Saif Ali Khan: अब एक्टर के रूप में एक ऐसी रेस में हैं जहां हार-जीत का रिस्क नहीं!
Vikram Veda में रितिक रोशन के साथ Saif Ali Khan भी हैं. सैफ की कई फ़िल्में एक एक कर फ्लॉप हुई है लेकिन उन्हें लगातार बड़ी बड़ी फ़िल्में भी मिल रही हैं. क्या सैफ ऐसे एक्टर हैं जो अब हिट फ्लॉप की रेस में नहीं दौड़ रहे.
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विक्रम वेदा का आज पहला लुक सामने आया है. रितिक रोशन के जन्मदिन के मौके पर मेकर्स ने उनके किरदार 'वेदा' का पहला लुक जारी किया. विक्रम वेदा असल में बेताल पचीसी का मॉडर्न अडाप्शन है. इसे चार साल पहले तमिल में बनाया गया था अब हिंदी में बनाया जा रहा है. रितिक रोशन के साथ सैफ अली खान और राधिका आप्टे भी अहम भूमिकाओं में हैं. सैफ ने विक्रम का किरदार निभाया है. मूल तमिल में सैफ वाला किरदार आर माधवन ने किया था. विक्रम असल में एक पुलिस अफसर है. जबकि वेदा एक गैंगस्टर. तमिल वर्जन में वेदा का किरदार विजय सेतिपति ने निभाया था.
पहला लुक आने के बाद सैफ अली खान की भी चर्चा हो रही है. सैफ पिछले तीन दशक से बॉलीवुड में सक्रिय हैं. अभिनेता के रूप में अगर उनका करियर देखें तो काफी कूल नजर आता है. वे हमेशा से ही ऐसे अभिनेता रहें जिनके कंधों पर शायद फिल्मों की सफलता असफलता का बहुत बोझ नहीं रहा. पहले का जो भी रहा हो लेकिन पिछले पांच छह सालों में साफ़-साफ़ दिखता है कि एक एक्टर के रूप में सैफ ऐसी रेस में दौड़ रहे हैं जहां हार जीत का कोई रिस्क नहीं है. सैफ की पहचान अब सुपरस्टार की बजाय प्योर अभिनेता के रूप में ज्यादा मजबूत हो रही है. जबकि एक और ऐसा भी था जब वो मसाला एक्शन फिल्मों में शहरी छिछोरे युवा का रोल निभाते दिखते थे. उन्हें- हीरोइनों के पीछे ओए ओए गाते देखा जाता था.
सैफ अब जिस तरह की फिल्मों में नजर आते हैं उसके मेन कास्टिंग साफ़ सबूत है कि वे अब फिल्मों को अपने कंधे पर ढोने की जिम्मेदारी से मुक्त हो चुके हैं. लेकिन उनकी भूमिकाएं सशक्त नजर आती हैं और उन्होंने बॉलीवुड में अपनी सम्मानजनक गुंजाइश बनाकर रखी है. वे अब हर तरह के रोल कर रहे हैं. कॉमेडी, एक्शन, विलेन. वेब सीरीज भी कर रहे हैं. सैफ की आखिरी फिल्म इसी साल बंटी और बबली 2 के रूप में दिखी थी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी.
सैफ अली खान.
बंटी और बबली 2 में सैफ के साथ रानी मुखर्जी, सिद्धांत चतुर्वेदी, सरवरी वाघ और पंकज त्रिपाठी अहम भूमिकाओं में थे. फिल्म के फ्लॉप होने को लेकर सैफ को दोष नहीं दिया गया. उलटे उनके काम की तारीफ़ ही हुई. इससे पहले पिछले साल डिजनी प्लस हॉटस्टार पर उनकी भूत पुलिस आई थी. कहने को सैफ फिल्म की मेन लीड में थे पास असल में मुख्य हीरो की भूमिका में अर्जुन कपूर ही थे. हॉरर कॉमेडी ड्रामा को दर्शकों ने पसंद किया था और सैफ के कॉमिक अंदाज को सराहा गया.
