Sushan Singh Rajput death: डॉक्टर ने Bipolar Disorder का नाम लेकर नई बहस खड़ी कर दी
सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी (Sushant Singh Rajput suicide) मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. मुंबई पुलिस की रिपोर्ट की मानें तो सुशांत के डिप्रेशन का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने बताया है कि सुशांत Bipolar Disorder नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित थे, जिसकी वजह से उनके व्यवहार में काफी बदलाव आ गए थे.
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सुशांत सिंह राजपूत की मौत को एक महीने से ऊपर हो गए हैं. फिल्म इंडस्ट्री के कुछ बेहद चहेते स्टार में से एक सुशांत के जाने का गम बॉलीवुड के साथ ही फैंस को भी इतना लगा है कि वे अब तक यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि सुशांत ने खुदकुशी कर ली. सुशांत की खुदकुशी के पीछे डिप्रेशन, नेपोटिज्म, उनके साथ बॉलीवुड गैंग्स का आउटसाइडर जैसा व्यवहार करना समेत कई कई वजहें बताई जा रही हैं. सुशांत की मौत के बाद नेपोटिज्म का मुद्दा इतना उछला है कि फिल्म इंडस्ट्री दो हिस्सों में बंट गई है. कंगना रनौत ने बॉलीवुड के बड़े-बड़े चेहरों के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. इस बीच सुशांत की खुदकुशी मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं और बताया है कि सुशांत का इलाज कर रहे एक मनोचिकित्सक की मानें तो सुशांत Bipolar Disorder से जूझ रहे थे और ऐसा हो सकता है कि वो एक दिन इतने परेशान हो गए कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया.
मुंबई पुलिस की मानें तो उन्होंने सुशांत का इलाज कर रहे तीन मनोचिकित्सकों (psychotherapist) से पूछताछ की. डिप्रेशन के शिकार सुशांत नवंबर 2019 में डॉक्टर के पास गए. मुंबई पुलिस ने बताया कि सुशांत मामले की जांच के दौरान एक मनोचिकित्सक ने बताया कि सुशांत बायपोलर डिसऑर्डर से ग्रसित थे और इसकी वजह से वह काफी परेशान थे. बाकी दो डॉक्टरों ने बताया कि सुशांत काफी तनाव में थे. हालांकि, किसी डॉक्टर ने ये नहीं बताया कि किस कारण से सुशांत परेशान थे या उनके डिप्रेशन में जाने की वजह क्या थी. हालांकि, यह बात गले नहीं उतर रही है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति psychiatrists के पास तभी जाता है, जब उसे लगता है कि दुनिया उसकी बातें सही से समझ नहीं पा रही है और इस वजह से वह धीरे-धीरे सबसे दूर होने लगता है. अंत में वह मनोचिकित्सक के पास जाता है और अपने मन की बात शेयर करता है. ऐसे में ये अजीब लग रहा है कि सुशांत का इलाज कर रहे मनोचिकित्सकों को उनके डिप्रेशन की वजहें पता न हो.
सुशांत की मानसिक हालत ठीक नहीं थी?
मुंबई पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि सुशांत कुछ समय से काफी परेशान थे और उनका मूड काफी बदलता रहता था. कभी वह काफी खुश हो जाते थे और कभी इतने मायूस कि उन्हें सबसे चिढ़ होने लगती थी. कभी-कभी ऐसा होता था कि उनके व्यवहार ही पूरी तरह बदल जाता था और पूरी तरह शांत हो जाते थे. डॉक्टरों की मानें तो यह लक्षण Bipolar Disorder का है और Manic depression में सुशांत के साथ ये सब हो रहा था. सुशांत की इस समस्या के पीछे कौन सी कारगर वजह थी, ये तो नहीं पता चला है, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि उनके ऊपर काफी मानसिक दबाव था और इसकी वजह से धीरे-धीरे उनकी मानसिक स्थिति ऐसी होती गई, जहां उनके व्यवहार में काफी बदलाव होने लगा और वो परेशान रहने लगे. डॉक्टरों ने परोक्ष रूप से यही कहा कि सुशांत की मानसिक हालत ठीक नहीं थी.
Bipolar Disorder है क्या?
सुशांत सिंह के डिप्रेशन में होने की खबर तो पहले भी आती रही हैं, अब उनके Bipolar Disorder से ग्रसित होने की खबर आ रही है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि ये समस्या आखिर है क्या और सुशांत सिंह राजपूत इसकी चपेट में कैसे आए? सबसे पहले आपको बता दूं कि बायपोलर डिसऑर्डर की कोई सामान्य हिंदी नहीं है और इसे एक प्रकार की मानसिक बीमारी के रूप में समझ सकते हैं. इसे आप ऐसे समझ लें कि जब किसी किसी बात से परेशान होता और अपनी बातें किसी से शेयर नहीं कर पाता और अंदर ही अंदर घुटने लगता है तो सामान्य भाषा में डॉक्टर कहते हैं कि यह इंसान डिप्रेशन का शिकार हो गया है. ऐसी अवस्था में आप खुश नहीं रह पाते और मन में हमेशा बुरे विचार आते हैं. यह एक परेशानी की अवस्था है, जो कि bipolar disorder के अंतर्गत आती है. बायपोलर डिसऑर्डर से ग्रसित इंसान के व्यवहार में अचानक से बदलाव आने लगता है, वह भीड़ में भी अकेला महसूस करता है. किसी बात पर बहुत ज्यादा खुश हो जाता है तो कभी इतना उदास हो जाता है कि उसकी जीने की ख्वाहिशें मरने लगती है.
