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Updated: 16 जून, 2020 05:39 PM
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सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Sushant Singh Rajput death news) का ग़म इतना विशाल रूप ले रहा है कि उनके चाहने वालों की ज़िंदगी भी निगल रहा है. बीते रविवार को सुशांत सिंह की खुदकुशी के बाद उनका परिवार बिखर सा गया है. अपने प्रिय देवर के जाने के ग़म में उनकी चचेरी भाभी सुधा देवी ने भी सोमवार को देह त्याग दिया. बिहार के पुर्णिया स्थित सुशांत के पैतृक गांव मलडीहा में रह रहीं सुधा देवी का सुशांत के अंतिम संस्कार के वक़्त निधन हो गया. सुधा देवी सुशांत की मौत से इतनी दुखी थी कि उन्होंने भोजन-पानी त्याग दिया था और आखिरकार सोमवार शाम सदमे से उनकी भी मौत हो गई.

सुशांत सिंह का इस तरह जाना उनके परिवार से साथ ही करोड़ों फैंस के लिए ऐसा ग़म है जिसकी टीस उन्हें रुला रही है, परेशान कर रही है और सोचने पर मजबूर कर रही है क्या सुशांत की मौत को महज खुदकुशी बताकर भुला दिया जाएगा. लेकिन नहीं, अब बात न्याय की है. सुशांत की फैमिली को न्याय चाहिए. ऐसी व्यवस्था से न्याय चाहिए, जिसने उनकी हंसती-खेलती जिंदगी को बर्बाद कर दिया और उन्हें इस मोड़ पर ला खड़ा किया, जहां सुशांत को ज़िंदगी से ज्यादा मौत प्यारी लगने लगी. सोशल मीडिया पर आवाज उठने लगी है कि बॉलीवुड के गिरोहों का पर्दाफाश हो. बॉलीवुड स्टार्स दो खेमे में बंट गए हैं.

Sushant Singh Rajput Professional Rivalry Depressionसुशांत के बचपन की तस्वीर, जिसमें वह अपनी बहनों के साथ दिख रहे हैं (फोटो- सोशल मीडिया)

एक फैमिली उजड़ गई, कितनों के सपने टूट गए

रविवार दोपहर जब सुशांत की खुदकुशी की खबर आई, तो जैसे मातम छा गया. पटना में रह रहे सुशांत के पिता, मुंबई समेत देश के अन्य हिस्सों में रह रहीं उनकी बहनें, पुर्णिया से लेकर पटना और दिल्ली से लेकर मुंबई समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे दोस्त और फैंस के लिए यह खबर ऐसी थी, जिसपर वे विश्वास नहीं कर पा रहे थे. एक जिंदादिल बेटे को खोने के बाद पिता की बेबसी और आंखों में दर्द, अपने भाई को खोने के ग़म में बार-बार बेहोश हो रहीं बहनें और दोस्त-फैंस के आंसू, यह व्यर्थ तो नहीं जाने दिया जाएगा. हर एक आंसू का जवाब चाहिए इन लोगों को. सुशांत की मौत को पचा पाना बिल्कुल आसान नहीं है. सुशांत को पुर्णिया के मलडीहा में में गुलशन नाम से जाना जाता है. अपने होनहार को खोने के बाद जैसे पुर्णिया का गुलशन उजड़ गया. लाखों की आबादी वाली पुर्णिया से लेकर करोड़ों की आबादी वाला बिहार अपने लाल को इस कदर खोकर टूट चुका है.

