सतीश कौशिक की मौत सामान्य नहीं, पुलिस जांच इस ओर इशारा कर रही है!
सतीश कौशिक की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हुई है. दिल्ली पुलिस को उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई है. इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है. सतीश होली वाले दिन दिल्ली स्थित जिस फॉर्म हाऊस में रुके हुए थे, वहां से पुलिस को कुछ दवाईयां बरामद हुई हैं. फॉर्म का मालिक फरार है. सीसीटीव फुटेज खंगालने के साथ ही गेस्ट लिस्ट की जांच भी जारी है.
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बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है. 66 वर्षीय अभिनेता के यूं चले जाने पर कोई सहज विश्वास नहीं कर पा रहा है. क्योंकि जो शख्स चंद घंटे पहले बिल्कुल स्वस्थ नजर आ रहा था, लोगों के साथ होली खेल रहा था, डांस कर रहा था, दोस्तों और परिजनों के साथ मस्ती कर रहा था, अचानक उसे क्या हो गया कि उसकी मौत हो गई. इन सवालों के जवाब तलाशने का काम दिल्ली पुलिस बहुत तत्परता के साथ कर रही है.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि सतीश कौशिक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है. वो जिस फॉर्म हाऊस में होली खेलने के लिए गए हुए थे, वो एक 'वॉन्टेड' कारोबारी का था, जिसके ऊपर रेप सहित कई केस दर्ज हैं. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके साथ ही फॉर्म हाऊस से कुछ प्रतिबंधित दवाईयों का मिलना भी पुलिस के शक को पुख्ता कर रहा है.
मशहूर अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है.
अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक पुलिस को सतीश कौशिक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है. इसमें उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताया गया है. लेकिन कार्डियक अरेस्ट किन परिस्थितियों में हुआ है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा. फिलहाल दिल्ली पुलिस की एक टीम अभिनेता के मौत के वजहों को तलाशने में लगी हुई है. इसके लिए फॉर्म हाऊस और बाहर की तरफ लगे सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.
होली प्रोग्राम में आने वाले मेहमानों की लिस्ट की जांच की जा रही है. इसके साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिरी समय में सतीश कौशिक के साथ कौन-कौन लोग मौजूद थे. पुलिस फॉर्म से बरामद की गई दवाईयों को जांच के लिए लैब भेज दिया है. इसकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की जांच को एक दिशा मिलने की उम्मीद है.
बताया जा रहा है कि सतीश कौशिक 8 मार्च को दिल्ली के बिजवासन के मालू फॉर्म हाउस में एक होली प्रोग्राम में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे. इस प्रोग्राम में 10 से 15 बड़े बिजनेसमैन शामिल हुए थे. पार्टी करने के बाद रात करीब 9 बजे सतीश सोने के लिए अपने कमरे में चले गए. 12 बजे अचानक उनको सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उन्होंने अपने मैनेजर को तुरंत बुलाया, लेकिन उसके कुछ देर बाद वो अचेत हो गए. उनको आनन-फानन में फोर्टिस अस्पताल में ले जाया गया.
लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई. इस घटना के बाद फॉर्म हाऊस का मालिक विकास मालू फरार हो गया. कुबेर ग्रुप का मालिक विकास एक बड़ा कारोबारी है. उसके खिलाफ उसकी पत्नी ने रेप केस दर्ज कराया है. इसके अलावा कई अन्य केस भी उसके खिलाफ दर्ज हैं. पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही है. लेकिन वो ज्यादातर समय दुबई में रहता है.
सतीश कौशिक के मैनेजर संतोष राय का कहना है कि वो रात 9.30 बजे सो गए थे. लेकिन रात को करीब 12.10 पर उन्होंने फोन किया और बताया कि उनकी तबीयत खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि उनको काफी बेचैनी महसूस हो रही है. इसके बाद लोग उनको लेकर तुरंत अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया. मौत से पहले वो बिल्कुल ठीक थे और अपने कमरे में आराम से सो रहे थे. पुलिस इस मामले में संतोष से भी पूछताछ कर चुकी है.
सतीश कौशिक ने शेखर कपूर की फिल्म 'मासूम' (1983) से बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरूआत की थी. इस फिल्म में उन्होंने अभिनय भी किया था. इसके बाद साल 1987 में रिलीज हुई फिल्म 'मिस्टर इंडिया' ने उनको एक नई पहचान दी थी. इस फिल्म में उनके किरदार कैलेंडर को बहुत पसंद किया गया. इस फिल्म के बाद उनको कॉमेडी और सीरियस दोनों तरह के किरदार मिलने लगे. हालांकि, कॉमेडी रोल में लोग उनको देखना ज्यादा पसंद करते थे.
फिल्म 'राम-लखन' और 'साजन चले ससुराल' के लिए सतीश कौशिक को दो बार बेस्ट कॉमेडियन का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले सतीश ने 'रूप की रानी चोरों का राजा', 'प्रेम', 'तेरे संग', 'हम आपके दिल में रहते हैं', 'हमारा दिल आपके पास है', 'बधाई हो बधाई', 'तेरे नाम', 'क्योंकि', 'मिलेंगे मिलेंगे', 'गैंग ऑफ घोस्ट्स' सहित कई मशहूर फिल्मों का निर्देशन किया है. वो अभिनेता, निर्देशक के साथ पटकथा लेखक भी थे.
बताते चलें कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए ये पहली बार नहीं है, जब किसी कलाकार की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है. इससे पहले कई सितारे असमय काल के गाल में समां गए. उनकी मौत की गुत्थी आज तक नहीं सुलझ पाई है. इसमें सबसे ज्यादा चर्चित नाम सुशांत सिंह राजपूत, दिव्या भारती, जिया खान, प्रत्यूषा बनर्जी का है. दो साल पहले सुशांत की मौत की जब खबर सबके सामने आई तो लोग आवाक रह गए. लोगों को आज भी लगता है कि उनकी हत्या हुई है. हालांकि, पुलिस इस मामले को क्लोज कर चुकी है. लेकिन सोशल मीडिया पर आए दिन जस्टिस फॉर सुशांत सिंह राजपूत ट्रेंड करता रहता है. लोग आज भी उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
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