Nepotism: आर. बाल्की ने बहस को हवा दी और जलने लगे रणबीर-आलिया
सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Sushant Singh Rajput Death) के बाद नेपोटिज्म (Nepotism) बहस जोरों पर है. ऐसे में फेमस डायरेक्टर आर. बाल्की (R. Balki) द्वारा स्टार किड्स का बचाव करने और रणबीर कपूर-आलिया भट्ट (Ranbir Kapoor Alia Bhatt) को सबसे अच्छा ऐक्टर बताने पर विवाद गहरा गया है.
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सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद नेपोटिज्म और आउटसाइडर्स के साथ भेदभाव करने वाले बॉलीवुड गैंग्स के खिलाफ जो चिंगारी भड़की, उसकी जद में बड़े-बड़े स्टार्स आ रहे हैं. सुशांत की खुदकुशी के बाद उनके प्रति संवेदना जताने वाले करण जौहर और आलिया भट्ट को सबसे पहले फैंस ने जमकर ट्रोल लिया और घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुई खूब खड़ी खोटी सुनाई. इसके बाद सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा, सोनम कपूर समेत कई बड़े प्रोडक्शन हाउस पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के आरोप लगे और सुशांत के फैंस ने इनलोगों को सोशल मीडिया पर कहीं का नहीं छोड़ा. अब इसी नेपोटिज्म की आग की जद में रणबीर कपूर भी आ गए हैं और उन्हें लेकर बॉलीवुड के बड़े-बड़े नामों के बीच बहस छिड़ गई है. स्टार किड्स होने की वजह से रणबीर कपूर अब निशाने पर आ गए हैं. रणबीर कपूर के साथ ही आलिया भट्ट भी फिर से सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गई हैं. बड़ी मुश्किल से आलिया इस विवाद से बाहर निकल पाई थीं, अब फिर से वह सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगी हैं.
इस बीच कंगना रनौत, जो अक्सर नेपोटिज्म और बॉलीवुड गैंग्स को लेकर फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े लोगों पर हमलावर रहती हैं, ने साफ तौर पर ऐलान किया है कि अगर वह सुशांत की मौत के पीछे की साजिश का पर्दाफाश नहीं कीं तो वह भारत सरकार द्वारा दिए गए पद्मश्री अवॉर्ड को लौटा देंगी. कंगना के उस उद्घोष से फिल्मी गलियारों में हलचल मच गई है और नेपोटिज्म पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है. अब आने वाले समय में बॉलीवुड की और कड़वी सच्चाई लोगों के सामने आएगी और कई बड़े चेहरों के बेनकाब होने की संभावना बढ़ गई है. सुशांत की खुदकुशी के बाद कंगना रनौत ने एक के बाद एक वीडियो मेसेज पोस्ट करते हुए सीधा आरोप लगाया था कि यह साजिशन हत्या है और इसमें बॉलीवुड के बड़े-बड़े लोग शामिल हैं. कंगना के इस दावे के बाद सुशांत की खुदकुशी की सीबीआई जांच की मांग और तेज हो गई है. अब देखना है कि आने वाले समय में कंगना के वीडियो से किस-किस का चेहरा बेनकाब होता है?
Have huge respect for you, Balki. But i just saw Kai Po Che again last night. Three new young actors at that time. And stunning believable performances by each @filmfare https://t.co/cIvSVsfNJR
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) July 17, 2020
‘रणबीर-आलिया से बेहतर कोई नहीं’
सुशांत की मौत को एक महीने से ऊपर हो गए हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और सोशल मीडिया पर अब भी #SushantSingRajput ट्रेंड करता रहता है. हालांकि, इसके साथ ही नेपोटिज्म पर बहस की रफ्तार भी धीरे-धीरे धीमी पड़ रही थी. लेकिन इसी बीच पैडमैन, पा, शमिताभ और की एंड का जैसी फिल्म बनाने वाले फेमस ऐड मेकर और डायरेक्टर आर. बाल्की ने यह कहकर बहस को हवा दे दी कि फिल्म इंडस्ट्री में आलिया भट्ट और रणबीर कपूर से बेहतर ऐक्टर नहीं हैं और ये लोग स्टार किड्स हैं, ऐसे में नेपोटिज्म की बात ही बेकार है. बाल्की ने कहा कि नेपोटिज्म हर जगह है, बिजनेस इंडस्ट्री में अंबानी, बजाज और महिंद्राज को ही देख लें, अगर वे ये कारोबार नहीं संभालते तो क्या इतना विकास कर पाते. आर. बाल्की ने कहा कि हम स्वतंत्र समाज में रहते हैं, इसलिए स्टार किड्स को नेपोटिज्म के तहत घेरना सही नहीं है. बाल्की ने कहा कि आप आलिया और रणबीर से बेहतर ऐक्टर लाएं तो फिर नेपोटिज्म पर बहस करूंगा.
