दक्षिण भारतीय फ़िल्मों की रीमेक के भरोसे कब तक सुपरस्टार बने रहेंगे सलमान खान?
सलमान को रीमेक फ़िल्में शूट करती हैं. मौका पड़ने पर इन फिल्मों ने उन्हें बड़ा सहारा भी दिया मगर सौ बात की एक बात ये है कि आखिर बतौर हीरो कब तक रीमेक फ़िल्में उन्हें बचा के रख पाएंगी?
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राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई की 'असफलता' को पीछे छोड़कर सलमान खान आगे की योजनाओं में व्यस्त हैं. महामारी की वजह से टाइगर 3 की शूटिंग रुक गई थी. जल्द ही शूटिंग शुरू होने की उम्मीद है. इस बीच दबंग खान कुछ नए प्रोजेक्ट को लेकर बातचीत कर रहे हैं. चर्चा है कि इसी साल रिलीज हुई तमिल मूवी मास्टर के हिंदी रीमेक में सलमान नजर आ सकते हैं. मास्टर एक्शन थ्रिलर है जिसमें सथपति विजय ने मुख्य भूमिका निभाई है. मास्टर के रीमेक के लिए बहुत पहले से बात चल रही थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से चीजें बीच में ही स्थगित हो गई थीं. सलमान लगभग तैयार बताए जा रहे हैं. यानी उन्होंने फिल्म की तो ये उनकी एक और रीमेक होगी.
सलमान को रीमेक फ़िल्में शूट करती हैं. मौका पड़ने पर इन फिल्मों ने उन्हें बड़ा सहारा भी दिया मगर सौ बात की एक बात ये है कि आखिर बतौर हीरो कब तक रीमेक फ़िल्में उन्हें बचा के रख पाएंगी? क्योंकि एक्टर का रीमेक फ़ॉर्मूला भी अब कमजोर नजर आने लगा है. वैसे सलमान करियर के जिस फेज में हैं, वैसे ही खराब दौर में रीमेक फिल्मों ने उन्हें कई मर्तबा सहारा देकर मुश्किल से उबारा. कभी-कभी तो लगता है कि यह सलमान की मौजूदा सक्सेस सीक्रेट "रीमेक" में ही छिपा है. हिट फ़ॉर्मूले को बॉलीवुड के मसाले में पकाकर दबंग खान लम्बे वक्त से दर्शकों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. फ़िल्में और उनकी सफलता को देखते हुए उन्हें रीमेक सुपरस्टार कहा जाए तो गलत नहीं होगा.
हालांकि उनकी पिछली दो रीमेक ने दर्शकों का जायका खराब कर दिया. दरअसल, मूल फिल्म की कहानी को बॉलीवुड के सलमान मार्का मसालेदार फ्रेम में जमाने के लिए इतना प्रयोग कर दिया गया कि दर्शक उसे पचा ही नहीं पाए. भारत और राधे कोरियन मूवी का इंडियन अडाप्शन हैं. सलमान के काम को लेकर दोनों फिल्मों का वर्ड ऑफ़ माउथ खराब था. राधे तो पूरी तरह से बेअसर साबित हुई. इससे पहले साउथ का उनका रीमेक फ़ॉर्मूला 100 फीसद कामयाब रहा है. अब मास्टर के साथ एक्टर एक बार फिर साउथ का ही रुख करने जा रहे हैं. साउथ की कई कहानियों पर उन्होंने ब्लॉकबस्टर दिए हैं.
इसकी शुरुआत 1997 से हुई थी. जुड़वा, बंधन, बीवी नंबर 1, तेरे नाम, नो एंट्री, वांटेड, रेडी और किक दरअसल साउथ के फिल्मों की रीमेक ही हैं. बजरंगी भाईजान, सुल्तान और दबंग फ्रेंचाइजी को छोड़ दें तो पिछले कई सालों से रीमेक फिल्मों के जरिए ही एक्टर का बॉक्स ऑफिस पर दबदबा बना हुआ है. इन्हीं फिल्मों ने उन्हें स्टारडम के शिखर पर पहुंचाया.
साल 1997 में आई सलमान की जुड़वा 1994 में बनी हेलो ब्रदर का रीमेक थी. हेलो ब्रदर भी 1992 में आई हॉन्ग कॉन्ग की एक्शन कॉमेडी ट्विन ड्रैगन का रीमेक थी. डेविड धवन के निर्देशन में सलमान ने डबल रोल किया था. साल 1998 में आई उनकी बंधन तमिल की पंडिथुरई, 1999 में आई बीवी नंबर 1 तमिल की सती लीलावती, 2009 वांटेड साउथ की पोक्किरी, 2011 में आई रेडी सेम टाइटल से तेलुगु फिल्म, 2014 में आई किक भी सेम टाइटल से तेलुगु फिल्म की ही रीमेक थी. बॉडीगार्ड भी मलयालम फिल्म की रीमेक थी. 2009 से पहले कई फ्लॉप देने के बाद सलमान की हालत बहुत खराब हो गई थी. लेकिन वांटेड की सफलता ने उन्हें संभाल दिया था.
क्या अब नई कहानी का रिस्क नहीं लेना चाहते सलमान?
पिछले दिनों सलमान स्टारर अडोप्टेड फिल्मों की कहानी पर खूब बहस हुई. यहां तक कि एक्टर के पिता सलीम खान ने भी फिल्मों की स्क्रिप्ट पर सवाल उठाए और कहा था कि अब लोग बाहर की हिट फिल्मों को उठाकर उसमें मसाला भर देते हैं. हिंदी में अच्छे राइटर ही नहीं बचे. कहीं ऐसा तो नहीं कि सलमान खुद नई कहानी का रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं. ट्यूबलाइट के जरिए उन्होंने कोशिश की थी. मगर नाकाम रहे. दर्शकों ने इसे खारिज कर दिया. हालांकि फिल्म सलमान के दिल के करीब थी. और उन्होंने कभी इसे खराब फिल्म नहीं माना. लेकिन उसके बाद किसी फ्रेश कहानी पर उन्हें बढ़ते हुए नहीं देखा गया.
रेस 3, दबंग 3, टाइगर जिंदा है और अब टाइगर 3 कर रहे हैं. रेस 3 पिट गई थी. किक 2 की भी तैयारी बताई जा रही है. इससे पहले भारत और राधे की जो कोरियन फिल्मों का भारतीय रीमेक थीं. पिछले कुछ सालों के अंदर ट्यूबलाइट और एक दो दूसरी नाकामियों के बाद सलमान के करियर को देखें तो वो सिर्फ सक्सेसफुल फ्रेंचाइजी फिल्मों और रीमेक पर ही भरोसा कर रहे हैं. मास्टर भी उनके प्लान में आ रहा है. इन चीजों को देखते हुए लग तो ऐसा ही रहा है कि सलमान अब नई कहानी पर जोखिम लेने की बजाय सुरक्षित रास्ते पर चलना पसंद कर रहे हैं.
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