प्रियंका चोपड़ा के घर लगी ‘गठबंधन’ की तस्वीर का हिंदू शास्त्रों में महत्व
प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) का भी जवाब नहीं हैं. वो कुछ ना कुछ ऐसा करती हैं कि लोग उनकी तारीफ किए बिना रह नहीं पाते. उनकी छोटी-छोटी बातें बताती हैं कि असली देसी गर्ल तो वही हैं. असल में प्रियंका के नए घर की एक तस्वीर वायरल हो रही है. जिसमें लोगों को कुछ ऐसा दिखा कि हर तरफ प्रियंका की सराहना हो रही है.
-
Total Shares
प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) का भी जवाब नहीं हैं. वो कुछ ना कुछ ऐसा करती हैं कि लोग उनकी तारीफ किए बिना रह नहीं पाते. उनकी छोटी-छोटी बातें बताती हैं कि असली देसी गर्ल तो वही हैं. असल में प्रियंका के नए घर की एक तस्वीर वायरल हो रही है. जिसमें लोगों को कुछ ऐसा दिखा कि हर तरफ प्रियंका की सराहना हो रही है.
दरअसल, प्रियंका ने अपने नए घर में पहली बार हुए दिवाली पूजा की. इस दौरान देसी गर्ल ने अपने घर को भारतीय रिवाज के अनुरूप सजा रखा था और पति के साथ लक्ष्मी पूजा की थी. इतना ही नहीं प्रियंका ने नए घर में दिवाली पार्टी रखी थी. अब विदेश में प्रियंका के इस देसी अंदाज ने लोगों का दिल जीत लिया. अब जिस बात के लिए देसी गर्ल की वाहवाही हो रही है वह यह है कि प्रियंका ने अपनी और निक जोनस की हिंदू शादी के ‘गठबंधन’ को फ्रेम करवाकर रखा है.
प्रियंका ने अपने नए घर में पहली बार दिवाली पूजा की
वाकई में यह बहुत ही प्यारा है एहसास है, जिसकी अहमियत को प्रियंका भली-भांति समझती है. लोग प्रियंका की रचनात्मकता की तारीफ कर रहे हैं. ये बातें बताती हैं कि प्रियंका चोपड़ा निक जोनस से शादी के बाद भले ही विदेश में ही बस गई हैं, लेकिन उनका दिल हिंदुस्तानी ही है. प्रियंका किसी भी त्योहार को बड़ी आस्था के साथ मनाती हैं. वैसे वे विदेशियों को अपने रेस्ट्रों में तो भारतीय भोजन का स्वाद तो चखा ही रही हैं साथ ही में अपने देश के रिवाज से भी रूबरू करवा रही हैं.
दरअसल, यह पवित्र गठबंधन करते समय इसमें पांच चीजें बांधी जाती हैं. जिनमें पूरी जिंदगी समाहित है. जिनका अलग-अलग आध्यात्मिक महत्त्व होता है. चलिए आपको बताते हैं कि जिस गठबंधन को प्रियंका चोपड़ा और निकजोनस ने फ्रेम कर अपनी घर की दिवारों पर लगाया है उसका हिंदू शास्त्र में क्या महत्व है?
विवाह की रस्मों में वैसे तो कई रस्में होती हैं लेकिन गठबंधन की रस्म सबसे अहम होती है. गठबंधन रस्म वर-वधु के शरीर और मन को संयुक्त रूप से दांपत्य जीवन की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. इस रस्म में वधु की चुनरी और वर के दुपट्टे के बीच पांच चीजें बांधते हैं. इसमें पैसा, फूल की पत्तियां, हल्दी, दूर्वा और चावल आवश्यक हैं. इसके बाद दंपत्ति एक-दूसरे के साथ पूरी तरह से बंधकर जीवन के लक्ष्यों को जिंदगी भर याद रखने की कोशिश करते हैं, क्योंकि यह रस्म अटूट होती है.
गठबंधन के समय पंडित जी जिन मंत्रों का उच्चारण करते हैं उससे माना जाता है कि वर-वधु एक दूसरे की जिम्मेदारी उठाने के साथ ही परिवार परिवार को बांधे रखने के लिए भी प्रतिबद्ध होते हैं. सामान्य भाषा में समझें तो उन्हें एक-दूसरे की जिम्मेदारी निभाने के साथ ही परिवार को भी साथ लेकर चलना होता है. गठबंधन के साथ ही पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे के साथ हमेशा रहने का वादा करते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि वे अपने परिवार को छोड़ दें.
दरअसल, हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि विवाह संस्कार दो आत्माओं के बीच सात जन्मों का रिश्ता होता है. इस तरह गठबंधन की रस्म के साथ ही स्त्री और पुरुष आने वाले सात जन्मों तक के लिए एक-दूसरे का साथ देने वाला वादा करते हैं.
हिंदू धर्म में गठबंधन होने के साथ ही पति-पत्नी खुद को शिव-शक्ति रूप में स्वीकार कर लेते हैं. असल में गठबंधन की रस्म एक विश्वास है. जिस प्रकार शिव और पार्वती एक-दूसरे के अभिन्न अंग बन कर गृहस्थ जीवन में एक-दूसरे का साथ देते हैं, उसी तरह पति-पत्नी भी हर सुख-दुख में हमेशा एक-दूसरे के साथ रहते हैं.
प्रियंका चोपड़ा इस गठबंधन के महत्व को समझती हैं, उन्होंने अपने प्यार या अपनी शादी की इस अनमोल निशानी को जिस तरह संजो कर एक रचनात्मकता पेश की है. हो सकता है कि आने वाले दिनों में कई कपल इसे कॉपी करें. यह गठबंधन एक एहसास है, जिसमें प्यार है, विश्वास है, जिम्मेदारी है, ईमानदारी है और सम्मान है. तभी तो पति-पत्नी एक-दूसरे के साथी हैं.
आपकी राय