है लेकिन एक और वजह जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता वो है करियर की रफ्तार. बालिका वधु से मिली शोहरत से प्रत्यूषा की उम्मीदें बहुत बढ़ गई थीं, लेकिन वो सिर्फ वन सीरियल वंडर बनकर रह गईं. उसके बाद उन्हें अपने करियर में वो मुकाम हासिल नहीं हो सका जो उन्हें शुरुआत में मिला था. अपनी मेहनत से सफलता की सीढ़ियां चढ़े इन कलाकारों को उन्हीं सीढ़ियों से वापस उतरना गवारा नहीं होता. पहले तो काम न मिलना, फिर वो मुकाम न मिलना, नतीजा तनाव और हताशा अपने जीवन में घोल लेना. इसका सीधा असर रिश्तों पर भी पड़ता है, नतीजा टकराव, अलगाव और एक दिन मौत इन सब परेशानियों का सबब नजर आती है.
बताया जा रहा है कि बॉयफ्रेंड राहुल पिछले कुछ समय से किसी और को डेट कर रहे थे, जिसकी वजह से प्रत्यूषा तनाव में थीं |
प्रत्यूषा का नाम भी अब उन तमाम अभिनेत्रियों में शुमार हो गया जिन्होंने अपने हुनर से फलक पर अपना नाम लिखा और अपनी ज़िंदगी की शाम भी खुद ही तय की. इससे पहले भी मायानगरी की जानी मानी अभिनेत्रियां डिप्रेशन की शिकार हुईं, कुछ ने खुद को संभाला तो कुछ ने खुदकुशी कर ली.
इन्होंने भी मौत को गले लगाया-
जिया खान-
सूरज पंचोली पर जिया खान को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा |
फिल्म निशब्द में महानायक अमिताभ बच्चन के साथ पर्दे पर दिखाई दीं थीं जिया खान, अपने दमदार अभिनय से बहुत सराहना भी मिली, लेकिन बाद में करियर में ब्रेक सा आ गया. इधर फिल्मों के लिए संघर्ष और उधर ब्वॉयफ्रेंड सूरज पंचोली के साथ रिश्तों में टकराव, जिया खान बहुत जल्दी हार गईं. उन्होंने भी 2013 में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
ये भी पढ़ें- हीरो छोड़िए, ऐसा तो विलेन भी नहीं चाहिए
परवीन बॉबी-
यूं तो परवीन बाबी के जीवन में कई लोग आए, लेकिन आखिरी समय में उनके साथ कोई नहीं था |
मशहूर अदाकार परवीन बॉबी अपने जमान की सफल अभिनेत्री थीं लेकिन 2005 में उनका शव उनके फ्लैट से मिला. अपने आखिरी दिनों में वो अकेली थीं.
दिव्या भारती-
मात्र 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गईं थीं दिव्या भारती |
दिव्या भारती की मौत की असल वजह उनके साथ ही चली गई, लेकिन फिर भी कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने आत्महत्या की थी. वो परेशान रहती थीं, 1993 में शराब के नशे में ही अपने घर की बालकनी से नीचे गिरकर उनकी मौत हुई.
कितना अजीब है न, पर्दे के पीछे छिपा हुआ सियाह सच, जहां जिंदगी मौत से ज्यादा मुश्किल और मौत जिंदगी से ज्यादा आसान है.
आपकी राय