11 साल चुपचाप प्यार निभाने वाले राजकुमार राव और पत्रलेखा की लव स्टोरी आदर्श क्यों है?
पत्रलेखा और राजकुमार ने जिस तरीके से एक-दूसरे का साथ निभाया है वह काबिले तारीफ है. चलिए बताते हैं कि आखिर दोनों का रिश्ता दूसरों के लिए आदर्श क्यों है?
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पत्रलेखा और राजकुमार (Rajkumar Rao Patralekha) इन दिनों इस जोड़े के नाम की चर्चा चारों तरफ हो रही है. चर्चा होनी भी चाहिए क्योंकि दोनों के बीच का प्यार बताता है कि आज के जमाने में रिश्ता कैसे निभाया जाता है? चंडीगढ़ में दोनों की शादी सकुशल संपन्न हो गई है, यह इनकी प्रेम कहानी का अंत नहीं बल्कि एक नए सफर की शुरुआत है. आपने भी इनकी शादी की तस्वीरों देखी होंगी जो बहुत प्यारी हैं. हालांकि तस्वीरों से ज्यादा चर्चा दोनों के प्यार निभाने के तरीके पर हो रही है. इस जमाने में पत्रलेखा और राजकुमार की लव स्टोरी दूसरे जोड़ों के लिए आदर्श है.
राजकुमार और पत्रलेखा ने 11 साल रिलेशनशिप में रहने के बाद शादी की है
इस जमाने के कपल दोनों से काफी कुछ सीख सकते हैं, कि रिश्ते की खूबसूरती क्या होती है? यह बात तो आपको भी पता है कि दिखावे के इस जमाने में सबसे मुश्किल अगर कुछ है तो वह है, रिश्ता निभाना. पत्रलेखा और राजकुमार ने जिस तरीके से एक-दूसरे का साथ निभाया है वह काबिले तारीफ है. चलिए बताते हैं कि आखिर दोनों का रिश्ता दूसरों के लिए आदर्श क्यों है?
पत्रलेखा और राजकुमार दोनों एक-दूसरे को पिछले 11 सालों से जानते हैं. आपने पहली नजर के प्यार के बारे में तो सुना होगा तो बता दें कि राजकुमार को पत्रलेखा से पहली नजर में ही प्यार हो गया था. जी हां राजकुमार ने पत्रलेखा को एक ऐड में देखा था तभी उन्होंने कहा था कि मैं इससे शादी करूंगा. वे प्यार से पत्रलेखा को पात्रा बुलाते हैं. पहले यह समझ लीजिए कि रिलेशनशिप में बाबू, शोना के अलावा उनका निक नेम रखना ज्यादा प्रभावशाली होता है.
जबकि पत्रलेखा ने राजकुमार को पहली बार फिल्म लव सेक्स और धोखा देखने के समय ही देखा था. पत्रलेखा ने इस बात का खुलासा भी किया था कि 'फिल्म में इतने अजीब नजर आने वाले राजकुमार को देखकर मुझे लगा कि वे असली जिंदगी में भी ऐसे ही होंगे लेकिन उनसे मिलने के बाद मेरी गलतफैमी दूर हो गई'.
पत्रलेखा और राजकुमार से हम यह सीख सकते हैं कि कपल को एक-दूसरे के सामने शो ऑफ यानी दिखावा नहीं करना चाहिए. आप जैसे हैं वैसे ही उनके सामने भी रहें. दोनों ने इस बात का सबूत दिया है कि अगर प्यार और विश्वास हो तो रिश्ता टूटता नहीं है. वैसे भी बॉलीवुड में रिश्ता टूटना और बनना कोई नई बात नहीं है लेकिन यह कपल पिछले 11 सालों से रिलेशनशिप में था. ये पहले लिव इन में रहे, एक-दूसरे को समझा फिर शादी की.
दोनों ने दिखावे से दूर अपने कंफर्ट को चुना. वे कभी शो कॉल्ड ऑफिसियली तौर पर डेट पर नहीं जाते थे लेकिन अक्सर लॉन्ग ड्राइव और मूवी देखने जाया करते थे. यहां तक कि वे घर पर बैठकर खूब खाना एन्जॉय करते थे. वे ऑडिशन पर एक-दूसरे का साथ जाते थे. एक-दूसरे का साथ कैसे देते हैं? सपोर्ट कैसे करते हैं? ये इनसे सीखा चाहिए.