कभी सोलो हीरो नहीं रहे सैफ अली खान
एक्टर के रूप में एक सोलो हीरो की तरह सैफ की मौजूदगी बहुत कम दिखती है. यहां तक कि जब वे करियर के पीक में थे तब भी उनके पास गिनी चुनी कामयाब फ़िल्में हैं जिन्हें सैफ की पिक्चर कहा जा सकता है. एक्टर ज्यादातर मल्टीस्टारर फिल्मों में ही नजर आते रहे हैं. उनकी एक्टिंग पर भी सवाल उठते थे. लेकिन विशाल भारद्वाज की ओमकारा में अजय देवगन के अपोजिट लगड़ा त्यागी के किरदार ने उन्हें बॉलीवुड के मंझे अभिनेताओं में स्थापित कर दिया. सैफ के खाते में हिट फिल्मों की संख्या बेहद कम है. अगर सिर्फ 2014 से देखें तो अब तक सैफ की एक दर्जन से ज्यादा फ़िल्में आई हैं. इनमें अजय देवगन के साथ तान्हाजी जिसमें उन्होंने निगेटिव किरदार निभाया है- को छोड़कर ज्यादातर फ़िल्में बॉक्स ऑफिस डिजास्टर हैं. हालांकि फिल्मों के फ्लॉप होने का सैफ पर कोई असर नहीं दिखता. क्या है जो सैफ की फ़िल्में लगातार आ रही हैं.
जाहिर तौर पर इसकी एक वजह तो यही हो सकती है कि फ्लॉप फिल्मों की सफलता का पूरा दारोमदार सैफ के कंधों पर नहीं रहा होगा. दूसरा यह कि उनकी कद का अभिनेता जिस तरह की भूमिकाओं के लिए आगे आ रहा है दूसरे समकक्ष अभिनेता उससे बचते दिख रहे हैं. सैफ जवान बेटी के पिता की भूमिका तक कर रहे. रोमांटिक रोल में भी आ रहे और निगेटिव किरदार भी निभा रहे. रोल चाहे छोटे हों या बड़े. वो किसी इमेज में नहीं बंध रहे. सैफ का अपना स्टारडम तो है और उनके कद का कोई अभिनेता उनकी जैसी फ़िल्में करने से बच रहा है.
सैफ की प्राथमिकताओं में सिर्फ एक्टिंग है अब
साफ़ है कि सैफ अपने बदले अप्रोच की वजह से तमाम किरदारों के लिए पूरी तरह से फिट साबित हो रहे हैं. उहें लगातार बड़ी फ़िल्में मिल भी रही हैं. विक्रम वेदा बड़े स्केल की फिल्म है. जिसका सबसे बड़ा आकर्षण रितिक रोशन हैं. आदिपुरुष भी बहुत बड़ी फिल्म है जिसमें सैफ, प्रभास के अपोजिट रावण की भूमिका में नजर आएंगे. बंटी और बबली 2 भले ही फ्लॉप हो गई पर इसे भी व्यापक स्केल पर बनाया गया था. कुल मिलाकर करियर के जिस मुकाम पर हैं वहां अब इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म उन्हीं के कंधे पर है. उन्हें जितना स्पेस मिल रहा है उसे बखूबी एन्जॉय कर रहे हैं.
असल में सैफ अब बॉलीवुड के परम्परागत हीरो की बजाय अभिनेता के रूप में सक्रिय हो गए लगते हैं. अपनी छाप भी छोड़ रहे हैं. नेटफ्लिक्स की चर्चित वेब सीरीज सैक्रेड गेम्स भी उन्होंने तब किया जब बॉलीवुड में उनके समकक्ष शोकाल्ड बड़े एक्टर इस माध्यम से ना नुकर करते दिखते हैं. सैक्रेड गेम्स में सैफ ने खूब प्रभावित किया. वे तांडव जैसी पॉलिटिकल सीरीज भी करते हैं और अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता. सैफ के किरदारों का चयन साफ़ संकेत है कि वे अभिनेता के रूप में लंबी पारी खेलते रहेंगे. विक्रम वेदा और आदिपुरुष में उन्हें देखना दिलचस्प रहेगा.
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