Undekhi 2 Review: दूसरे सीजन में भी रोमांच बनाए रखने में सफल साबित होती है अनदेखी
Undekhi 2 Web series Review in Hindi: ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर वेब सीरीज 'अनदेखी' का दूसरा सीजन स्ट्रीम हो रहा है. आशीष आर शुक्ल के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज में हर्ष छाया, दिव्येंदु भट्टाचार्य, सूर्य शर्मा, आंचल सिंह, अपेक्षा पोरवाल, अंकुर राठी, नंदीश सिंह संधू और मेयांग चांग अहम रोल में हैं.
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ओटीटी की दुनिया में 'कंटेंट इज किंग' होता है. यहां स्टारडम कुछ लोगों तक सीमित नहीं रहती. कहानी के अनुसार जिसने भी शानदार अभिनय प्रदर्शन किया, वो स्टार बन जाता है. पंकज त्रिपाठी, मनोज बाजपेयी, अली फजल, विक्रांत मैसी, दिव्येंदु शर्मा, जयदीप अहलावत और नीरज काबी जैसे कलाकार इस बात के सबसे बड़े उदाहरण हैं. यदि मिर्जापुर जैसी वेब सीरीज नहीं बनती, तो पंकज त्रिपाठी जैसा कलाकार कभी स्टार नहीं बन पाता. दूसरी तरफ बड़े से बड़े कलाकार भी ओटीटी पर फ्लॉप दिखे हैं. क्योंकि उनकी वेब सीरीज का कंटेंट उतना दमदार नहीं था. उदाहरण के लिए डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही अजय देवगन की वेब सीरीज 'रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस' को देख लीजिए. इतने बड़े सुपरस्टार के होने बावजूद सीरीज दर्शकों पर प्रभाव नहीं छोड़ पाई है. इसके विपरीत एक ऐसी वेब सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही है, जिसमें कोई बड़ा स्टार नहीं है, लेकिन अपनी कहानी के दम पर दर्शकों को अंतिम एपिसोड के अंतिम सीन बांधे रखती है. इस वेब सीरीज का नाम 'अनेदखी 2' है, जिसका पहला सीजन साल 2020 में स्ट्रीम हुआ था.
ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज 'अनदेखी 2' इस वीकेंड बिंच वॉच की जा सकती है.
अप्लॉज एंटरटेनमेंट और बानीजे एशिया के बैनर तले बनी इस वेब सीरीज 'अनदेखी 2' की कहानी अमेय सारदा, अनाहता मेनन, दीपक सेगल और सुमीत बिश्नोई ने लिखी है. दाद देनी होगी लेखन टीम को जिसने पहाड़ों के घुमवादार रास्तों के बीच एक ऐसी सीधी, सपाट और शानदार कहानी रची है, जिसे देखने वाले एपिसोड-दर-एपिसोड डूबते चले जाते हैं. हर्ष छाया, दिब्येंदु भट्टाचार्य, सूर्य शर्मा, आंचल सिंह, अपेक्षा पोरवाल, अंकुर राठी, नंदीश सिंह संधू और मेयांग चांग जैसे कलाकार बिना किसी स्टार वैल्यू के अपने दमदार अभिनय प्रदर्शन के दम पर प्रभावी लगते हैं. निर्देशक आशीष आर शुक्ल ने भी बेहतरीन काम किया है. वो नकलची निर्देशकों की जमात से बाहर के लगते हैं. अपनी सहज और प्राकृतिक निर्देशन कला के लिए जाने जाते हैं. उनका पूरा जोर कहानी को कुदरती कमाल के साथ दिखाने पर रहता है. रूपहले पर्दे पर वो नकली जज्बात जगाने से परहेज करते हैं. यही वजह है उनकी वेब सीरीज अप्लॉज एंटरटेनमेंट के ही बैनर तले बनी दूसरी वेब सीरीज 'रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस' से बहुत बेहतर बन पड़ी है. जो दर्शकों में रोमांच जगाते हुए दिलचस्पी बनाए रखती है.
Undekhi 2 Web series की कहानी
वेब सीरीज 'अनदेखी' के दूसरे सीजन की कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां पहले सीजन की कहानी खत्म हुई थी. अटवाल फैमिली में एक डांसर की हत्या के बाद वीडियो टीम के मेंबर अपनी जान बचाने के लिए भागते हैं. रिंकू अटवाल (सूर्या शर्मा) अपने आदमियों के साथ उनका पीछा करता है. ताकि उनको मारकर सबूत मिटा सके. लेकिन घायल कोयल (अपेक्षा पोरवाल) को एंबुलेंस में लेकर डीएसपी बरुण घोष (दिब्येंदु भट्टाचार्य) भाग निकलता है, तो दूसरी तरफ ऋषि के मरने के बाद उसके दोस्त वहां से भाग निकलते हैं. रास्ते में रिंकू डीएसपी घोष को रोकर एंबुलेंस चेक करता है, लेकिन कोयल गायब होती है. दरअसल, डीएसपी घोष उसे दूसरे एंबुलेंस से जंगल के रास्ते वहां से भेज देता है. इधर रास्ते में पुलिस की टीम एंबुलेंस को रोकने की कोशिश करती है. ड्राइवर भागने के चक्कर में खाई में जा गिरता है. कोयल पानी में बह जाती है. ड्राइवर घायल हो जाता है. पकड़ा जाता है. लेकिन मुंह नहीं खोलता कि कोय़ल कहां है. उसके दोस्त रास्ते में मारे जाते हैं. इसके बाद कोयल वहां से भागने की बजाए अटवाल परिवार से बदला लेने की तैयारी करती है.
