'नेपो डैड' करण जौहर इस स्टार किड को भी लॉन्च करने जा रहे हैं, रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया!
सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के बाद अपने ऊपर लगे नेपोटिज्म के तमाम आरोपों को दरकिनार करके 'नेपो डैड' करण जौहर स्टार किड्स की लॉन्चिंग का सिलसिला जारी रखे हुए हैं. अब वो सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम को अपनी नई फिल्म से लॉन्च करने जा रहे हैं. इसमें उनका साथ उनकी पुरानी दोस्त काजोल देंगी.
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एक कहावत है कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया. इसका मतलब ये है कि किसी इंसान के स्वभाव की वजह से बहुत नुकसान होने के बावजूद उसके मूल व्यवहार में कोई अंतर नहीं आता है. कुछ ऐसा ही हाल बॉलीवुड के फिल्म मेकर करण जौहर का है. सुशांत सिंह राजपूत की रहस्मयी मौत के बाद से ही उन पर नेपोटिज्म के आरोप लगते रहे हैं. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों ने उनकी मजम्मत की है. हालात ये हो गए थे कि इस दौर में करण जौहर सोशल मीडिया छोड़कर भाग गए थे. बताया जाता है कि डिप्रेशन में भी चले गए थे. लेकिन जब मामला ठंडा हुआ और वो वापस आए, तो भी उनका स्वभाव वही बना रहा. उन्होंने पहले की ही तरह स्टार किड्स को लॉन्च करना शुरू कर दिया. इस कड़ी में वो अब अभिनेता सैफ अली खान और अमृता सिंह के बेटे इब्राहिम को अपनी नई फिल्म से लॉन्च करने जा रहे हैं. इसमें काजोल और पृथ्वीराज भी अहम रोल में हैं.
नेपोटिज्म के तमाम आरोपों को दरकिनार करके 'नेपो डैड' स्टार किड्स की लॉन्चिंग का सिलसिला जारी रखे हुए हैं.
कश्मीरी आतंकवाद और सीमापार तनाव की पृष्ठभूमि पर आधारित करण जौहर की जिस फिल्म से इब्राहिम डेब्यू करने जा रहे हैं, उसी से अभिनेता बोमन ईरानी के बेटे कायोज ईरानी बतौर निर्देशक अपनी पारी भी शुरू करने जा रहे हैं. यानी इस फिल्म में डबल नेपोटिज्म देखने को मिलेगा. एक्टर और डायरेक्ट दोनों ही स्टार किड्स हैं और दोनों को ही करण जौहर अपने होम प्रोडक्शन धर्मा से लॉन्च करने जा रहे हैं. अभी तक जो सूचनाएं निकलकर सामने आ रही हैं, उनके मुताबिक फिल्म में इब्राहिम अली खान के अलावा बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल और मलयाली स्टार पृथ्वीराज सुकुमारन अहम भूमिका निभाने वाले हैं. पृथ्वीराज की ये पहली बॉलीवुड फिल्म है. इसके अलावा काजोल और करण भी करीब 12 साल बाद एक-दूसरे के साथ काम करने जा रहे हैं. दोनों ने इससे पहले साल 2010 में रिलीज हुई फिल्म माई 'नेम इज खान' के लिए साथ काम किया था. इसमें शाहरुख खान लीड रोल में थे.
ये कोई नई बात नहीं है कि जब करण जौहर किसी स्टार किड्स को शानदार तरीके से लॉन्च करने जा रहे हैं. इसी साल मार्च में करण ने अपनी फिल्म 'बेधड़क' का ऐलान किया था. इस फिल्म के जरिए भी वो तीन नए कलाकारों को लॉन्च करने जा रहे हैं. इनमें टीवी एक्टर लक्ष्य लालवानी और गुरफतेह पीरजादा के साथ अभिनेता संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर भी शामिल हैं. फिल्म के तीनों कलाकार किसी न किसी रूप में इंडस्ट्री के खास लोगों से संबंधित है. शनाया तो संजय कपूर की बेटी ही हैं. उनके चाचा बोनी कपूर के बेटे-बेटी अर्जुन कपूर और जॉन्हवी कपूर पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं. जॉन्हवी कपूर को भी करण जौहर ने ही अपनी फिल्म 'धड़क' से लॉन्च किया था. साल 2018 में रिलीज हुई इस फिल्म में एक्ट्रेस के अपोजिट ईशान खट्टर थे, जो कि खुद फिल्मी परिवार से आते हैं. उनके भाई शाहिद कपूर बॉलीवुड में पहले ही मजबूती से जमे हुए हैं.
बॉलीवुड में नेपोटिज्म की बात तो लंबे समय से हो रही है, लेकिन लोग इसकी चर्चा दबे जुबान से करते रहे हैं. साल 2020 में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्मयी मौत के बाद लोग भड़क गए. उसके बाद बॉलीवुड के मठाधीशों के खिलाफ नेपोटिज्म की लड़ाई तेज हो गई. इसमें सबसे ज्यादा निशाना करण जौहर पर ही साधा गया. अभिनेत्री कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली थी. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के नेपोटिज्म को सुशांत सिंह की मौत का जिम्मेदार बताया था. इसका सरगना करण जौहर को बताया था. इन आरोपों के बीच करण जौहर लंबे समय के लिए सोशल मीडिया से गायब हो गए थे. कहा जाता है कि वो कुछ दिनों के लिए डिप्रेशन में भी थे. लेकिन जैसे ही ये मामला शांत हुआ, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गए. इसके बाद उन्होंने अपने दामन पर लगे दाग को साफ करने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया. इसमें एक साथ 21 फिल्म निर्देशकों को बॉलीवुड में डेब्यू कराने की योजना बनाई गई, जो बॉलीवुड से बाहर के हैं. इसका सोशल मीडिया पर जोर-शोर से प्रचार कराया गया, ताकि लोगों के बीच मैसेज जा सके.
इतना ही नहीं इमेज बिल्डिंग के लिए उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ''मैंने हमेशा प्रतिभाशाली आउटसाइडर्स को मौके दिए हैं. हमने 21 निर्देशकों का डेब्यू कराया उसमें से 16-17 युवा फिल्म मेकर्स बाहर से थे. मेरे प्रोडक्शन ने बहुत सारे बच्चों, निर्देशकों और फिल्म मेकर्स को लॉन्च किया है जो आउटसाइडर ही थे. मैं बेवकूफ नहीं हूं. मुझे भी अपनी कंपनी चलानी है.'' करन ने वरुण धवन और आलिया भट्ट को 'स्टूडेंट ऑफ दि ईयर' (2012) से लॉन्च किया था. आरोप लगता है कि उन्होंने स्टार किड होने की वजह से दोनों को मौका दिया. इसकी सफाई में वो कहते हैं, "वरुण मेरा असिस्टेंट था ('माय नेम इज खान' में). उसने उस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की थी. आलिया भट्ट को मैं तब से देखता आ रहा हूं, जब वो बच्ची थी. वह उस वक्त पूरी तरह मेरे जोन में नहीं थी. उसने 500 अन्य लड़कियों के साथ फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था, जिनमें 380 इंडस्ट्री से नहीं थीं.'' करण जौहर चाहे जितनी सफाई दे लें, सबको पता है कि वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाले हैं. सुशांत सिंह राजपूत केस में बच निकलने के बाद वैसे भी उनका हौसला बुलंद है.
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