शाबास मिठू की कहानी प्रेरक मगर HIT में राजकुमार का पुलिसिया अंदाज महफ़िल लूटने वाला है
सिनेमाघरों में तापसी पन्नू की शाबास मिठू और राजकुमार राव की हिट द फर्स्ट केस एक साथ रिलीज हुई हैं, हालांकि दोनों फिल्मों को लेकर सोशल मीडिया पर उत्साह बहुत ठंडा नजर आ रहा है. आइए जानते हैं कि दर्शक दोनों फिल्मों के बारे में क्या लिख रहे हैं.
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इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर एक साथ बॉलीवुड की दो मीडियम बजट फ़िल्में- तापसी पन्नू की शाबास मिठू और राजकुमार राव सान्या मल्होत्रा की हिट: द फर्स्ट केस रिलीज हुई हैं. दोनों फिल्मों की जमीन बिल्कुल अलग है. श्रीजीत मुखर्जी के निर्देशन में बनी शाबास मिठू क्रिकेट लीजेंड मिताली राज की कहानी है जबकि शैलेश कोलानु के निर्देशन में आई हिट सस्पेंस थ्रिल से भरपूर ड्रामा है. दर्शक अलग-अलग वजहों से दोनों फिल्मों का इंतज़ार कर रहे थे. राजकुमार और तापसी पन्नू को बॉलीवुड के बेस्ट एक्टर्स में शुमार किया जाता है. बावजूद सोशल मीडिया पर दोनों एक्टर्स की फिल्मों को लेकर बहुत ज्यादा शोर-शराबा नहीं दिख रहा है.
हालांकि रिलीज के बाद दोनों फिल्मों को लेकर समीक्षकों और थोड़े बहुत दर्शकों की राय सामने आ रही है. लगभग समीक्षक दोनों फिल्मों को बराबर आंका है और पांच में से 2.5 से 3.5 के बीच रेट किया. शाबास मिठू और हिट का जो स्केल है उसके मद्देनजर दोनों फिल्मों को मिल रही रेटिंग को खराब तो नहीं ही कहा जाएगा. लेकिन दर्शकों की प्रतिक्रियाओं को आधार मान लें तो ऐसा लग रहा कि मिताली के संघर्ष की कहानी के सामने पुलिस अफसर के रूप में राजकुमार राव बीस पड़ते नजर आ रहे हैं. शाबास मिठू सच्ची कहानी पर आधारित है.
शाबास मिठू और हिट एक साथ रिलीज हुई हैं.
शाबास मिठू और हिट को लेकर दर्शकों की राय क्या है?
शाबास मिठू को सरहाना मिल ही रही है प्रेरक फिल्म भी बताया जा रहा है. फिल्म की कहानी और पटकथा को तारीफ़ मिल रही है. पर दर्शकों का मानना है कि निर्देशन उस लेवल का नहीं है असल में जो कहानी की डिमांड थी. स्पोर्ट्स बायोग्राफिकल ड्रामा के लिहाज से दर्शकों को लग रहा कि अगर निर्दशन समेत कुछ चीजों पर ध्यान दिया जाता तो मिताली राज की कहानी में इतना दम था कि उसे लंबे वक्त तक याद किया जाता. फिल्म में जगह जगह चीजें स्वाद बिगाड़ देती हैं. मिताली की भूमिका में तापसी के काम को भी ज्यादातर दर्शकों ने औसत पाया है. छोटी ही सही विजय राज और कुछ दूसरे कलाकार जरूर शाबासी बटोरने में कामयाब हुए हैं. दर्शक मिताली राज की कहानी के लिए इसे मस्ट वॉच ड्रामा बता रहे.
हिट के साथ दूसरा मामला है. यह साउथ की रीमेक है. और मूल फिल्म के ही निर्देशन ने हिंदी वर्जन का भी निर्देशन किया है. लगभग दर्शक हिट को एक इंगेजिंग फिल्म मान रहे हैं. कहना यह है कि फिल्म की कहानी में सस्पेंस और थ्रिल का बढ़िया डोज है. उसपर राजकुमार, सान्या और मिलिंद गुनाजी ने अपने किरदारों को जिस तरह जिया है वह भी लाजवाब है. लेकिन कई दर्शक ऐसे भी नजर आ रहे जिनका मानना है कि फिल्म का क्लाइमैक्स चीजों को खराब कर देता है. सस्पेंस थ्रिलर ड्रामा में क्लाइमैक्स लोगों को बहुत पसंद नहीं आ रहा है. एक्टिंग और सस्पेंस थ्रिल के लिए दर्शक हिट को एक बार देखने लायक फिल्म बता रहे हैं. वैसे कुछ ने तो यहां तक कहा कि एक ही निर्देशक होने के बावजूद बॉलीवुड रीमेक मूल फिल्म से कई मायनों में बहुत कमजोर है.
बॉक्स ऑफिस पर उठने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही हैं दोनों फ़िल्में
अगर क्लैश में पहले दिन राजकुमार और तापसी पन्नू की फिल्मों के बॉक्स ऑफिस को देखें तो दोनों फ़िल्में एक दूसरे से कमजोर नजर नहीं आ रही हैं. अलग अलग ट्रेड रिपोर्ट्स में अनुमान है कि दोनों फ़िल्में एक से डेढ़ करोड़ के बीच कमाई कर सकती हैं. अगर कलेक्शन अनुमान के आसपास ही रहता है तो इसे बहुत बेहतर नहीं कहा जा सकता. दोनों स्टार्स की पिछली फ़िल्में भी टिकट खिड़की पर बुरी तरह से फ्लॉप हुई हैं. इसमें कोई शक नहीं कि नई रिलीज होने के बावजूद सोशल मीडिया या इंटरनेट के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर फिल्म को लेकर लोगों का उत्साह ठंडा नजर आ रहा है. यह भी नहीं कहा जा सकता कि क्लैश ने फिल्मों के बॉक्स ऑफिस को तबाह कर दिया. फ़िल्में टिकट खिड़की पर खड़ी होने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही हैं.
आईएमडीबी पर भी निराशाजनक माहौल
इंटरनेट फिल्म डेटाबेस आईएमडीबी पर शाबास मिठू के लिए खबर लिखे जाने तक महज 100 से कुछ ज्यादा यूजर रेट करने आए हैं. उस पर भी रजिस्टर्ड यूजर्स ने स्पोर्ट्स ड्रामा को 10 में से महज 3.3 रेट किया है. यहां तो हिट का हाल और ज्यादा बुरा है. करीब 36 यूजर रेट करने आए और 10 में से 3.9 रेट किया है. यह बहुत निराशाजनक है और दर्शकों के ठंडे उत्साह की गवाही दे रहा है. माना जा सकता है कि फिल्म का कारोबार ऐसा देखने को नहीं मिलेगा जिसे लेकर ट्रेड सर्किल उत्साहित हो.
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