The Kerala Story Trailer Review: इस्लामिक जिहाद की दिल झकझोर देने वाली दास्तान
The Kerala Story Trailer Review in Hindi: इस्लामिक जिहाद पर आधारित फिल्म 'द केरल स्टोरी' 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी इस जबरदस्त फिल्म का दिल झकझोर देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है. इसमें हिंदूओं के धर्मांतरण की सच्ची दास्तान पेश की गई है.
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केरल में धर्मांतरण हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रहा है. हमेशा आरोप लगते रहे हैं कि वहां के गरीब और आदिवासी हिंदूओं को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करके क्रिश्चियन बना दिया जाता है. लेकिन पिछले एक दशक के दौरान एक नया बदलाव देखने को मिला. दुनिया में आतंक का पर्याय बन चुके इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस ने केरल में पांव पसारना शुरू कर दिया. यहां से बड़ी संख्या में लड़के और लड़कियों का माइंड वॉश करके इस्लाम धर्म कबूल कराया गया और उन्हें अफगानिस्तान, यमन, सीरिया सहित विदेशी मुल्कों में इस्लाम के नाम पर लड़ने के लिए भेज दिया. एक रिपोर्ट के अनुसार एक या दो नहीं 30 हजार से अधिक लड़कियों के साथ धोखा करके ऐसा किया गया है. इसी संवेदनीशल मुद्दे पर आधारित एक फिल्म 'द केरल स्टोरी' 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है.
फिल्म 'द केरल स्टोरी' 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है.
सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी जबरदस्त फिल्म 'द केरल स्टोरी' का दिल झकझोर देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है. इसमें हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण और उन्हें आतंकी बनाए जाने की सच्ची दास्तान पेश की गई है. इस फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बिहानी, सिद्धि इदनानी, विजय कृष्णा, प्रणय पचौरी और प्रणव मिश्रा अहम भूमिकाओं में हैं. मशहूर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर विपुल अमृतपाल शाह इसके क्रिएटर हैं. फिल्म की कहानी सुदीप्तो, विपुल और सूर्यपाल सिंह ने लिखी है, जो कि इसका सबसे मजबूत पक्ष नजर आ रहा है. फिल्म की कहानी, पटकथा और संवाद बहुत ही प्रभावशाली लग रहा है. इस फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद विवेक अग्निहोत्री की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की याद आ जाती है. इसमें उसी तरह की आग दिख रही है, जो बॉलीवुड के पाप स्वाहा कर सकती है.
''मेरा नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था. मैं नर्स बनकर लोगों की सेवा करना चाहती थी. अब मैं फातिमा बा हूं. अफगानिस्तान की जेल में बंद एक आईएसआईएस आतंकी. मैं अकेली नहीं हूं. मेरे जैसी 32000 लड़कियां धर्मांतरित होकर सीरिया और यमन के रेगिस्तान में दफन हो चुकी हैं. केरल में एक सामान्य सी लड़की को एक खूंखार आतंकी बनाने का सबसे खतरनाक खेल चल रहा है. वो भी खुलेआम. क्या कोई नहीं रोकेगा इसे? ये है मेरी कहानी. ये उन 32000 लड़कियों की कहानी है. ये द केरल स्टोरी है''...फिल्म की एक किरदार शालिनी उन्नीकृष्णन की ये आपबीती किसी का भी दिल झकझोर सकती है. अदा शर्मा ने शालिनी का किरदार किया है, जो कि फिल्म की कहानी के केंद्र में है. उसके जरिए ही फिल्म के मेकर्स ने इस दिल दहला देने वाली दास्तान को रूपहले पर्दे पर पेश करने की कोशिश की है.
The Kerala Story Trailer देखिए...
फिल्म 'द केरल स्टोरी' के 2 मिनट 45 सेकेंड के ट्रेलर की शुरूआत में दिखाया जाता है कि केरल के एक हिंदू परिवार की लड़की शालिनी उन्नीकृष्णन अपने परिवार के साथ बहुत खुश है. घर में मां और दादी है, जो उसे बहुत प्यार करती है. इसके बाद ट्रेलर के अगले फ्रेम में दिखाया जाता है कि शालिनी आर्मी की ड्रेस पहने कुछ लोगों के सामने बंधक बनी खड़ी हुई है. उससे पूछा जाता है कि उसने आईएसआईएस कब ज्वाइन किया. इस पर शालिनी कहती है, ''आईएस कब ज्वाइन किया, ये जानने के लिए क्यूं ज्वाइन किया, कैसे ज्वाइन किया, ये जानना जरूरी है सर.'' अगले फ्रेम में दिखाया जाता है कि शालिनी पढ़ने के लिए घर से दूर जाती है. वहां कॉलेज में दाखिला लेने के बाद उसे हॉस्टल मिल जाता है. उसके कमरे में पहले से तीन-चार मुस्लिम लड़कियां भी होती हैं. उनका मानना है कि इस दुनिया को केवल अल्लाह चलाता है.
इसके बाद दिखाया जाता है कि वो लड़कियां अन्य लड़कों के साथ कुछ मुस्लिम धर्म गुरुओं से मिलती है. धर्म गुरु उनसे कहते हैं, ''उन्हें करीब लाओ. खानदान से जुदा करो. जिस्मानी रिश्ते बनाओ. जरूरत पड़े तो उन्हें प्रेग्नेंट करो. और जल्द से जल्द अगले मिशन के लिए निकल पड़ो.'' इसके बाद मुस्लिम लड़कियां अपने मिशन पर लग जाती हैं. एक दिन वो शालिनी और उसकी दोस्त से पूछती हैं कि वो दोनों किस गॉड को मानते हैं. इस पर शालिनी भगवान शंकर का नाम लेती है. मुस्लिम लड़की तुरंत कहती है कि जो गॉड अपनी वाइफ के मरने पर कॉमनमैन की तरह रोता हो, वो किसी का गॉड कैसे हो सकता है. इसी बीच शालिनी और उसके दोस्त के साथ छेड़खानी की घटना होती है. मुस्लिम लड़की उनसे कहती है कि यदि वो हिजाब पहनी होती तो उनके साथ ऐसा नहीं होता. वो हिजाब पहनती हैं, इसलिए बची रहती हैं.
शालिनी और उसकी दोस्त उनकी जाल में फंस जाती है. मुस्लिम लड़कियों की तरह रहने लगती हैं. धर्म गुरुओं के पास जाती हैं. इसी दौरान शालिनी को एक मुस्लिम लड़का अपने प्रेमजाल में फंसा लेता है. उससे निकाह करता है और लेकर सीरिया चला जाता है. इस तरह एक मासूम लड़की इस्लामिक साजिश का शिकार होकर आतंकी बन जाती है. फिल्म के दिल दहला देने वाले कई संवाद और सीन हैं. ऐसी सच्ची घटना को लिखने और उसे पर्दे पर दिखाने का साहस होना चाहिए, जो विपुल शाह और सुदीप्तो सेन ने किया है. विपुल कहते हैं, ''मेरी फिल्म वर्षों के शोध और सच्ची कहानियों का एक मिश्रण है. इसे पहले कभी इसके बारे में बताने की हिम्मत नहीं की गई. यह कई छिपे हुए सत्य को उजागर करेगी जो लंबे समय से छिपे हुए हैं. ये धार्मिक कट्टरता को उजागर करेगी. भारत के खिलाफ रची जा रही साजिश के बारे में जागरूक करेगी.
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