उठने लगीं बॉलीवुड से आवाजें

सुशांत की मौत के बाद जो बातें सामने आ रही हों, चाहे वह प्रोफेशनल राइवलरी का हो, सुशांत के करियर को लेकर हो या कोई और रहस्य, इसके बाद सोशल मीडिया पर #JusticeForSushantSinghRajput कैंपेन शुरू हो गया है. लोग सुशांत की मौत के पीछे नेपोटिज्म, भेदभाव, फिल्मों से निकाल देने और आउटसाइडर समझने के साथ ही कई वजहें मानते हैं. ये वजहें सही भी हो सकती हैं. जिस तरह सुशांत की मौत के बाद कंगना रनौत, शेखर कपूर और रणवीर शौरी, रवीना टंडन जैसी सेलिब्रिटी बाहर आकर बयान दे रहे हैं कि नेपोटिज्म, पेशेवर प्रतिद्वंदिता के घिनौना रूप और भेदभाव ने सुशांत को खुदकुशी जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर किया. इन लोगों ने कहा कि बॉलीवुड में गुटबाजी होती है और एक गिरोह काम करता है, जो आउटसाइडर्ड को टारगेट कर उन्हें इतना परेशान करता है कि वह खुद को कमजोर समझने लगता है. ऐसी स्थिति में वह डिप्रेशन समेत कई परेशानियों का शिकार हो जाता है.

महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस को जांच के दिए निर्देश

सुशांत की मौत के बाद जब एक-एक करके तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं तो पता चल रहा है कि सुशांत की मौत के पीछे उनके साथ भेदभाव, नेपोटिज्म और अच्छी-अच्छी फिल्मों के मौके हाथ से जाना एक बड़ी वजह है. इन वजहों से सुशांत परेशान थे और एक दिन उन्होंने ज़िंदगी खत्म करने का फैसला किया. सुशांत को न्याय दिलाने की मांग तेज हुई तो महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने बयान जारी कर कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के कारणों की जांच होगी और प्रोफेशनल राइवलरी एंगल की भी गहन पड़ताल होगी. इससे पहले रविवार को ही सुशांत की फैमिली ने इस मामले की जांच की मांग की थी और कहा था कि सुशांत इतने कमजोर नहीं थे कि खुदकुशी करते.

डिप्रेशन के पीछे की वजह क्या थी?

इस बीच सुशांत की मौत के बाद उनके घर से मिले कागजात खंगालने के बाद पुलिस ने कहा कि सुशांत पिछले 6 महीने से डिप्रेशन का इलाज करा रहे थे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबने की वजह से मौत होने की पुष्टि हुई. लेकिन ये सबकुछ सामान्य नहीं लगता. सुशांत ने सुसाइड नोट नहीं छोड़ा. न किसी तरह की हालिया परेशानी का जिक्र हुआ. हफ्ते भर पहले तक वह इंस्टाग्राम पर एक्टिव दिखे. ऐसे में वो क्या वजह थी जो सुशांत को धीरे-धीरे खोखला करती गई. जो इंसान दूसरों को खुश रहने की सलाह देता था, अपने दोस्तों, चाहने वालों और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को अपनी प्रतिभा का कायल बनाता था और जिसने जीवन में वो सब किया, जिसकी चाहत रखता था, फिर ऐसा किया हुआ कि उसे आत्महत्या के रास्ते पर कदम बढ़ाना पड़ा.

न्याय चाहिए, ताकि कोई और सुशांत न मरे

सुशांत की इस कदर मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. लोग फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत, बॉलीवुड के कुछ बड़े गिरोह और उनसे जुड़े लोगों के प्रति गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. चाहे खान्स में सलमान खान हो, कपूर्स में सोनम कपूर हों, आलिया भट्ट हो, करण जौहर समेत बाकी लोग हों, ये सब सोशल मीडिया पर सुशांत के चाहने वालों के निशाने पर हैं. जिस किसी भी कलाकार ने जाने-अनजाने सुशांत का दिल दुखाया था, वो सब सुशांत की मौत के दोषी माने जा रहे हैं. इन सब बातों और घटनाक्रम से यही लग रहा है कि सुशांत की मौत ने बॉलीवुड के ऐसे रहस्य उजागर कर दिए हैं, जो फिल्मी काल्पनिकता से परे हकीकत की अदाकारी करती दिख रही है और इसमें वह गिरोह बेनकाब हो रहा है, जिसने सुशांत की जिंदगी को नर्क बनाने की कोशिश की. सुशांत की फैमिली को न्याय इसलिए जरूरी है, क्योंकि इससे सुशांत जैसे हजारों कलाकारों की जिंदगी बॉलीवुड के महाजाल में फंसने से बचने और निर्दयी गिरोहों का सामना करने की हिम्मत जुटा पाएगी.

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