Manoj Bajpayee, Rajkummar Rao, Vicky Kaushal, Ayushmann, Kangana Ranaut, Priyanka Chopra, Taapsee Pannu, Vidya Balan, Richa Chaddha. Many others too if we look beyond A list film families, and take a few chances. I love Ranbir & Alia, but please, they aren't the only good actors. https://t.co/G8ddYv8LVc
— Apurva (@Apurvasrani) July 17, 2020
शेखर कपूर और अपूर्व असरानी का बाल्की को करारा जवाब
आर. बाल्की के इस बयान के बाद तो इस मुद्दे ने तूल पकड़ ली. ढेर सारे एक्टर्स और डायरेक्टर्स ने आर. बाल्की के इस बयान से असहमति जताई और पूछा कि बता रहा हूं ऐसे एक्टर्स के नाम, आप बहस करने के लिए तैयार रहिए. जाने-माने डायरेक्टर शेखर कपूर ने आर. बाल्की से असहमति जताई और काई पो चे फिल्म का उदाहरण करते हुए कहा कि बीती रात ही मैंने यह फिल्म देखी और इसके सभी कलाकार बेहतरीन थे. जाने माने स्क्रिप्ट राइटर और फिल्म एडिटर अपूर्व असरानी ने बॉलीवुड के फेमस चेहरों की लिस्ट ट्वीट करते हुए कहा कि आर. बाल्की, आप बस 3-4 नामों के दायरे से बाहर निकलिए और देखिए कि मनोज बाजपेयी, राजकुमार राव, विकी कौशल, आयुष्मान खुराना. कंगना रनौत, प्रियंका चोपड़ा, तापसी पन्नू, विद्या बालन, ऋचा चड्ढा, पंकज त्रिपाठी, गजराज राव, अमित साद, जयदीप अहलावत, रसिका दुग्गल, स्वरा भास्कर, श्वेता त्रिपाठी, संजय मिश्रा, नीना गुप्ता, दिव्या दत्ता, मानव कौल, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और जीतेंद्र कुमार समेत कई ऐसे नाम हैं, जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपने दम पर जगह बनाई है और एक्टिंग में इनका कोई तोड़ नहीं है. हालांकि अपूर्व असरानी ने ये भी कहा कि आलिया और रणबीर भी बेहतरीन कलाकार है.
Pankaj Tripathi, Gajraj Rao, Amit Sadh, Jaideep Ahlawat, Rasika Dugal, Swara Bhaskar, Shweta Tripathi, Sanjay Mishra, Neena Gupta, Divya Dutta, Manav Kaul, Nawazuddin, Jeetu. My god, I could go on & on about the wonderful talents we have. Stop fussing over the same 3-4 names now!
— Apurva (@Apurvasrani) July 17, 2020
आर बाल्की ने उड़ता तीर ले लिया
दरअसल, आर, बाल्की ने जिस तरह स्टार किड्स का बचाव किया और नेपोटिज्म पर हो रही बहस को फालतु कहा, इससे फिल्म इंडस्ट्री के लोग चिढ़ गए. हाल ही में बुलबुल फिल्म में नजर आए अविनाश तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि आर. बाल्की सर, अगर किसी कलाकार को मौका ही न मिले तो उसका टैलेंट कैसे आप और दुनिया देखेगी? अविनाश ने अपने ट्वीट में बड़ी बात कह दी. शुक्र है कि आर. बाल्की ट्विटर पर नहीं हैं, नहीं तो उड़ता तीर पकड़ने की उनकी इस कोशिश का ट्विटर यूजर ऐसा जवाब देते कि उन्हें अपने आप पर गुस्सा आता कि आखिर नेपोटिज्म पर कुछ बोला भी क्यों. ऐसे समय में जब सुशांत सिंह की मौत के बाद उनके फैंस काफी आहत हैं, ऐसे में नेपोटिज्म या स्टार किड्स को ज्यादा मौके देने के समर्थन में कही बातें किसी बम की तरह फूटती है.
Dear #RBalki Sir, you would not know of the better Actors if they are not given an opportunity and you don't step out to watch them. https://t.co/hlyRMhGAsq
— Avinash Tiwary (@avinashtiw85) July 17, 2020
फिल्म इंडस्ट्री में भेदभाव और नेपोटिज्म दोनों है
एक और तो आर. बाल्की के खिलाफ जाती है, वो ये है कि एक तरफ तो वो बोलते हैं कि नेपोटिज्म हर फील्ड में हैं और दूसरी तरफ इसपर हो रही बहस को वह बेकार बताते हैं. जहां तक बॉलीवुड में नेपोटिज्म की बात आती है तो यह फिल्म इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई है. स्टार किड्स को खूब मौके मिलते हैं और जो आउटसाइडर संघर्ष करते हुए मुंबई में अपनी पहचान बनाने की कोशिश करते रहते हैं, उन्हें बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउस का ऑफर नहीं आता. ऐसे कई उदाहरण हैं, जिन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि उन्हें फिल्म से इसलिए निकाला गया, क्योंकि किसी बड़े स्टार ने अपनी बेटी या बेटे को फिल्म में लेने के लिए प्रोड्यूसर को मनाया. इस मामले में करण जौहर पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के सबसे ज्यादा आरोप लगे हैं. इसके बाद यशराज प्रोडक्शन और सलमान खान प्रोडक्शन के साथ ही साजिद नाडियाडवाला प्रोडक्शन हाउस पर भी आरोप लगे हैं. स्टार किड्स को ज्यादा मौके मिलते हैं और जो काबिल हैं, उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिलते.
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