डीएसपी बरुण घोष को कोलकाता से कॉल आती है कि कोयल को मरा हुआ मानकर उसका केस बंद कर दिया गया है. इसलिए उसे मनाली से वापस आना होगा. वो चला जाता है, लेकिन जाते-जाते रिंकू अटवाल के छोटे भाई दमन अटवाल (अंकुर राठी) की पत्नी तेजी ग्रेवाल (आंचल सिंह) को एक दवा दे जाता है, जिसे वो रिंकू को मार सकती है. तेजी धीरे-धीरे अटवाल फैमिली के गैर-कानूनी धंधों के बारे में पता करती है. उसे भी अपने पिता के अपमान का बदला लेना है. इसी बीच खेल में एक नए किरदार का प्रवेश होता है. समर्थ के किरदार में आते ही नंदीश संधू अपनी जगह बनाने में कामयाब हो जाते हैं. समर्थ अटवाल फैमिली का बिजनेस पार्टनर होते हुए भी उनके खिलाफ होता है. वो तेजी के साथ मिलकर उनको बर्बाद करने की साजिश करने लगता है. अब सवाल ये खड़ा होता है कि क्या अटवाल फैमिली से तेजी और कोयल बदला ले पाती हैं? क्या डीएसपी बरुण घोष दोबारा मनाली आकर अपना केस सॉल्व करके अपराधियों को गिरफ्तार कर पाता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए ये वेब सीरीज देखनी होगी. यही सीरीज का रोमांच हैं.
Undekhi 2 Web series की समीक्षा
वेब सीरीज 'अनदेखी' सीजन 2 का सबसे मजबूत पक्ष ये है कि मेकर्स ने इसकी कहानी को नई दिशा में आगे बढ़ाते हुए रोमांच बनाए रखा है. पहले सीजन को देखने के बाद दर्शकों में जो दिलचस्पी जगी होती है, वो दूसरे सीजन में भी बदस्तूर जारी रहती है. हालांकि, पहले सीजन की सफलता को दूसरे में दोहरा पाना मुश्किल माना जाता है, लेकिन स्पष्ट योजना के साथ लौटी मेकर्स की टीम इसे सफलता पूर्वक निष्पादित करती है. जहां कलाकारों के प्रदर्शन की बात है, तो हर कलाकार ने अपना सौ फीसदी दिया है. लेकिन रिंकू अटवाल के किरदार में सूर्या शर्मा सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं. पहले सीजन की तरह दूसरे में भी उनके किरदार को विस्तार दिया गया है. एक वफादार बेटे, माफिया और अपराधी के रूप में वो अपनी अलहदा आदाकारी से एक अलग जगह बनाने में कामयाब रहते हैं. वहीं, एक पुलिस अफसर के किरदार में दिव्येंदु भट्टाचार्य अपनी छाप छोड़ने में सफल रहते हैं. हालांकि, उनके किरदार को इस सीजन में कम जगह दी गई है, लेकिन कम स्क्रीन स्पेस मिलने के बावजूद उन्होंने हमेशा की तरह प्रभावित किया है.
यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि अभिनेता हर्ष छाया ने नशे में धुत पापाजी के किरदार में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ अभिनय प्रदर्शन किया है. उनके नशे में धुत पंजाबी गालियां वास्तविक लगती हैं, क्योंकि वह अपने चरित्र को पूरी क्षमता के साथ जीते हैं. अपेक्षा पोरवाल कोयल के किरदार में अपनी बहन की हत्या का बदला लेने के लिए आग में जल रही एक लड़की के रूप में दर्शकों के दिल में सहानुभूति पैदा करती हैं. उन्होंने अपने अभिनय प्रदर्शन से एक आदिवासी लड़की को जीवंत कर दिया है, जो कि अंदर से मजबूत लेकिन बाहर से मासूम दिखती है. तेजी ग्रेवाल के किरदार में आंचल सिंह ने भी किरदारों और कलाकारों की भीड़ अपनी अलग पहचान बनाई है. अटवाल फैमिली से नफरत करने से लेकर किसी भी तरह से उनमें से एक बनने तक की उनकी यात्रा उल्लेखनीय है. भविष्य में नए किरदारों में उनको देखना दिलचस्प होगा. इसके साथ ही मनाली की वादियों में फिल्माए गए सीन बहुत ही मनोहारी लगते हैं. सिनेमैटोग्राफी से लेकर एडिटिंग तक अच्छे से की गई है. बैकग्राउंड स्कोर हर सीन पर सटीक लगते हैं. कुल मिलाकर, 'अनदेखी' का दूसरा सीजन पहले की तरह रोमांचक है. कहानी से लेकर कलाकारों के अभिनय प्रदर्शन तक उम्दा है. इस संडे लंच के बाद बिंच वॉच किया जा सकता है.
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