Bipolar Disorder में ये सब होता है
Bipolar Disorder से ग्रसित इंसान तीन तरह की अवस्था में रहता है, जिसे Mania, Hypomania और depression में बांटा गया है. मैनिया की स्थिति में इंसान काफी एनर्जेटिक, एक्साइटेड, आवेशपूर्ण और खुशी एवं जश्न के मूड में होता है. इस कंडिशन में इंसान ज्यादा खर्च करने लगता है या ड्रग का आदी हो जाता है. Hypomania की स्थिति में इंसान अपने काम में या रिश्तों को लेकर सहज होता है, लेकिन कभी-कभी आवेशित हो जाता है, जो कि परिस्थितिजन्य है. यह अवस्था इंसान के लिए ज्यादा नुकसानदेह नहीं है और माना जाता है कि ज्यादातर युवा पीढ़ी इस तरह की अवस्था में जाते हैं. लेकिन बायपोलर डिसऑर्डर का तीसरा फेज डरावना है, यानी डिप्रेशन में इंसान काफी उदास रहने लगता है और उसे शरीर में जान नहीं लगती. डिप्रेशन में लोग उम्मीदें छोड़ने लगते हैं और किसी भी काम में उनका मन नहीं लगता. ऐसी स्थिति में इंसान को कभी-कभी कई दिनों तक नींद ही नहीं आती है और कभी ऐसा होता है कि वह सोया ही रहता है. इस अवस्था की सबसे खराब बात ये है कि इंसान के दिमाग में खुदकुशी के खयाल आने लगते हैं और यह स्थिति अगर नहीं संभलती है तो इंसान एक दिन अपनी ज़िंदगी खत्म कर लेता है.
सुशांत की इस हालत के लिए जिम्मेदार कौन?
सुशांत सिंह राजपूत के बारे में पिछले एक महीने से जिस तरह की बातें सामने आई हैं, उससे इतना स्पष्ट हो रहा है कि सुशांत बहुत सी बातों से परेशान थे और उनके व्यवहार में काफी बदलाव भी आया था. बायपोलर डिसऑर्डर के लक्षणों की झलक से जुड़ी कई तरह की बातें सामने आई थीं. सुशांत पर ड्रग एडिक्ट होने के भी आरोप लगे. शिवसेना सांसद ने सुशांत की दिमागी हालत ठीक न होने और उन्हें दूसरों के लिए मुसीबतें खड़ी करने वाला इंसान बताया था. सुशांत के कई मौकों पर बहुत ज्यादा खुश या बहुत ज्यादा परेशान होने की बातें शेखर कपूर बोल चुके हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सुशांत की दिमागी हालत वाकई ठीक नहीं थी और वह किसी बात से काफी परेशान थे. ये तो रही उनकी मानसिक स्थिति की बातें, लेकिन वो कौन सी बातें थीं, जो सुशांत को परेशान कर रही थीं, इसकी पड़ताल जरूरी है. सुशांत से कौन मौके छिन रहा था या किसने उन्हें धमकी दी, ये बातें सामने आनी चाहिए.
‘सुशांत डॉक्टरों की बातें नहीं मानते थे’
मुंबई पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत के डॉक्टरों ने तो यहां तक बताया कि सुशांत न तो दवा समय पर लेते थे और न हीं उनकी बात मानते थे. कई बार वह डॉक्टरों के बुलाने पर भी नहीं गए. सुशांत को डॉक्टरों पर भरोसा भी नहीं होता था, इसलिए वह अक्सर डॉक्टर बदल लेते थे. सुशांत को लगता था कि डॉक्टर्स द्वारा दिए दवा का उनपर असर नहीं हो रहा है या डॉक्टर ठीक से उनका इलाज नहीं कर रहे हैं. लॉकडाउन से पहले तक सुशांत का डॉक्टर से मिलना होता था, बाद में वह वीडियो कॉल के जरिये ही सलाह-मशविरा करते थे. डॉक्टर का कहना है कि सुशांत ने 2-3 महीनों से दवा का सेवन बंद कर दिया था डॉक्टर द्वारा बताई बातों पर अमल नहीं कर रहे थे. मनोचिकित्सकों ने ये भी बताया कि सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती उनके साथ क्लिनिक आती थी. ऐसे में माना जा रहा है कि मुंबई पुलिस एक बार फिर रिया चक्रवर्ती से पूछताछ कर सकती है और वजह जानने की कोशिश करेगी कि आखिरकार किन बातों से सुशांत परेशान थे.
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