सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद रिलीज गाने से पंजाब के विवाद उभारने की 'साजिश'!
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के 26 दिन बाद उनका नया गाना रिलीज किया गया है. हमेशा विवादों में रहे मूसेवाला का ये गाना पंजाब-हरियाणा के बीच सतलुज नदी के पानी विवाद पर आधारित है. इतना ही नहीं इसमें किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा को भी दिखाया गया है. सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने इस गाने को रिलीज कराया है.
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सिंगर, एक्टर, रैपर और पॉलिटिशियन रहे सिद्धू मूसेवाला हमेशा विवादों में रहे. कभी अपनी हरकतों की वजह से तो कभी अपने गानों की वजह से. अपनी मौत के 26 दिन एक बार फिर मूसेवाला सुर्खियों में है. इस बार वजह उनका नया वीडियो सॉन्ग है, जिसे सिद्धू मूसेवाला के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है. चार मिनट नौ सेकंड के इस गाने में पंजाब-हरियाणा के बीच सतलुज यमुना लिंक नहर विवाद के बारे में बात की गई है. इसके साथ ही किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली के लाल किले पर जो हिंसा हुई थी, उसके विजुअल भी दिखाए गए हैं. इस गाने की शुरुआत आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता के उस बयान के साथ होती है, जिसमें वह लोगों से वादा कर रहे हैं कि यदि 2024 में पंजाब की तरह हरियाणा में भी अपनी उनके पार्टी की सरकार बनती है, तो वो हरियाणा को सतलुज-यमुना लिंक नहर का पानी दिलाएंगे.
सिद्धू मूसेवाला के नए वीडियो सॉन्ग में यह मैसेज देने की कोशिश की गई है कि पंजाब के पानी पर वहां के लोगों का हक है. वो अपना हक कभी नहीं छोड़ेगे. पानी की एक बूंद किसी को नहीं देंगे. पंजाबी अपने हक की रक्षा करना जानते हैं. इसके लिए किसान आंदोलन के समय दिल्ली के लाल किले पर जो हिंसा हुई थी उसका जिक्र किया गया है. इसके जरिए यह दिखाने की कोशिश की गई है कि पंजाबी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. इतना ही नहीं अलग-अलग आंदोलनों के दौरान विभिन्न जेलों में बंद लोगों को रिहा करने की बात भी कही गई है. इसमें किसान आंदोलन के दौरान भी कई किसान नेताओं को जेल में बंद किया गया था. इतना ही नहीं ये धमकी भी दी गई है कि यदि पंजाबियों के साथ कोई बुरा करेगा, तो उसे उसका अंजाम भी भुगतना होगा. इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जनरल डायर आदि का जिक्र किया है.
सिद्धू मूसेवाला के गाने में इंदिरा गांधी का जिक्र क्यों?
सतलुज यमुना लिंक नहर यानी एसवाईएल से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का गहरा जुड़ाव रहा है. दरअसल, पंजाब के गांव कपूरी में 8 अप्रैल 1982 को इंदिरा गांधी ने एसवाईएल नहर का नींव पत्थर रखा था. कपूरी पंजाब का अंतिम गांव है, इसके बाद हरियाणा की सीमा शुरू हो जाती है. यही नहर पंजाब और हरियाणा के बीच विवाद का कारण बनी थी. उस वक्त पंजाब में आतंकवाद भी चरम पर था. चरमपंथियों से मुकाबले के लिए इंदिरा गांधी ने ऑपरेशन चलाया था. इसके दो साल बाद ही 31 अक्टूबर 1984 में उनकी हत्या कर दी गई थी. इसलिए मूसेवाला ने उनका अपने गाने में जिक्र किया है. जनरल डायर का जिक्र जलियांवाला बाग नरसंहार की वजह से किया गया है, जिसकी हत्या सरदार ने उधम सिंह ने लंदन में जाकर की थी. दरअसल, 13 अप्रैल 1919 को पंजाब के जलियांवाला बाग में एकत्रित लोगों पर डायर ने गोलियां चलवा दी थी, जिसमें सैकड़ों की मौत हो गई थी.
क्या है एसवाईएल कंट्रोवर्सी, जिसका गाने में जिक्र है?
सिद्धू मूसेवाला के वीडियो सॉन्ग का टाइटल एसवाईएल है. एसवाईएल यानी कि सतलुज यमुना लिंक नहर. यह विवाद तभी से शुरू हो गया था जब पंजाब से अलग होकर हरियाणा नया राज्य बना था. साल 1966 में हरियाणा के अलग होने के बाद भारत सरकार ने पंजाब के पानी का भी आधा-आधा बंटवारा कर दिया था. इस पानी के पाने के लिए लिंक नहर की जरूरत थी. इसके निर्माण के लिए 1976 में हरियाणा ने पंजाब एक करोड़ रुपए भी दिए थे. लेकिन बाद में तत्कालीन पंजाब सरकार आनाकानी करने लगी. इसके बाद साल 1981 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्ञानी जैल सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री भजनलाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौजूदगी में एसवाईएल नहर निर्माण का समझौता किया था. इसके बाद 121 किमी लंबे नहर का निर्माण कराया गया, लेकिन आजतक इस नहर से हरियाणा को पानी नहीं मिल सका है.
विवादों में रहे गाने, गन कल्चर प्रमोट करने का आरोप
सिद्धू मूसेवाला पर गन कल्चर को प्रमोट करने का आरोप था. वो अक्सर सोशल मीडिया पर और वीडियो सॉन्ग में हथियारों के साथ दिखते थे. उनका एक म्युजिक वीडियो 'संजू' बहुत ज्यादा विवादों में था. इसमें अपने ऊपर लगे आर्म्स एक्ट के खिलाफ उन्होंने अपने गाने के जरिए विरोध दर्ज कराया था. उनका कहना था कि जिस तरह से संजय दत्त को आर्म्स एक्ट में फंसाया गया, उसी तरह उसके ऊपर भी झूठा केस दर्ज किया गया है. इस वीडियो में वो अत्याधुनिक हथियारों के साथ दिखे थे. इस म्युजिक वीडियो की वजह से उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. यह मामला पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट तक पहुंचा गया था. इस गाने पर अर्जुना अवार्ड विजेता ओलंपियन और पंजाब के फरीदकोट की एएसपी अवनीत सिद्धू ने भी ऐतराज जताया था. उनका कहना था कि पंजाबी म्युजिक वीडियो के लिए एक सेंसर बोर्ड बनाया जाना चाहिए. सिद्धू पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज था.
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