जब राजकुमार बहुत कम कमाते थे तब भी उन्होंने पत्रलेखा को एक्सपेंसिव बैग लाकर को दिया था जो कि बहुत महंगा था. जब वह बैग लंदन में चोरी हो गया तो पत्रलेखा बहुत दुखी हुईं थीं क्योंकि उससे बहुत यादें जुड़ी थीं, उन्होंने यह बात राजकुमार को बताई. इसके बाद जब वे अपने कमरे में आईं तो वैसा ही बैग उनका इंतजार कर रहा था. आप यह समझ जाइए कि प्यार जताने के लिए छोटे-छोटे तोहफे भी काफी होते हैं. असल में गिफ्ट मायने नहीं रखता लेकिन वह एहसास बहुत कीमती होता है जब हमें यह लगता है कि सामने वाला हमारे लिए कुछ भी कर सकता है.
एक-दूसरे के साथ हर रोज मंहगे रेस्ट्रों जाना जरूरी नहीं है, घर में भी आप अपने पसंद का खाना बनाकर साथ में खा सकते हैं. मंहगी जगह नहीं बल्कि रिश्ते में एक-दूसरे का साथ मायने रखता है जो इन दोनों से सीखना चाहिए.
इस जमाने में भी राजकुमार राव पत्रलेखा के लिए लवलेटर लिख कर देते थे. वहीं पत्रलेखा भी उनके लिए अपना प्यार ओपन लव लेटर लिखकर जता चुकी हैं. यह बात बताता है कि प्यार जाहिर करना कितना जरूरी है. पत्रलेखा इस बात का खुलासा कर चुकी हैं कि जब उनके रिश्ते की शुरुआत हुई थी तब राजकुमार उन्हें देखने के लिए एक बार एअरपोर्ट से जूहू भाग कर चले गए थे. तब पत्रलेखा को एहसास हुआ था कि राजकुमार उनसे कितना प्यार करते हैं. यह बात हमें बताती है कि एक-दूसरे को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है. प्यार में बोरियत न आए इसके लिए जुनून होना जरूरी है. छोटी-छोटी प्यार निभाने की कोशिशें रिश्ते के मजबूत बना देती हैं.
होता यूं है कि कपल शुरुआत के दो साल तो रिश्ते को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं लेकिन बाद में रिश्ते के प्रति लापरवाह होते चले जाते हैं जिससे चार्म खत्म हो जाता है. रिलेशनशिप में प्यार दिन के साथ बढ़ते जाना चाहिए. प्यार के साथ सम्मान और समानता भी बेहद जरूरी है. बहुत से जोड़े इसलिए दूर हो जाते हैं कि वे जीवन में सफलता या करियर में ऊंचाई पाने पर बदल जाते हैं, लेकिन राजकुमार राव ने ऐसा नहीं किया. वे आज एक सफल अभिनेता हैं लेकिन सफलता कभी भी उनके सिर पर नहीं चढ़ी. पत्रलेखा के लिए उनका प्यार दिन प्रति दिन बढ़ता गया और वे उन्हें सपोर्ट करती रहीं.
पत्रलेखा और राजकुमार राव के रिश्ते में सीखने लायक बात यह है कि दोनों ही एक दूसरे को बराबर समझते हैं. पत्रलेखा ने एक बार लिखा था कि, ‘जब कोई सोशल मीडिया में लिखता है राजकुमार अपनी गर्लफ्रेंड पत्रलेखा के साथ तो राजकुमार उसे रीपोस्ट करते हुए लिखते हैं पत्रलेखा विथ हर बॉयफ्रेंड राजकुमार. इस छोटे से वाकये से समझ आता है कि राजकुमार ने हमेशा अपने प्यार का सम्मान किया है.
राजकुमार ने पत्रलेखा को अपनी मां से मिलवाया था. ये बाते रिश्ते पर विश्वास बनाए रखती हैं. परिवार को शामिल करने से रिश्ता और ज्यादा मजबूत होता. इतना ही नहीं राजकुमार और पत्रलेखा ने एक-दूसरे पर कभी भी किसी भी तरह से कोई बात नहीं थोपी, ना ही किसी काम को करने के लिए जिद किया...उनके पास भले ही ज्यादा पैसे नहीं थे लेकिन साथ देकर दोनों ने एक-दूसरे के जीवन को निखारा और सफल बने.
दोनों ने बताया कि प्यार में बहस, लड़ाइ-झगड़े होते रहती हैं लेकिन यह जताने रहना बेहद जरूरी है कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं. जिस तरह रिश्ते में सॉरी बोलना जरूरी है वैसे ही आई लव यू बोलना भी जरूरी है. कई बार बिना बोले ही छोटी-छोटी बातों से एहसास कराना जरूरी है आपको उनकी परवाह है. ऐसे ही थोड़े 11 सालों का साथ अब जाकर शादी के मंजिल पर पहुंचा है...बस आप भी इनसे सीखिए और अपने रिश्ते को जिंदगी भर के लिए मजबूत बना लीजिए.
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