Unpaused: प्राइम वीडियो की इन 5 कहानियों में नजर आएगा महामारी का दूसरा पहलू
अमेजन प्राइम वीडियो का नया शो 'अनपॉज्ड: नया सफर' 21 जनवरी से स्ट्रीम होगा. इसमें पांच अलग-अलग कहानियां हैं जो महामारी के हालात को केंद्र में रखकर बनाई गई हैं. शो का एक आकर्षण नागराज मंजुले के निर्देशन में बैकुंठ भी है.
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अमेजन प्राइम वीडियो ने आज अपने नए वेब शो 'अनपॉज्ड: नया सफर' का ट्रेलर लॉन्च किया है. यह एंथोलॉजी है जिसमें पांच अलग-अलग कहानियां दर्शकों को देखने को मिलेंगी. खास बात यह है कि कहानियों का निर्देशन जाने-माने निर्देशक कर रहे हैं और इसमें से एक तो नागराज मंजुले हैं जिनकी मराठी फिल्म सैराट और फैंड्री ने देशभर का ध्यान खींचा था. 'अनपॉज्ड: नया सफर' में तीन तिगाड़ा, द कपल, गोंड के लड्डू, वॉर रूम और वैकुंठ के रूप में पंच कहानियां हैं. नागराज, बैकुंठ को निर्देशित कर रहे हैं.
जबकि रुचिर अरुण तीन तिगाड़ा, नुपुर अस्थाना द कपल, शिखा माकन गोंड के लड्डू और अयप्पा केएम वॉर रूम का निर्देशन करेंगे. एंथोलॉजी की खासियत महामारी में आशा, सकारात्मकता और मानवीय भावनाओं से ओतप्रोत कहानियां हैं. पांचों कहानियों में साकिब सलीम, प्रियांशु पेन्युली, नीना कुलकर्णी, गीतांजलि कुलकर्णी और हनुमंत भंडारी मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे. ये दूसरा सीजन है. पहले सीजन में भी कोरोना महामारी के बाद की कहानियां दिखाई गई थीं और वेबशो यूनिक लगा था. यह डिजिटल की अपनी जरूरतों में सटीक भी बैठता है.
दर्शक इस बार भी यूनिक मनोरंजन की उम्मीद कर सकते हैं. शो प्राइम वीडियो पर 21 जनवरी से स्ट्रीम किया जाएगा.
यहां नीचे ट्रेलर देख सकते हैं:-
'अनपॉज्ड: नया सफर' के ट्रेलर में महामारी के बाद के हालात की तस्वीरें हैं. वह सबकुछ जो देखने को मिला था और असंख्य लोगों ने उसके दुष्परिणाम झेले भी. लोग अचानक से महामारी के भंवर में फंस गए. उन्हें समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है. हर कोई अपने फ्रंट पर चुनौतियों का सामना कर रहा है. किसी को कारोबार में नुकसान हुआ तो किसी ने सिर्फ महामारी की वजह से अपनी नौकरी गंवा दी. कोई भूखे पैदल सफ़र में जूझ रहा था.
लॉकडाउन में लोग अपनों से मिल नहीं पा रहे थे और अस्पतालों में परिजनों को बेड नहीं मिलने पर उनके अपने लोग परेशान थे. शो में महामारी की दुश्वारियां नजर आती हैं मगर ऐसा नहीं कि उससे लड़ाई नहीं दिखती. एक ऐसे वक्त में जब हर तरफ अफरा तफरी है- उम्मीद, दोस्ती, प्यार और मानवता की मिसालें भी नजर आती हैं.
पूरी तरह डिजिटल के मुफीद है प्राइम वीडियो का नया शो
'अनपॉज्ड: नया सफर' के पांच काहनियों में बस इसी चीज को दिखाने की कोशिश की गई है. यानी महामारी के तांडव में कैसे लोगों ने अपने स्तर पर उससे निपटने के तरीके खोजे, उन्हें किस तरह मदद मिली और उन्होंने कितना संघर्ष किया- नए शो में दिखाने की तैयारी है. पहले एडिशन में वेब शो का कांसेप्ट लीक से हटकर था. डिजिटल पर जिस तरह के कंटेंट की उम्मीद की जाती है अनपॉज्ड: नया सफर उसकी गारंटी देता दिख रहा है. पहली नजर में ट्रेलर असरदार नजर आ रहा है. वैसे हिंदी में एंथोलॉजी बनाने का चलन कम है.
अनपॉज्ड: नया सफर को दर्शक पसंद कर सकते हैं.
स्टारकास्ट बड़ी नहीं, कंटेंट पर ही होगा दारोमदार
ट्रेलर से शो को निगेटिव चीज समझ में आ रही है वह है स्टारकास्ट. चेहरे जाने-पहचाने हैं और उन्होंने अपने काम से प्रभावित भी किया लेकिन पांचों कहानियों में ऐसा एक भी चेहरा नहीं दिखता जो दर्शकों के व्यापक हिस्से को आकर्षित करता नजर आ रहा हो. हिंदी में किसी कंटेंट की लोकप्रियता का पहला आधार तो हमेशा से स्टारकास्ट ही रहा है. इस मायने में अनपॉज्ड कमजोर है. हालांकि वेब शोज की खासियत ही स्टारकास्ट की बजाय उसकी मेकिंग और कंटेंट में होती है. देखने में आया है कि तमाम अच्छे कंटेंट जिसमें बड़े चेहरे नहीं थे खूब देखे गए. अगर अनपॉज्ड का कंटेंट बढ़िया रहा स्टारकास्ट उसके लिए मुश्किल नहीं होगी. वैसे भी नागराज मंजुले का प्रोजेक्ट से जुड़ना एक बड़ा आकर्षण तो बना रहेगा.
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