ओम स्वामी और बिग बॉस में क्या अंतर है ?
जितनी पब्लिसिटी ओम स्वामी को इस शो से मिली है उस से देश के कुछ युवा प्रेरित भी हो सकते हैं कि ओम स्वामी जैसा बना कर वो भी आज के दौर के हीरो बन जाएंगे. बिग बॉस और स्वामी ओम अगर दोनों को ही पब्लिसिटी चाहिए तो फिर ये अलग कैसे हुए ?
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सलमान बोले तो बॉलीवुड का आसमान. सलमान को शत-शत नमन. आप अभी तक घोड़ी तो नहीं चढ़े पर आप सफलता के घोड़े खूब चढ़े हैं..
आप बिग बॉस में ओम स्वामी को लेकर आए और उनका उनका चीरहरण कर के उनके असली रूप को दुनिया के सामने ला दिया. इससे आपने खुदका और बिग बॉस का खूब फायदा भी कराया क्योंकि ओम स्वामी में आपको बहुत मसाले मिल गए जो आपके शो बिग बॉस को सूट करते थे.
जितनी पब्लिसिटी ओम स्वामी को इस शो से मिली है उस से देश के कुछ युवा प्रेरित भी हो सकते हैं कि ओम स्वामी जैसा बना कर वो भी आज के दौर के हीरो बन जाएंगे. |
बिग बॉस जगह ही ऐसी है जहां सड़ा माल भी चल जाता है. यहाँ सड़े लोगों का जमावड़ा है बिग बॉस अनैतिकता का मेला लगाता है. यहाँ जमा हुए लोग रोज़ गंदगी करते है और बिग बॉस उस गंदगी को देश के युवाओं को परोसता है जैसे ओम स्वामी गंदगी परोस रहे हैं. तो बिग बॉस ओम स्वामी से कैसे अलग हुआ?
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दोनों एक जैसे काम में लगे हैं. दोनों में कोई अंतर नहीं है. बिग बॉस वही गंदगी को दिखाता है जो ओम स्वामी दरशाते हैं. और बिग बॉस ने स्वामी को इसी लिए लिया भी था. फिर हम सिर्फ ओम स्वामी को कटघरे में खड़ा कर देते हैं, जितनी पब्लिसिटी ओम स्वामी को इस शो से मिली है उस से देश के कुछ युवा प्रेरित भी हो सकते हैं कि ओम स्वामी जैसा बना कर वो भी आज के दौर के हीरो बन जाएंगे.
सलमान ने एक विवादित स्वामी के मुखौटा हटा कर अच्छा किया है. अब इंतज़ार रहेगा कि एक विवादित मौलाना के चेहरे से मुखौटा कब वो हटा पाएंगे. शायद वो ऐसा करने की हिम्म्त भी नहीं जुटा पाएंगे.
आज अजीब दौर चल रहा है इस दौर में सिर्फ मार्केटिंग काम कर रही है आपकी बेचने की कला को ही लोग तरहीज दे पा रहे है. क्या गलत है क्या सही है इस से लोगों को कुछ खास फर्क भी नहीं पड़ता.
अगर आप एक अच्छे सेल्समैन हैं तो ये मत सोचिए कि आप क्या बेच रहे हैं. बस आप बेचते रहिए भले देश समाज आपके योगदान से रसातल में चला जाए. चाहें आप जितना समाज को बीमार करो आपको कोई पूछने वाला नहीं है ना कानून ना खुद समाज.
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