New

होम -> सिनेमा

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 02 नवम्बर, 2021 06:31 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
  • Total Shares

बॉलीवुड के 'बादशाह' शाहरुख खान इस वक्त अपने जीवन के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. उनके बड़े बेटे आर्यन खान को ड्रग्स केस में आरोपी बनाया गया है. वो 25 दिनों तक सलाखों के पीछे रहने के बाद रिहा होकर घर पहुंचे हैं. आर्यन खान की रिहाई को उनके पिता शाहरुख खान के बर्थडे पर उनका सबसे बड़ा गिफ्ट माना जा रहा है. 'किंग खान' आज अपने पूरे परिवार के साथ अपना जन्मदिन मना रहे हैं.

2 नवंबर 1965 को दिल्ली में पैदा हुए शाहरुख 56 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनके चाहने वाले आज भी उनकी एक झलक पाने के लिए उनके घर 'मन्नत' के सामने इंतजार करते हैं. उनका दीदार हो जाने के बाद ही वहां से भीड़ हटती है. साल 1992 में ऋषि कपूर और दिव्या भारती की फिल्म 'दीवाना' से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत करने के बाद उन्होंने लोगों को अपना ऐसा दीवाना बनाया, जो आज तक बरकरार है.

img_20211102_155844-_110221052419.jpgअपने फिल्मी करियर के बुरे दौर में चल रहे हैं शाहरुख खान की फैमिली प्रॉबल्म भी बड़ी है.

हालांकि, उनका फिल्मी करियर पिछले कुछ वर्षों से ठीक नहीं चल रहा है, लेकिन उनके ब्रैंड वैल्यू में अभी कोई कमी नहीं आई है. 'किंग ऑफ रोमांस' शाहरुख खान के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनकी पांच ऐसी सफल फिल्मों के बारे में, जो मनोरंजन करने के साथ ही जीवन की अहम सीख भी देती हैं. इन फिल्मों से पता चलता है कि हमें वाकई अपना जीवन कैसे जीना चाहिए. फिल्मों का ब्यौरा और उनसे मिलने वाली सीख इस प्रकार है...

1. फिल्म:- कल हो ना हो (Kal Ho Na Ho)

28 नवंबर 2003 को रिलीज हुई फिल्म कल हो ना हो शाहरुख खान के करियर में बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है. करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी इस फिल्म में शाहरुख के साथ जया बच्चन, सैफ अली खान, प्रिती जिंटा और सुषमा सेठ अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म के शाहरुख के किरदार का नाम अम होता है, जो खुद को कभी भी गंभीरता से नहीं लेता. बिंदास तरीके से अपना जीवन जीता है. अपने आसपास के लोगों को खुश रखता है.

इस फिल्म का एक मशहूर डायलॉग है, ''आज...आज एक हंसी और बांट लो...आज एक दौर और मांग लो...आज एक आंसू और पी लो...आज एक जिंदगी और जी लो...आज एक सपना और देख लो...आज...क्या पता, कल हो ना हो...''

सीख क्या मिलती है:- सच कहा गया है कि भविष्य को कौन जानता, किसने देखा है कि आगे उसके साथ क्या होने वाला है. इसलिए आज में जीने की कोशिश करनी चाहिए. वर्तमान में खुश रहते हुए जीवन का खूब आनंद लेना चाहिए. क्या पता कल किसके साथ क्या हो जाए.

2. फिल्म:- डियर जिंदगी (Dear Zindagi)

साल 2016 में रिलीज हुई बॉलीवुड ड्रामा फिल्म डियर जिंदगी का निर्देशन गौरी शिंदे ने किया है. इसमें शाहरुख खान, आलिया भट्ट, कुनाल कपूर और अंगद बेदी मुख्य भूमिका मे हैं. फिल्म की कहानी एक लड़की कियारा (आलिया भट्ट) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे तीन बार प्यार होता है. तीनों बार वह प्यार के अलग नजरिए से वाकिफ होती है. तीसरे आशिक से अलग होने के बाद वो अपनी जिंदगी, कमिटमेंट और रिलेशनशिप को लेकर सोच में पड़ जाती है.

धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार होती जाती है. इसी दौरान एक मेंटल हेल्थ और अवेयरनेस सेमीनार में उसकी मुलाकात डॉ जग्स उर्फ जहांगीर (शाहरुख खान) से होती है, जो साइकोलॉजिस्ट हैं. उनसे बातचीत और काउंसलिंग के बाद कियारा की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है.

फिल्म का एक डायलॉग है, ''जब हम अपने आप को अच्छी तरह समझ लेते हैं, तो दूसरे क्या समझते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.''

सीख क्या मिलती है:- हमारे आसपास के लोग हमें लगातार जज करते रहते हैं. कुछ लोग हमें नीचे खींचकर गिराने की कोशिश करते हैं. लेकिन यदि हमने खुद को समझना शुरू कर दिया, तो इन बातों से हमारे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसलिए जरूरी है कि हम पहले खुद को समझें.

3. फिल्म- ओम शांति ओम (Om Shanti Om)

फराह खान के निर्देशन में बनी साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म ओम शांति ओम में शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, श्रेयस तलपड़े, किरण खेर और अर्जुन रामपाल प्रमुख रोल में हैं. इस रोमांटिक फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाए थे. इस फिल्म के एक गाने में बॉलीवुड के सभी बड़े कलाकारों ने हिस्सा लिया था, जो अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. फिल्म के गाने और रोमांस को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. फिल्म में शाहरुख खान का किरदार ओम प्रकाश एक डायलॉग बोलता है, ''If it is an unfavourable ending, it isn't the end!'' यानी किसी चीज का अंत यदि आपके प्रतिकूल हो, तो उसे अंत ही नहीं मानना चाहिए. इसी फिल्म का एक डायलॉग ये भी है, ''हमारी फिल्मों की तरह, हमारी जिंदगी में भी आखिर तक सबकुछ ठीक ही हो जाता है, हैप्पी एंडिंग.''

सीख क्या मिलती है:- हमें किसी भी परिस्थिति में निराश नहीं होना चाहिए. हरदम सकारात्मक बने रहना चाहिए. आज बुरा हो रहा है, तो जरूरी नहीं कि हर वक्त बुरा होगा. एक न एक दिन ऐसा आएगा, जब सबकुछ ठीक हो जाएगा. जीवन आनंदमय हो जाएगा.

4. फिल्म:- चक दे इंडिया (Chak De India)

साल 2007 में रिलीज हुई बॉलीवुड की मशहूर स्पोर्ट्स-ड्रामा फिल्म चक दे इंडिया ने देशभक्ति, महिला सशक्तिकरण और खेल को एक नए अंदाज में पेश किया था. इसमें सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान के साथ चित्राशी रावत, शिल्पा शुक्ला और सागरिका घाटगे अहम रोल में हैं. इस फिल्म को सभी कलाकारों के शानदार अभिनय, बेहतरीन पटकथा और दमदार डायलॉग की वजह से आज भी याद किया जाता है. फिल्म में शाहरुख खान एक हॉकी कोच कबीर खान के किरदार में होते हैं.

इस फिल्म का एक डायलॉग है, ''मैंने कहा था ना, टीम बनाने के लिए ताकत नहीं, नीयत चाहिए.''

सीख क्या मिलती है:- टीम भावना यदि मजबूत हो तो बड़े से बड़े जंग को आसानी से जीता जा सकता है. चाहे सीम पर लड़ रहे जवानों की टीम हो या फिर किसी कंपनी में काम कर रही टीम. इसके लिए लोगों की संख्या से ज्यादा, टीम बनाने वाले की नीयत पर निर्भर करता है कि वो कैसी टीम बना रहा है. यदि आप अपने टीम मेंबर पर भरोसा करते हैं, उनकी हौसलाफजाई करते हैं और उनमें एकता के गुण विकसित करते हैं, यकीन कीजिए कम संख्या में भी बहुत बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं.

#किंग ऑफ रोमांस, #किंग ऑफ रोमांस, #बॉलीवुड, Shah Rukh Khan Birthday, Shah Rukh Khan Movies, Happy Birthday SRK

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय